मंदिरों में जयपुरिया चुन्नीसे मां का श्रृंगार होगा। इस नवरात्र मां का स्वरूप जयपुरिया और राजस्थानी चुन्नी से खिल उठेगा। रबर प्रिंट और एंब्रॉयडरी वाली चुन्नी भी मां श्रृंगार में चार चांद लगा देगी। जो नजारा मंदिरों में देखते ही बनेगा। नवरात्र आते ही चुन्नी का कारोबार एक करोड़ के पार पहुंच गया है,जिससे चुन्नी व्यापारियों के चेहरे भी खिल उठे हैं।
कल से चैत्र नवरात्रि आरंभ हों जा रही है। नौ दिन लोग घरों व मंदिरों में मां की उपासना करेंगे। कल सुबह से ही मंदिरों में लोग पूजा अर्चना करने के लिए जुटे रहेंगे। ऐसे में घंटे और आरती की आवाज भी लोगों के कानों में गूंजती रहेगी। मगर इस बार मां का श्रृंगार जयपुरिया और राजस्थानी चुन्नी से होगा। महानगर के कटरा नाज में तीन से चार चुन्नी की हाल सेल दुकानें है। जो नवरात्र को लेकर दो से तीन माह पहले तैयारी कर लेते है। इनका हर साल एक से दो करोड़ का कारोबार होता है। इस बार बाजार में पांच से लेकर 500 रुपए तक की चुन्नी उपलब्ध है।
होलसेल कारोबारी- गौरव
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दुकानदार गौरव का कहना है कि पहले सामान्य चुनियां लोगों को काफी पसंद आती थी,मगर कुछ समय से लोगों की पसंद में बदलाव आया है। अब लोग रबर प्रिंट और एंब्रॉयडरी वाली चुन्नी मां के श्रृंगार के लिए काफी पसंद कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि कटरे में तीन से चार होलसेल की दुकानें हैं। इनका हर साल करीब एक से दो करोड़ का कारोबार होता है।
जयपुरी चुनरी की बाजार में ज्यादा मांग
दुकानदार विपिन गुप्ता का कहना है कि नवरात्र में मां के श्रृंगार के लिए लोग जरी और जयपुरिया प्रिंट कीचुनरी ज्यादा पसंद कर रहे हैं। जबकि पहले लोग सामान्य चुन्नी से ही माता का श्रृंगार किया करते थे, लेकिन कुछ समय से लोगों की पसंद में बदलाव आया है। की इस बार जरी की चुन्नी की मांग अधिक हो गई है। उन्होंने बताया कि पांच से लेकर 500 रुपए तक चुन्नी उपलब्धि हैं