मुरादाबाद, वाईबीएन संवाददाता।
नगर आयुक्त दिव्यांशु पटेल के निर्देश पिछले कई महीनों से ताबड़तोड़ छापेमारी करके नेताओं, व्यापारियों सभी के मकान, भवन, दुकान, होटल आदि सील किये जा रहे हैं। ऐसे में जब नगर निगम खुद बिजली का सबसे बड़ा बकायेदार है तो लोग नगर आयुक्त से पूछ रहे हैं। नगर निगम कब अपना बकाया जमा करेगा। टैक्स वसूलने वाले नगर निगम पर स्मार्ट सिटी परियोजना में लगी केवल स्ट्रीट लाइटों का 3 करोड़ से अधिक का बिजली का बिल बकाया चल रहा है,जोकि अभी तक जमा नहीं कराया गया है।
जल संस्थान के ट्यूबवेल पर लगे पंप हाउस पर भी बिजली के बिल का भी लाखों के बिल का भुगतान नहीं किया गया। ऐसे में बिजली विभाग की ओर से कई बार से नगर निगम को बिल भुगतान के लिए पत्र लिखा गया है।अब बिजली विभाग की ओर से बिल भुगतान के लिए जिलाधिकारी के सामने मामले को रखा जाएगा। जिससे बिजली विभाग का बिजली बिल जल्द ही जमा कराया जाए।
अधिशासी अभियंता द्वितीय नरेंद्र सिंह ने बताया कि कांठ रोड पर लगी स्ट्रीट लाइटों के बिल का अभी तक भुगतान नहीं किया गया है। पीटीसी विद्युत केंद्र के क्षेत्र में नगर निगम की स्मार्ट परियोजना में लगी स्ट्रीट लाईटों का बिजली के बिल डेढ़ करोड़ से अधिक हो चुका है। कई बार बिजली विभाग की ओर से बिल भुगतान के लिए नगर निगम को बिल भेजे गए हैं,लेकिन कोई ध्यान नहीं दिया गया।
वहीं प्रथम वितरण खंड के अंतर्गत दिल्ली रोड पर लगी स्ट्रीट लाइटों का लगभग एक करोड़ रुपए के बिजली बिल का भुगतान नहीं हो पाया है और नगर निगम के जल निगम के ओवर हेड टैंक पर लगे पंप हाउसों पर लाखों रुपये का बिजली बिल बकाया है,जिसका अभी तक भुगतान नहीं कराया गया है। उन्होंने बताया कि कई बार बिजली विभाग द्वारा नगर निगम को बिल के भुगतान पत्र के माध्यम से अवगत कराया गया है। लेकिन अभी तक नगर निगम के जिम्मेदारों ने बिल जमा नहीं कराया है। अब इस मामले को जिलाधिकारी मुरादाबाद के सामने रखा जाएगा। इसके बाद आदेश मिलने पर नगर निगम की बिजली काटी जा सकती है।
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