Moradabad: महाशिवरात्रिः बम-बम भोले के जयघोष से गूंज रहीं शहर की सड़कें
महाशिव रात्रि नजदीक आते ही महानगर की सड़कें बम-बम-भोले के जयघोष से गूंज रही हैं। महाशिव रात्रि पर भक्त हरिद्वार और ब्रजघाट से जल लाकर बाबा का जलाभिषेक करते हैं,मगर इस बार शहर कि सड़कों पर कावड़ियों का अनोखा रूप देखने को मिल रहा है।
महाशिव रात्रि नजदीक आते ही महानगर की सड़कें बम-बम-भोले के जयघोष से गूंज रही हैं। हर साल महाशिव रात्रि पर भक्त हरिद्वार और ब्रजघाट से जल लाकर बाबा का जलाभिषेक करते हैं,मगर इस बार शहर कि सड़कों पर कावड़ियों का अनोखा रूप देखने को मिल रहा है। कोई भक्त डाक कांवड़, तो कोई अपनी बाबा से लगन लगाए,उन्हें ही कंधे पर लेकर चलता नजर आ रहा है। अब शहर हर हर माहदेव के रंग में रंगने लगा है।
मुरादाबाद से हरिद्वार और ब्रजघाट का मुख्य मार्ग है। यहां से हर साल महाशिव रात्रि पर हजारों भक्त जल लेने के लिए जाते हैं। इस बार भी बाबा के भक्तों में खासा उत्साह देखने को मिल रहा है। इतना ही नहीं भक्त सामान्य कांवड़, डाक कांवड़, खड़ी कांवड़ और दांडी कांवड़ा लेकर आ रहे है। अब बाबा के भक्तों का नशा सिर चढ़ने लगा है। महानगर की सड़कें भगवा रंग में रंगने लगी हैं। चारों ओर भगवा ही भगवा और भजनों की धुन लोगों के कानों में सुनाई दे रही है।
महानगर के मंदिरों में भी साफ-सफाई शुरु हो गई है। यहां के चौरासी घंटा में सभी तैयारियां पूरी कर ली गई है। इस बार मंदिर में बाबा विशेष श्रृंगार किया जाएगा, जिससे भोलनाथ का रुप बोल उठेगा। हिंदू मंडल किसरोल के कोषाध्यक्ष सत्यदेव शर्मा ने बताया कि चौरासी घंटा मंदिर करीब तीन सौ से चार सौ साल पूरा मंदिर है,जिसमें हजारों भक्त बाबा का जलाभिषेक करने आते है। इस मंदिर में जो भी भक्त बाबा की निस्वार्थ भाव से सेवा करता है। उसकी बाबा हर मनोकामना पूरी करते हैं। फिलहाल महाशिव रात्रि को लेकर सभी तैयारियां करली गई हैं। उन्होंने कहा कि सुबह जलाभिषेक होगा। फिर शाम को बाबा नए कपड़े,फूल और भांग से श्रृंगार किया जाएगा। इसके बाद मंदिर में भजन कीर्तन होता रहेगा। रात को 8 बजे बाबा की महा आरती होगी,जिसमें शहर के तमाम भक्त समलित होंगे। बताया कि इस साल करीब दस से बीस हजार भक्त ब्रजघाट व हरिद्वार से जल लाकर बाबा का जलाभिषेक करेंगे। ।