मुरादाबाद, वाईबीएन संवाददाता।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भ्रष्टाचार को खत्म करने के लिए कानूनों में इजाफा किया है लेकिन मंडी समिति में तैनात इंस्पेक्टर और पूर्व सचिव भ्रष्टाचार में इतने लिप्त हैं कि उन्होंने करोड़ों रुपए की संपत्ति मंडी समिति में अवैध निर्माण कराकर अर्जित कर ली। मंडी इंस्पेक्टर मुकेश पाल सिंह को मंडी में कार्य करते हुए काफी समय बीत चुका है।लेकिन मंडी के भू-माफिया लगातार अवैध निर्माण करते रहे और इंस्पेक्टर को खबर तक नहीं हुई।जबकि मंडी इंस्पेक्टर लगातार यहां अपनी पैनी नजर बनाए रखने का दावा करते हैं।
यह भी पढ़ें: आज पारा पहुंचेगा 32 डिग्री, रहेगी गर्मी
मंडी समिति परिसर में भूमाफियाओं ने अपनी दुकान की आड़ लेकर बेसमेंट तक खोद डाले और पैनी नजर बनाए रखने का दावा करने वाले मंडी इंस्पेक्टर को भनक तक नहीं लगी। खबर है कि अवैध कब्जेदारों ने मंडी इंस्पेक्टर और पूर्व सचिव ज्योति चौधरी को मोटी रकम देकर खरीद लिया था जिसके चलते इतना बड़ा निर्माण हो गया और आलाधिकारियों को इस निर्माण की सूचना तक नहीं दी गई।
मंडी इंस्पेक्टर और उनकी पत्नी के नाम है करोड़ों की संपत्ति
मिली जानकारी के मुताबिक मंडी इंस्पेक्टर मुकेश पाल सिंह और उनकी पत्नी के नाम करोड़ों रुपए की संपत्ति है, जिसे उन्होंने मंडी समिति के भूमाफियाओं से मिलकर अर्जित किया है। वहीं मंडी समिति की पूर्व सचिव ज्योति चौधरी भी भ्रष्टाचार में लिप्त रही हैं। उनके पास भी करोड़ों रुपए की संपत्ति होने का दावा किया गया है।
यह भी पढ़ें: Moradabad: आईये मंत्री जी स्वागत है आपका, मगर जनता जानना चाहती है इन सवालों के जवाब
मंडी की प्रभारी सचिव ने कहा इतना तो चलता है
वर्तमान में मंडी समिति की प्रभारी सचिव महादेवी एक समय में बैरियर पर चेकिंग किया करती थीं। मंडी अधिकारियों में अच्छी पैठ के चलते उन्हें चेकिंग से हटाकर सीधे प्रभारी सचिव बना दिया गया। मंडी की प्रभारी सचिव महादेवी से जब बात की गई तो उनका कहना था कि इतना तो चलता है। हम सबको पता है कि अवैध निर्माण बड़े पैमाने पर हुआ है लेकिन क्या कर सकते हैं ये विभाग ही ऐसा है। आप खबर मत छापना आपकी खबर छापने से बहुत दिक्कत आ रही है। 7 महीने हो गए काम करते हुए, इतनी दिक्कत कभी नहीं आई,प्रशासन को जबाव देना पड़ता है।
यह भी पढ़ें: Moradabad: यंग भारत की खबर का असर, मंडी समिति की दुकानों पर चला बुलडोजर