मुरादाबाद,वाईवीएन संवाददाता। आतंक का पर्याय बन चुका तेंदुआ आखिरकार वन विभाग के पिंजरे में कैद हो गया। वन विभाग और ग्रामीणों की कड़ी मेहनत के बाद तेंदुए को पकड़ लिया गया। तेंदुए को पिंजरे में कैद करने के बाद टीम उसे अपने साथ के गई। फिलहाल ग्रामीणों ने चैन की सांस ली है।
छजलैट थाना क्षेत्र के गांव नक्शंदाबाद में तेंदुए के हमले से सनसनी फैल गई थी। शुक्रवार की सुबह तेंदुए ने एक किसान पर जानलेवा हमला कर दिया था।जिससे किसान गंभीर रूप से घायल हो गया। स्थानीय लोगों ने घायल युवक को एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया था,जहां डॉक्टरों की टीम द्वारा किसान के दो ऑपरेशन किए गए हैं।
किसान दलवीर सिंह पुत्र मुन्नू सिंह शुक्रवार की सुबह खेत से चारा लेने गया था। जहां मौका पाकर तेंदुए ने उस पर हमला बोल दिया। इस हमले में उसकी गर्दन और कमर पर गहरे घाव थे। आनन फानन में ग्रामीणों ने घायल को निजी अस्पताल में भर्ती कराया है जहां उसका इलाज किया जा रहा है। तेंदुए के हमले के बाद ग्रामीणों ने इसकी सूचना स्थानीय पुलिस और वन विभाग को दी।
किसान पर हमला करने के बाद तेंदुआ पास में ही स्थित बाजरे के खेत में छुपा था। जिसको ग्रामीणों ने घेर रखा था। सूचना पाकर मौके पर पहुंची वन विभाग की टीम अपने साथ बिना उपकरण लिए वहां पहुंच गई। जिसमें रेंजर के साथ अन्य वनकर्मी भी शामिल थे। उन्हें तेंदुए की सटीक जानकारी देने के बाद भी उनके पास तेंदुए को पकड़ने के लिए कोई उपकरण नहीं था।
जिसको लेकर ग्रामीणों में काफी देर तक गुस्सा देखा गया। इसके 5 घंटे बाद रेंजर ने फोन करके एक पिंजरा और जाल मंगवाया। जैसे ही जाल और पिंजरा लगाया गया, तेंदुए ने खतरा भांपते हुए जाल के ऊपर से छलांग लगा दी। तेंदुए की इस हरकत से वन विभाग की टीम ने खलबली मच गई। वन विभाग की टीम द्वारा की गई लापरवाही से तेंदुआ भागने में कामयाब हो गया। इसके बाद ग्रामीणों ने तेंदुए का पीछा करना शुरू कर दिया। भीड़ को अपनी तरफ आता देख तेंदुआ नहर के बीचोबीच एक पाइप में घुंस गया। जहां पर ग्रामीणों की सूझबूझ से पाइप को दोनों तरफ से बंद कर दिया गया,और कड़ी मशक्कत के बाद तेंदुए को कब्जे में लिया गया।मौके पर आसपास के गांव के लोग भी इकट्ठा हो गए।
रेंजर गिरीश चंद्र सिंह ने बताया कि छजलैट थाना क्षेत्र के गांव नक्शंदाबाद में तेंदुआ होने की सूचना मिली थी। तेंदुए ने एक किसान पर हमला किया था। सूचना पाकर मौके पर वन विभाग और स्थानीय पुलिस को बुलाया गया। 18 घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद तेंदुए को पिंजरे में कैद कर लिया गया है।
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