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महानगर में बढ़ती चूहों की समस्या से छुटकारा पाना किसी चुनौती से कम नहीं है,जिससे निजात पाने के लिए नगर निगम ने केंद्रीय भंडारण को टेंडर दिया है,ताकि चूहों की समस्या से निजात पा सकें।
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पायलट प्रोजक्ट अभियान की होगी शुरुआत
शहर में बढ़ती चूहों की समस्या से निपटने के लिए नगर निगम ने अपनी कमर कस ली है। इससे निजात पाने के लिए ट्राइल के तौर पर वार्ड- 41 से पायलट प्रोजेक्ट शुरु किया जाएगा। इस प्रोजेक्ट के तहत चूहों को पकड़ने का काम किया जा रहा है,अगर निगम इसमें सफलता हाासिल करता है,तो जल्द ही शहर के सभी इलाकों में अभियान को चलाकर बढ़ती चूहों की संख्या को रोकने का काम किया जाएगा। मौजूदा समय में सार्वजनिक जगहों व शहर के लोगों को अपने घरों में बढ़ती चूहों की संख्या का सामना करना पड़ रहा है। इस समस्या से निजात पाने के लिए निगम द्वारा तीन लाख रुपये का बजट भी जारी किया गया है।
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चूहों से होने वाले खतरे व नुकसान
घरों व दफ्तरों में घुसकर चूहें जरुरत के हर सामान को कुतर डालते हैं,जिससे लोगों को भारी नुकसान उठाना पड़ता है,क्योंकि मौजूदा समय में चूहों का आलम यह है कि संख्या अधिक हो गई है। इस वजह से लोगों के घर हों,या फिर सरकारी आफिस व दुकानों में घुसकर चीजों को काट देते हैं। इतना ही नहीं यह चूहें शहर के नाली, गड्डों घरों की दीवारों में बड़े -बडे़ होल कर डालते है, जिससे सड़कों और नाालियों की किनारे धसने लगते हैं।
चूहों की बढ़ती संख्या से बना बीमारी का खतरा
घरों की रसोइ में पहुंच कर वहां रखा खाना झूठा कर देने से कई बीमारियों के फैलने का खतरा बढ़ जाता है, जिससे लेप्टोस्पायरिस,हंता वायरस और प्लेग जैसी गंभीर बीमारी हो सकती है। इसी को देखते हुए निगम ने अभियान शुरु किया है।