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सिविल लाइन Photograph: (MORADABAD )
मुरादाबाद, वाईबीएन संवाददाता। देहात क्षेत्रों के साथ साथ महानगर में भी आवारा पशुओं को भरमार है। इनके लिए सरकार ने करोड़ों रुपए खर्च करके गौशालाओं का निर्माण कराया है। बाबजूद इसके सड़कों पर घूमते हुए आवारा पशु जिम्मेदारों की कार्यशैली पर सवालिया निशान लगा रहे हैं।
धरातल पर हकीकत कुछ और ही नजर आ रही है।फोटो में दिख रहे आवारा गौवंशीय पशु क्षेत्राधिकारी सिविल लाईन्स के कार्यालय के बाहर खड़े होकर अपने लिए न्याय की गुहार लगाते हुए नजर आ रहे हैं। महानगर में ऐसे हजारों पशु घूमते हुए देखे जा सकते हैं। नगर निगम द्वारा इन आवारा पशुओं के लिए महानगर में कई जगह गौशालाओं का निर्माण कराया गया है। लेकिन धरातल पर हकीकत कुछ और ही नजर आ रही है। सड़कों पर घूमते ये आवारा गौवंशीय पशु नगर निगम के दावों की पोल खोलते हुए नजर आ रहे हैं।
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आवारा पशुओं की समस्या के लिए न सिर्फ सरकार और प्रशासन जिम्मेदार है बल्कि आम आदमी भी उतना ही जिम्मेदार है। अपने मवेशियों को लोग खुले में छोड़ देते हैं, जो गाय दूध देना बंद कर देती है। उसे पशुपालक खूंटे में नहीं बांधना चाहता है। जिसका सीधा नुकसान किसान को ही उठाना पड़ रहा है।
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