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Mahakumbh 2025: महाकुंभ न जाने वालों को बाबा बागेश्‍वर ने कहा देशद्रोही, व्‍यवस्‍था पर सवाल उठाने वालों को भी घेरा

बाबा बागेश्‍वर धाम बोले- जो महाकुंभ नहीं आएगा, पछताएगा, और देशद्रोही कहलाएगा। बाबा बागेश्‍वर ने कहा कि जिन लोगों की आस्‍था नहीं है, उन्‍हें ही अव्‍यवस्‍था नजर आ रही है।

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Dhiraj Dhillon
Baba Bageshwar, Neha

Baba Bageshwar, Neha Photograph: (Google)

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महाकुंभ नगर, वाईबीएन नेटवर्क।

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अपने बयानों को लेकर चर्चा में रहने वाले बाबा बागेश्‍वर महाकुंभ हैं। आज दिए गए बयान को लेकर बाबा बागेश्‍वर एक बार फिर सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं। उन्‍होंने महाकुंभ न आने वालों को देशद्रोही करार दे दिया है। बाबा के इस बयान पर सोशल मीडिया की वायरल गर्ल नेहा सिंह राठौर ने मोर्चा खोल दिया था, उन्‍होंने बाबा से सवाल किया है कि मेरा भाई फौज में है, वह डयूटी पर होने के कारण महाकुंभ नहीं गया तो आप क्‍या उसे भी देशद्रोही करार दे देंगे, देश की बहुत बड़ी आबादी महाकुंभ नहीं जाएगा तो क्‍या वह पूरी आबादी देशद्रोही है?  

जानिए बाबा ने वीडियो में क्‍या कहा

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आईए आपको बताते हैं कि बाबा बागेश्‍वर धीरेंद्र शास्‍त्री ने सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे वीडियो में क्‍या कहा है। उन्‍होंने कहा है कि जो महाकुंभ नहीं आएगा, पछताएगा, और देशद्रोही कहलाएगा। बाबा बागेश्‍वर यहीं नहीं थमे। उन्‍होंने महाकुंभ में अव्‍यवस्‍थाओं के सवाल पर कहा कि जिन लोगों की आस्‍था नहीं है, उन्‍हें ही अव्‍यवस्‍था नजर आ रही है। हमारी आस्‍था है, इसलिए व्‍यवस्‍था ही व्‍यवस्‍था है।

बाबा बागेश्‍वर बोले- व्‍यवस्‍था अनूठी और अदभुत 

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बाबा बागेश्‍वर ने कहा कि महाकुंभ में व्‍यवस्‍था अनुठी है, अदभुत है। धीरेंद्र शास्‍त्री ने यह बात तब कही जब भगदड़ के बाद महाकुंभ पहुंचे बहुत सारे श्रद्धालु व्‍यवस्‍था को लेकर सवाल उठा रहे हैं। एक्‍स पर वायरल हो रहे वीडियो पर कुछ लोग बाबा बागेश्‍वर का समर्थन कर रहे हैं तो कई लोगों बाबा पर अजीब- अजीब कमेंट भी किए हैं। कुछ लोगों ने बाबा को गिरगिट तक कह डाला।

बोले- विरोध का कीड़ा है अव्‍यवस्‍था ही नजर आएगी 

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बाबा बागेश्‍वर ने कहा कि पूरे भारत वर्ष से जितने भी लोग आ रहे हैं, और उनमें विरोध का कीड़ा नहीं है, उनके लिए हर जगह व्‍यवस्‍था ही व्‍यवस्‍था है। जिनमें आस्‍था नहीं है उन्‍हें अव्‍यवस्‍था नजर आ रही है। धीरेंद्र शास्‍त्री ने अपनी बात को आगे बढाते हुए कहा कि हम यहां व्‍यवस्‍था लेने थोड़े ही आए हैं, हम तो यहां सनातन का परचम लहराने आए हैं, अपनी गंगा मैया में डुबकी लगाने आए हैं।   

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