मुरादाबाद, वाईबीएन संवाददाता।
मुरादाबाद के छजलैट ब्लॉक में क्षेत्र पंचायत से सड़क बनाने के मामले में दो विकास खंड अधिकारी और एक जेई आरईडी फंस चुके हैं। गांव सुल्तानपुर फलैदा में क्षेत्र पंचायत की निधि से बनाई गई सड़क की जांच कर रहे है, जिला विकास अधिकारी को कागजों में दर्ज निर्माण की जाने वाली सड़क मौके पर नहीं मिली। जांच रिपोर्ट में बिना बनाए ही सड़क का भुगतान करने के मामले में दो खंड विकास अधिकारी और जई आरईडी पर 3 लाख 50 हजार की धनराशि हड़पने का आरोप है।
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छजलैट ब्लॉक के सुलतानपुर फलैदा गांव 600 मीटर की क्षेत्र पंचायत निधि से सड़क बनाई जानी थी। जिसका निर्माण कार्य आरईडी को दिया गया था। सड़क निर्माण का कार्य विभाग के जेई गुलाम मुस्तफा की देखरेख में किया जा रहा था। हालांकि सड़क निर्माण न किए जाने की शिकायत ग्रामीणों द्वारा जिलाधिकारी अनुज सिंह से की गई थी। मामले की जानकारी होने पर जांच जिला विकास अधिकारी गोविंद बल्लभ पाठक को दी गई थी। जिसमें जांच दौरान मौके पर कहीं भी सड़क का निर्माण करा हुआ नहीं मिला।
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जबकि एक बार क्षेत्र पंचायत निधि से ढाई लाख रुपये खंड विकास अधिकारी से गिरीश पंत और एक लाख रुपये खंड विकास अधिकारी के पद पर रहते हुए डॉ योगेंद्र कुमार के हस्ताक्षर से निकाले गये हैं,जिसमें जांच अधिकारी ने बिना सड़क बनाए साढ़े तीन लाख रुपये की हड़ने की बात अपनी जांच जांच रिपोर्ट में दर्ज की है। जांच अधिकारी जिला विकास अधिकारी ने बताया कि मामले की जांच रिपोर्ट जिला अधिकारी अनुज कुमार दे दी गई है। जांच में प्रथम दृश्य में तीनों लोग दोषी पाए गए है।