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Moradabad: स्कूल खुले, बच्चे पाएं मोबाइल से छुटकारा, जानें कैसे

मोबाइल से बच्चों की आंखों को सर्वाधिक नुकसान हो रहा है। आजकल के दौर में बच्चों को अच्छा स्कूल, अच्छा बैग, अच्छी किताबों के साथ-साथ अच्छा स्मार्ट फोन भी चाहिए।

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Anupam Singh
वाईबीएन

मोबाइल इस्तेमाल करता बच्चा Photograph: (moradabad )

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मुरादाबाद, वाईबीएन संवाददाता।

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बीते दिनों एग्जाम खत्म होने के बाद स्कूली बच्चे मोबाइल के दीवाने हो गए थे। अब एक बार स्कूल फिर खुल गया है। मगर उनका मन पढ़ाई में लगने के बजाय मोबाइल में ज्यादा लग रहा है, क्योंकि पिछले दिनों छुटि्टयों के दौरान उन्होंने लंबा वक्त मोबाइल में बिताया है। इस वजह से उनके पैरेंटस परेशान हैं। इस बार में हमने डॉक्टरों और अभिभावकों से बात की तो उन्होंने बच्चों को मोबाइल से दूर रहने के बारे में और उससे होने वाले नुकसान के विषय में अवगत करवाया।

मोबाइल से बच्चों की आंखों को सर्वाधिक नुकसान

 आजकल के दौर में बच्चों को अच्छा स्कूल, अच्छा बैग, अच्छी किताबों के साथ-साथ स्मार्ट फ़ोन भी चाहिए, जिसका नतीजा है कि 5 से 10 वर्ष के बच्चों की आंखों पर चश्मा चढ़ गया है। इसका असर यह हो रहा है कि बच्चों की आखों से पानी आना, उनका चिड़चिड़ा होना, आम बात हो गई। साथ ही पढ़ाई में उनका मन नहीं लगता है।

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अभिभावकों की चिंता है लाजमी 

आज के टाइम में बच्चों की पढ़ाई को लेकर सभी अभिभावक चिंतित है। मनोचिकित्सक बताते हैं कि बच्चों को मोबाईल देखने की लत हो गई है। डिजिटल बोर्ड से पढ़ना, पढ़ाई से संबंधित सभी काम इंटरनेट से करना है, जो बच्चों की आखों और मेंटल हेल्थ दोनों के लिए हानिकारक है, आखों व सिर में दर्द होना, खाना ठीक से न खाना, यह आम समस्या है।

 स्कूलों में बताया जाए इंटरनेट से नुकसान के बारे में

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नया सत्र शुरू हो रहा है। बच्चों ने नए स्कूल व नए कक्षा में प्रवेश लिया है। अभिभावकों का कहना है कि स्कूलों में एक पीरियड बच्चों को इंटरनेट के फायदे और नुकसान के बारे में चलाना चाहिए, जिससे बच्चों को पढ़ाई के साथ साथ बच्चों को इंटरनेट की अच्छी और बुरी बातों के बारे में जानकारी मिल सके। वहीं चिकित्सकों का कहना है कि बच्चे खेल-कूद व अन्य एक्टिविटी करें। मैदान में दूसरे बच्चों के साथ खेले, जिससे हेल्थ और दिमाग अच्छा रहेगा। ज्यादा से ज्यादा कोशिश करें कि बच्चे बिना इंटरनेट की सहायता से पढ़ाई करें। बच्चे किताबों से पढ़ें और उन्हें अच्छा खाने पीने की सलाह दें।

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डॉक्टर वी एस दीक्षित (बाल रोग चिकित्सक) Photograph: (moradabad )

क्या कहते हैं बच्चों के डॉक्टर

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 मुरादाबाद शहर के माने जाने बच्चों के डॉक्टर वी एस दीक्षित का कहना है कि बच्चों में इंटरनेट इस्तेमाल करने से उनकी हेल्थ में बहुत असर पड़ रहा है। आखों से लेकर मेंटल हेल्थ तक खराब हो रही है। बच्चों को इंटरनेट से दूर रखना चाहिये। पैरेंट्स अपने बच्चों के साथ समय बितायें और उनसे बातें करें। साथ ही बच्चों को उनकी गलतियों पर अच्छा व्यवहार करने को कहें।

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