मुरादाबाद, वाईबीएन संवाददाता। मुरादाबाद के भ्रष्ट जिला उद्यान अधिकारी ने बिचौलिये के माध्यम से करीब 42 लाख का टेंडर ऐसी कंपनी को दे दिया, जो कंपनी कम अर्हता वाली है, जबकि उससे योग्य जो कंपनी विभाग में वर्षों से काम कर रही है। उसे अधिक रेट बताकर दरकिनार कर दिया गया। कंपनी का आरोप है कि उनके टेंडर को जिला उद्यान अधिकारी ने लीक किया है।
जानकारी के लिए बता दें जिला उद्यान अधिकारी मुरादाबाद के अधीन राजकीय पौशाला पंडितपुर ठाकुरपुर द्वारा फॉरेस्ट प्लाटिंग मैटेरियल के लिए हाईटेक नर्सरी का निर्माण कराया जाना है। इसके लिए करीब 42 लख रुपए के टेंडर आमंत्रित किए गए थे। इस मामले में नैतिक एग्री इंडस्ट्रियल प्राइवेट लिमिटेड के प्रबंध निदेशक आशीष शर्मा का कहना है कि उनकी कंपनी वर्ष 2016 से पाली हाउस हॉट नेट निर्माण का कार्य कर रही है और कंपनी उद्यान विभाग के निदेशालय में पंजीकृत है।
उनकी कंपनी की ओर से टेंडर डाला गया। मगर उनके टेंडर को लीक कर दिया गया और एक अभय नाम के दलाल के माध्यम से इस टेंडर को मेसर्स एमएस एग्रोटेक को दे दिया गया। जबकि मेसर्स एग्रोटेक नकली फर्जी बिल और फर्जी जीएसटी पर सब्सिडी निकालती रहती है। यह इस तरह के भ्रष्टाचार में पहले भी पकड़ी जा चुकी है। इसलिए उनकी मांग है कि टेंड को दोबारा कराया जाए। बताया कि उनकी कंपनी पिछले 3 साल से विभाग में अच्छा काम कर रही है।
जिस मेसर्स एमएस एग्रोटेक प्राइवेट लिमिटेड कंपनी को टेंडर दिया गया है। यह कंपनी उद्यान विभाग में पंजीकृत तक नहीं है। इस कंपनी को एक दलाल अभय ने मुरादाबाद के जिला उद्यान अधिकारी से परिचय कराया। इसके बाद मेसर्स एमएस एग्रोटेक को 42 लाख का टेंडर दे दिया गया। यह सब खेल जिला उद्यान अधिकारी की के देखरेख में हुआ है।
नैतिक एग्री इंडस्ट्रियल प्राइवेट लिमिटेड के प्रबंध निदेशक आशीष शर्मा ने बताया कि मुरादाबाद के अलावा बंदायु के जिला उद्यान अधिकारी ने भी हाईटेक नर्सरी के निर्माण टेंडर में इसी तरह का खेल किया है और 42 लाख का टेंडर की सांठ-गांठ कर मेसर्स एमएस एग्रोटेक प्राइवेट लिमिटेड को दे दिया है। इन भ्रष्ट अधिकारियों खिलाफ कार्रवाई के लिए लिखा गया है।
मुरादाबाद के जिला उद्यान अधिकारी बैजनाथ सिंह ने बताया कि उनके ऊपर जो भी आरोप लगे हैं। उसके लिए जांच कमेटी बनी हुई है। वह कमेटी जांच करेगी और सच्चाई बाहर आएगी। मगर आप खबर क्यों लिख रहे हैं?