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Khali
महाकुंभ नगर, वाईबीएन नेटवर्क।
महाकुंभ में हुई दुखद घटना के बाद वीआईपी कल्चर को लेकर एक बार फिर चर्चा चल निकली है। दिक्कत की बात यह है कि हम चर्चा तो करते लेकिन निष्कर्ष तक नहीं पहुंचते, या यूं कहें केवल सरकार, पुलिस और प्रशासन पर पूरी बात थोपकर किनारे हो जाते हैं। जरा सोचिए, यह बात किस हद तक ठीक है? या हमारी भी कुछ जिम्मेदारी बनती है? इस बात पर मनन करें। हम किसी वीआईपी को देखते ही व्यवस्थाएं तोड़ने पर क्याें आमादा हो जाते हैं। हाल ही में अंतरराष्ट्रीय फाइटर ग्रेट खली के एक वायरल वीडियो ने गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं कि बिना सुरक्षा तामझाम पहुंचने वाले वीआईपी से लोग कैसा सुलूक करते हैं?
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अपनी भावनाओं पर काबू पाना सीखें
क्या वीआईपी लोगों के आने पर जनता अपनी भावनाओं पर काबू रख पाती है? जवाब मिलेगा, नहीं। सबका मन होता वीआईपी के सबसे नजदीक वह हों, वीआईपी के साथ फोटो भी क्लिक हो, वीआईपी काे छूकर भी देखें, अब जब आमजन के बीच वीआईपी का इतना क्रेज है तो इसमें सिस्टम या वीआईपी क्या करे। खासकर महाकुंभ जैसे मौके पर जहां करोड़ों लोगों की मौजूदगी हो। इसके लिए जरूरत है कि हमें खुद सयंमित रहते हुए व्यवस्था का पालन करने की, उसके बाद कोई दिक्कत आती है तो आपका सवाल उठाना वाजिब भी होगा।
खली के पहुंचते ही टूट पड़े लोग
अब द ग्रेट खली का मामला ही ले लें। खली महाकुंभ स्नान को पहुंंचे तो घाट में नहाते समय ही लोगों ने उन्हें घेर लिया। कोई सेल्फी लेना चाहता था कोई उनसे हाय बोलना चाहता था, कई लोग खली की बाइट तक लेने गंगा में उतर गए। खूब हड़बोंंग हुआ, ऐसे में खली उनसे बचते भी तो कैसे, सो खली ने भी खूब एंजॉय किया और सबसे साथ खुुशी खुशी सेल्फी ली, लेकिन काफी देर तक घाट पर अव्यवस्था का आलम रहा।
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आज डेढ़ करोड़ से अधिक ने किया स्नान
महाकुंभ में मौनी अमावस्या पर हुई घटना के बाद अब मेला स्थल पर सब कुछ सामान्य हो चुका है। लोगों आस्था की डुबकी लगा रहे हैं। गुरुवार सुबह आठ बजे तक ही करीब 58 लोग संगम में आस्था की डुबकी लगा चुके थे, दोपहर होते होते यह संख्या करीब डेढ़ करोड़ तक पहुंच गई। 13 जनवरी से शुरू हुए महाकंभ में स्नान करने वालों का आंकड़ा करीब 28 करोड़ पहुंच गया है। सभी पैंटून पुल खोले जाने के बाद स्थिति काफी तेजी से सामान्य हुई, हालांकि कुछ रास्तों पर जाम की सूचना है, लेकिन कुल मिलाकर यातायात की स्थिति भी सामान्य ही है। महाकुंभ पहुंचने वाले इसे व्यवस्थित रखने में सहयोग करें।