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Moradabad: पुलिस के हत्थे चढ़ा फर्जी विजिलेंस अधिकारी,लोगों के फैसले कराकर ऐंठ लेता था मोटी रकम

बीते दिनों सिविल लाईंस थाना क्षेत्र में जूडो कोच का नीली बत्ती लगी कार से अपहरण करने का मामला सामने आया था।पुलिस ने मामले में प्राथमिकी दर्ज करने के बाद गहनता से जांच शुरू कर दी।जिसके बाद पुलिस ने बुधवार को घटना का खुलासा कर दिया।

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Anupam Singh
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विजिलेंस की गिरफ्त में फर्जी अधिकारी।

मुरादाबाद, वाईबीएन संवाददाता।

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बीते दिनों सिविल लाईंस थाना क्षेत्र में जूडो कोच का नीली बत्ती लगी कार से अपहरण करने का मामला सामने आया था।पुलिस ने मामले में प्राथमिकी दर्ज करने के बाद गहनता से जांच शुरू कर दी थी। जिसके बाद पुलिस ने बुधवार को घटना का खुलासा कर दिया। पुलिस ने आरोपी को नीली बत्ती लगी कार के साथ गिरफ्तार कर लिया।

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घटना सिविल लाईंस थाना क्षेत्र के सोनकपुर स्टेडियम की है जहां पर सुहैल नामक जूडो कोच ने खुद को नीली बत्ती लगी कार से अपहरण करने का आरोप लगाया था।सुहैल द्वारा पुलिस को बताया गया था कि आरोपी उसे नीली बत्ती लगी कार में बैठाकर बिजनौर ले गए थे और उसके साथ मारपीट भी की थी। इस मामले में पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए फर्जी विजिलेंस अधिकारी कुलदीप शर्मा को गिरफ्तार कर मामले का खुलासा कर दिया।

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आरोपी कुलदीप शर्मा गुलाबठी जनपद बुलंदशहर का रहने वाला है और वर्तमान में वह पल्लवपुरम जनपद मेरठ में रह रहा था।पुलिस द्वारा की गई पूछताछ में कुलदीप शर्मा ने बताया कि वह कोई भी विजिलेंस अधिकारी नही है। उसने विजिलेंस अधिकारी का फर्जी आईडी कार्ड बना रखा है। और अपनी गाडी पर फ्लैशर लाईट भी फर्जी लगा रखी है। जनता में रौब गांठने के लिए ये सब किया गया है। वह अपने आप को बड़ा अधिकारी बताकर लोगों के जमीन व रुपयों के लेन देन के मामलो के निपटारे कराता था और लिए उन लोगों से अच्छी खासी रकम ऐंठ लेता था। उसने आगे बताया कि कहीं से जानकारी मिली थी कि सुहैल अहमद तथा आफाक अहमद का बिजनौर में जमीन को लेकर विवाद चल रहा है। इसीलिए इन लोगों से सम्पर्क करके अपने आपको विजिलेंस का उच्च अधिकारी बताकर इन लोगों का समझौता कराने की बात की थी और वह सुहैल को समझौता कराने के लिए अपने साथ बिजनौर लेकर गया था।

वहां पर अपने फर्जी पद का प्रभाव दिखाते हुये इन लोगों का आपस मे समझौता करा दिया था। यह लोग जमीन के विवाद को खत्म करके जमीन की रजिस्ट्री कराने के लिये रजिस्ट्री कार्यालय चले भी गये थे परन्तु फैसलेनामे मे लिखे कुछ बिन्दुओ को लेकर दोनो पक्षो की बात फिर बिगड़ गयी थी। सुहैल ने फैसला अपने पक्ष न होता देख पुलिस को फोन करके बुला लिया था।पुलिस के आने से पहले ही कुलदीप शर्मा वहां से फरार हो गया था।

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महिंद्रा कार,एक फर्जी आई कार्ड,एक आधार कार्ड ओर 1230 रुपए बरामद हुए हैं

वहीं मामले पर जानकारी देते हुए एसपी सिटी कुमार रणविजय सिंह ने बताया कि बीती 10 मार्च को एक मुकदमा थाना सिविल लाईंस पर दर्ज हुआ था। जिसमें सुहैल नाम के वादी ने आरोप लगाया था, कि उसे बीती 7 मार्च को सोनकपुर स्टेडियम से किडनैप किया गया और बिजनौर ले जाकर प्रताड़ित किया गया था। जब इस मामले की गहराई से छानबीन की गई तो क्या चला कि सुहैल सोनकपुर स्टेडियम से एक नीली बत्ती लगी हुई कार में खुद बैठकर गया था इसका कोई अपहरण नहीं हुआ था और इसका बिजनौर में कोई जमीनी विवाद चल रहा था जोकि न्यायालय में विचाराधीन भी है।कुलदीप शर्मा ने दोनों पार्टियों के बीच में आकर खुद को बड़ा अधिकारी बताया था और दोनों का फैसला कराने का प्रयास कर रहा था।

गिरफ्तार किया गया व्यक्ति किसी सरकारी जॉब में होना बताया गया है जहां से इसे बर्खास्त किया गया था।जिसके बाद ये अपने आप को एसआईबी(SIB) ऑफिसर बताता था और इसने अपनी एक फर्जी आईडी बना रखी थी। जिसमें पुलिस यूनिफॉर्म पहने फोटो भी लगा रखा था। कागजातों में हेर फेर करके अपने आप को बड़ा अधिकारी बताता था। अपना फर्जी आई कार्ड भी बनवाया था। उसमें अपना नाम दिव्य प्रकाश शुक्ला रखा हुआ था।जबकि इसका नाम कुलदीप शर्मा है। पुलिस ने आरोपी के पास से एक महिंद्रा कार,एक फर्जी आई कार्ड,एक आधार कार्ड ओर 1230 रुपए बरामद हुए हैं।

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