मुरादाबाद, वाईबीएन संवाददाता।
मुरादाबाद के एक निर्यातक के खाते में 22 करोड़ रुपये जमा है। आरोप है कि उन रुपये की लालच में पत्नी और उसके साथियों ने मिलकर हत्या करवा दी। हालांकि प्रकरण दस दिन पुराना है और एफआईआर अब दर्ज हुई है। पुलिस निर्यातक के दफनाये गये शव को निकलवाकर फिर पोस्टमार्टम की तैयारी कर रही है।
पाकबड़ा पुलिस ने हत्या की रिपोर्ट दर्ज की
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निर्यातक फरीद जब्बार (70) की मौत के 10 दिन बाद पाकबड़ा पुलिस ने हत्या की रिपोर्ट दर्ज की है। पहली पत्नी के बेटे ने निर्यातक की दूसरी पत्नी और उसके परिजनों पर हत्या का आरोप लगाया है। निर्यातक के बैंक खातों में 22 करोड़ होने की बात सामने आई है। पाकबड़ा में दिल्ली रोड पर टीएमयू के पास निर्यातक फरीद जब्बार अपनी दूसरी पत्नी रानी भारती के साथ रहते थे। पहली पत्नी निर्यातक से अलग रहती हैं। उनके एक बेटा व दो बेटियां हैं। निर्यातक की दूसरी पत्नी के कोई संतान नहीं है।
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निर्यातक के बेटे जिशान अहमद फरीद ने पुलिस को दी तहरीर में बताया कि 11 मार्च को सूचना मिली थी कि उनके पिता का निधन हो गया है। घर पहुंचा तो वहां रानी भारती और उसके परिजन पहले से मौजूद थे। रानी भारती ने बताया कि शुगर लेवल बढ़ने और फेफड़ों में पानी भरने से नींद में फरीद की माैत हो गई। पीड़ित ने बताया कि उनके पिता के हाथों के अंगूठों पर स्याही के निशान थे। उसने तत्काल इसका वीडियो बना लिया।
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इसके बाद शव को चक्कर की मिलक स्थित कब्रिस्तान में दफना दिया गया। जिशान ने बताया कि उनके पिता ने पिछले साल लगभग 22 करोड़ रुपये की जमीन बेची थी। उन्होंने अपने सभी बैंक खातों में रानी भारती को नॉमिनी बना दिया था। आरोप लगाया कि रानी भारती और उसके परिजनों ने पैसे के लालच में उनके पिता की हत्या की है।
सामाजिक रिश्तों का तार-तार होना और पति की हत्या के बढ़ते मामले एक-दूसरे से जुड़े हैं। रिश्तों में विश्वास, संवाद और पारस्परिक सम्मान की कमी इसके मूल में है। इसे रोकने के लिए जरूरी है कि समाज में जागरूकता बढ़े, परिवारों में संवाद को प्रोत्साहन मिले, और कानून दोनों पक्षों के लिए निष्पक्ष हो।