मुरादाबाद वाईवीएन संवाददाता। जामा मस्जिद के पास सर्वे टीम पर हुए हमले की तह तक पहुंचने में पुलिस को एक और अहम सुराग हाथ लगा है। इस बार नाम जुड़ा है सांसद के निजी सहायक अब्दुल रहमान के पिता रिजवान का। जांच में सामने आया है कि रिजवान ने खुद फोन कर लोगों को बुलाया और मस्जिद के पास भीड़ इकट्ठा करवाई, जिससे सर्वे रुक जाए।
सर्वे रोकने के लिए फोन कर बुलाई गई भीड़
पुलिस की चार्जशीट में साफ लिखा है कि रिजवान ही था जिसने इलाके के साथ-साथ सरायतरीन जैसे संवेदनशील हिस्सों से भी लोगों को जुटाने का प्रयास किया। पुलिस को उसकी कॉल डिटेल से यह जानकारी मिली कि घटना से ठीक पहले उसने कई लोगों को कॉल किए थे। रिजवान को लेकर एक और जानकारी सामने आई है की वह पेशे से इलेक्ट्रीशियन है और जामा मस्जिद परिसर में ही लंबे समय से काम करता है। इसी वजह से उसका स्थानीय लोगों पर अच्छा खासा प्रभाव है। पुलिस मान रही है कि उसने इस प्रभाव का इस्तेमाल कर माहौल को उकसाया।
चार्जशीट के मुताबिक रिजवान ने यह सब कुछ अपने बेटे अब्दुल रहमान के कहने पर किया जो खुद एक जनप्रतिनिधि का करीबी सहयोगी है। अब पुलिस राजनीतिक कोण से भी इस पूरे मामले की पड़ताल कर रही है। गौरतलब है कि घटना के दिन सर्वे टीम को मस्जिद क्षेत्र में भारी विरोध और पथराव का सामना करना पड़ा था। अब तक कई आरोपियों की गिरफ्तारी हो चुकी है और यह मामला लगातार तूल पकड़ता जा रहा है।
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