धाकड़ सिटी मजिस्ट्रेट के आगे मुरादाबाद बीजेपी के नेताओं ने टेके घुटने
मुरादाबाद के मझौला स्थित नवीन मंडी परिसर में आज धाकड़ सिटी मजिस्ट्रेट किंशुक श्रीवास्तव ने बीजेपी नेताओं को अपना पॉवर दिखा दिया। उन्होंने ना तो मेयर की सुनी और ना ही महानगर अध्यक्ष गिरीश भंडूला की।
मुरादाबाद के मझौला स्थित नवीन मंडी परिसर में आज धाकड़ सिटी मजिस्ट्रेट किंशुक श्रीवास्तव ने बीजेपी नेताओं को अपना पॉवर दिखा दिया। उन्होंने ना तो मेयर की सुनी और ना ही महानगर अध्यक्ष गिरीश भंडूला की। सबको कायदे से समझाते हुए बीजेपी मंडल उपाध्यक्ष की दुकानों को भी बुलडोजर से ध्वस्त करवा दिया।
आज से सुबह से नवीन मंडी परिसर में धाकड़ सिटी मजिस्ट्रेट किंशुक श्रीवास्तव एनाउंस करवा गया, जिन लोगों ने मडी परिसर की जमीनों किसी तरह से अतिक्रमण किया हुआ है। वह स्वत: हटा लें। वरना बुलडोजर चलवा अतिक्रमण को ध्वस्त किया जाएगा। बावजूद इसके कईयों ने चेतवानी को नजरंदाज कर दिया। बहरहाल दोपहर धाकड़ सिटी मजिस्ट्रेट किंशुक ने सब्जी मंडी में बुलडोजर चलवाना शुरू किया तो इसमें कुछ प्रभावशाली बीजेपी के नेताओं की भी दुकान थी उन्हें इस बात का गुमान था कि वह कायदे कानून से ऊपर है। सिटी में मजिस्ट्रेट में इतनी पावर नहीं है कि वह उनकी दुकान को तोड़ सकेंगी।
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मेयर की भी नहीं चली, मंडल उपाध्यक्ष डालचंद सैनी की दुकान ध्वस्त
भाजपा नेताओं की दुकानों को बचाने के लिए आज दोपहर में भाजपा महानगर अध्यक्ष गिरीश भंडूला भी पूरे लाल लश्कर के साथ पहुंचे थे। बाद में उन्हें कायदे से जब सिटी मजिस्ट्रेट ने समझाया तो वह चुपके से वहां से नौ दो ग्यारह हो लिये। इसके बाद ने बुलडोजर और तेजी से काम करना शुरू किया, फलस्वरूप भाजपा के मंडल उपाध्यक्ष डालचंद सैनी की दुकान को भी ध्वस्त कर दिया गया। बताया जाता है कि इनकी दुकान बचाने के लिए मेयर ने भी सिटी मजिस्ट्रेट फोन कर अपना प्रभाव दिखाया। मगर सिटी मजिस्ट्रेट ने किंशुक ने मेयर की भी नहीं सुनी।
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कानून सभी के लिए बराबर है : सिटी मजिस्ट्रेट किंशुक
धाकड़ सिटी मजिस्ट्रेट किंशुक श्रीवास्तव ने यंग भारत को बताया कि आज की कार्रवाई में 25 से 30 दुकानों से अतिक्रमण हटाया गया है। आज की कार्रवाई में जिन्होंने अतिक्रमण कर रखा था एक तरफ से बुलडोजर चलाया गया उसमें या नहीं देखा गया किसकी और कौन सी दुकान हैं। बताया कि कानून सभी के लिए बराबर है। उनके स्तर से कार्रवाई में किसी भी तरह का कोई भेदभाव नहीं किया गया है। वह तो शासन स्तर से मिले आदेशों का पालनपुर करवा रही है।
मंडी परिसर में मय फोर्स के साथ गश्त करती सिटी मजिस्ट्रेट।
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एलाट हुआ चबूतरा और बना ली पक्की दुकान
आज तो मजिस्ट्रेट की ओर से फल मंडी में कार्रवाई नहीं की गई। मगर सब्जी मंडी में उन सभी दुकानों के खिलाफ कार्रवाई की गई, जो अतिक्रमण की जद में आ रहे थे। यहां बता दें कि मंडी में सब्जी बेचने के लिए जिन लोगों को मंडी परिषद की ओर से चबूतरा अलाट किया गया था। उन्होंने पूरी पक्की दुकानें बना लीं। इसके अलावा टीन सेट से मंडी जमीनों को घेर लिया। अर्थात पूरी तरह से अवैध निर्माण कर डाला, जो जमीनें कारोबारियों के द्वारा घेरी गई हैं। आज की तारीख में उसकी कीमत करोड़ों में बताई जाती है।