Moradabad: 70 के दशक में पहुंचना हो तो चले आईये मुरादाबाद, बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष हैं यहीं से
Moradabad: आप भले ही 21वीं सदी के दौर में 5जी का लुत्फ उठा रहे हैं। मगर आपको 20वीं सदी के 70 के दशक में जाना हो तो मुरादाबाद आईये, बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह चौधरी की विधानसभा के जुगाड़ पुल को देखिये।
आप भले ही 21वीं सदी के दौर में 5जी का लुत्फ उठा रहे हैं। मगर आपको 20वीं सदी के 70 के दशक में जाना हो तो मुरादाबाद चले आईये। जबकि सबका साथ विकास का दिन-रात नारा बोलने वाले बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह चौधरी मुरादाबाद से ही आते हैं। उनके मुताबिक मुरादाबाद ही नहीं पूरे यूपी में विकास की गंगा निरंतर बह रही है। मगर आप जब मुरादाबाद उनकी कांठ विधानसभा के मलकद्दा गांव में पहुंचेंगे तो यहां पर लकड़ी पुल को आपको दशकों पीछे ले जाएगा। यहां के जान जोखिम में डालकर गांगन नदी पर बने लकड़ी के पुल से शहर पहुंचते हैं। वर्षों से लोग पक्का पुल बनाने की मांग कर रहे हैं। मगर सुनवाई नहीं हो रही है।
कब होगा गागन नदी के पुल का निर्माण
प्रदेश सरकार अपने आठ साल पूरे होने का जश्न मना रही है। इसमें सरकार द्वारा अपने किए गए कार्यों का बखान भी किया जा रहा है। बाबजूद इसके कांठ विधानसभा के मलकद्दा गांव स्थित ये पुल सरकार के आठ साल के विकास कार्यों की पोल खोलता हुआ नजर आ रहा है। प्रदेश सरकार ने दावा किया है कि सरकार द्वारा पुल और सड़कों का निर्माण बड़े पैमाने पर कराया गया है।लेकिन गांगन नदी पर बना ये पुल सरकार की आंखों से कैसे ओझल हो गया ये बड़ा सवाल है।
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क्या बोले ग्रामीण पुल की समस्या के बारे में
स्थानीय निवासी विक्रांत सिंह ने बताया कि ये पुल लोगों ने अपनी सहूलियत के लिए बना रखा है। जो मजदूर तबके के लोग हैं। वो यहां से होकर अपने अपने काम पर जाते हैं। बरसात में नदी में पानी आने के बाद कई बार ये पुल बह भी जाता है। कई हादसे भी यहां पर हुए हैं। सरकार को इस ओर ध्यान देना चाहिए।
ग्रामीण Photograph: (moradabad )
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वहीं इस पुल के बारे में जानकारी देते हुए जगदीश सिंह ने बताया कि सरकार ने अपने 8 साल के कार्यकाल का बखान कर रही है। लेकिन इस ओर कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है।यहां के रहने वाले लोग आपस में चंदा इकट्ठा करके इस पुल की देखरेख करते हैं। कई बार प्रशासन से इस पुल को बनवाने की मांग की गई लेकिन अभी तक कोई सुनवाई नहीं हुई। बरसात के मौसम में लोग यहां से गुजरते हैं तो हादसे का शिकार भी हो जाते हैं।