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भ्रष्टाचार: मुरादाबाद के एक लेखपाल ने 8 साल की नौकरी में खरीदी साढ़े 13 करोड़ की प्रॉपर्टी

लेखपाल तैहर सिंह पर जब अनकूत दौलत कमाने और संपत्ति खरीदने का आरोप लगा तो बीते दिनों प्रशासन ने एक जांच कमेटी बनाई। जांच कमेटी ने जो रिपोर्ट दी। उससे अफसरों के भी होश फाख्ता हो गए।

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Anupam Singh
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हहीी

मुरादाबाद, वाईबीएन संवाददाता।
उत्तर प्रदेश में मुरादाबाद को पीतल नगरी के नाम से तो जाना ही जाता है, मगर अफसरों और कर्मचारियों के लिए यह सोने की खदान से कम नहीं है। अगर भ्रष्टाचार का एक छोटा सा नमूना देखना हो तो आपको जो मैं पढ़ाने जा रहा हूं उसको पढ़कर आपकी आंखे चुंधिया जाएंगी। आपको जानकर हैरत होगा कि मुरादाबाद जिले के एक छोटे से कर्मचारी लेखपाल ने अपनी केवल आठ साल की नौकरी में करीब साढ़े 13 करोड़ की प्रॉपर्टी खरीद डाली, जबकि उसे 8 साल में अधिकतम जो तनख्वाह मिली होगी वह 48 लाख रुपए। इस 48 लख रुपए में से करीब 80 % उसका खाना खर्चा और परिवार की जिम्मेदारी उठाने में चला गया होगा तो आप इसी से अंदाजा लगा सकते हैं कि मुरादाबाद की अफसरशाही पीतल नगरी में नहीं बल्कि सोने की खदान पर बैठी हुई है, क्योंकि जब एक अदना सा कर्मचारी लेखपाल 8 साल में साढ़े 13 करोड़ की बचत कर सकता है तो जो बड़े-बड़े डिपार्टमेंट है जैसे एमडीए, नगर निगम, स्वास्थ्य विभाग, जलकल, पूर्ति विभाग, सिंचाई विभाग, पीडब्ल्यूडी, विकास भवन, शिक्षा विभाग इत्यादि विभागों के मुखिया की कितनी इनकम होगी, जो सोने के खदान वाले जिले पर हुकूमत कर रहे हैं। 

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मुरादाबाद जिले के तहसील बिलारी में एक चर्चित लेखपाल है, जिनका नाम है तैहर सिंह है, जिनके ऊपर भ्रष्टाचार के बहुत आरोप लगे, जिन पर जमीन कब्जाने से लेकर के खुल्लमखुला रिश्वत लेने तक का भी आरोप है। यही नहीं किसी की जमीन किसी के भी नाम दर्शा देने की कला में यह माहिर है और ओवरलिपिंग का काम उनके द्वारा जबर्दस्त किया जाता है। बताया जाता है कि उनके ऊपर किसी अधिकारी के दबाव का कोई असर नहीं पड़ता है। कमिश्नर ने भी कई बार जांच के आदेश दिए लेकिन कुछ नहीं हुआ।

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 यह है भ्रष्टाचार की कहानी 

लेखपाल तैहर सिंह पर जब अनकूत दौलत कमाने और संपत्ति खरीदने का आरोप लगा तो बीते दिनों प्रशासन ने एक जांच कमेटी बनाई। जांच कमेटी ने जो रिपोर्ट दी। उससे अफसरों के भी होश फाख्ता हो गए। उस रिपोर्ट के मुताबिक ग्राम फरीदपुर हमीर में लेखपाल तैहर सिंह ने अपनी पत्नी प्रियंका रानी पुत्री साहब सिंह निवासी महखेड़ा के नाम 0. 656 हेक्टेयर जमीन खरीदी है जिसकी कुल कीमत 13 करोड़ 12 लाख रुपए है। इसी तरह लेखपाल तैहर सिंह ने अपनी पत्नी प्रियंका रानी के नाम ग्राम उगरार में जमीन खरीदी है जिसकी कीमत 6 लाख रुपये है। इसके अलावा अपने संबंधी अतर सिंह पुत्र रामलाल के नाम मकरंदपुर में 24 लाख की जमीन खरीदी है। फिर इसी तरह मकरंदपुर गांव में ही अपनी पत्नी प्रियंका रानी के नाम 3 लाख रुपये की जमीन खरीदी है। इस तरह से 8 साल की नौकरी में लेखपाल तैहर सिंह ने साढ़े 13 करोड़ की जमीन केवल अपनी पत्नी और संबंधी के नाम खरीद डाली है, तो जिले के अफसरों के क्या कहने हैं?

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साहब को भी खुश किया, नंबरी से फेमस

मुरादाबाद जिले के बिलारी तहसील के ग्राम फरीदपुर हमीर एवं ग्राम मोहम्मदपुर बस्तौर में तैनात लेखपाल तैहर सिंह ने जब इतनी संपदा अपनी लिये जुटाई तो तहसील के बड़े साहब की कितनी कमाई कराई होगी। बेहतर तो वह ही बता सकता है। मगर स्थानीय लोगों का कहना है कि इसके भ्रष्टाचार की वजह से क्षेत्र में इसके पीठ पीछे लोग इसे नंबरी के नाम से जानते हैं, जो काम कोई लेखपाल ना कर सके। वह यह कर देवे है। लोगों ने बताया कि यह सब जगह पैसे का चढ़ावा चढ़ा देता है। इसलिए इसका कुछ नहीं होता है।

मुझे इसकी परवाह नहीं है कौन क्या कह रहा है और लोगों ने गलत रिपोर्ट लगाई है। मेरी तो विजिलेंस जांच भी चल रही है, ज्यादा जानना हो तो मेरे बारे में आप विजिलेंस के इंस्पेक्टर सुखवीर सिंह भदौरिया से पता कर सकते हैं। 

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तैहर सिंह, लेखपाल, तैनाती ग्राम फरीदपुर हमीर एवं ग्राम मोहम्मदपुर बस्तौर, तहसील बिलारी, जिला मुरादाबाद 

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