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Photograph: (moradabad)
मुरादाबाद वाईबीएन संवाददाता लंबे समय से किराए और जर्जर भवनों में संचालित हो रहे आंगनबाड़ी केंद्रों को अब स्थायी और सुरक्षित ठिकाना के रूप में पेयरिंग हुए विद्यालयों को भवन मिल गए है। महिला एवं बाल विकास विभाग ने जिले के खस्ता हालत भवनों में चल रहे केंद्रों की हालत में सुधार के लिए समीक्षा रिपोर्ट निदेशालय को भेजी थी। जिस पर प्रदेश सरकार ने अब इस योजना के तहत 1 हजार से अधिक जर्जर आंगनबाड़ी केंद्रों में से 399 केंद्रों को खाली पड़े विद्यालयों के भवनों में स्थानांतरित किया जा रहा है।
बाकी अन्य विद्यालयों के खाली भवन भी विभाग सौंप दिए जाएंगे
गुरुवार को जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी बिमलेश कुमार ने बताया कि ऐसे विद्यालय जिनमें छात्रों की संख्या 50 से कम है और जिन्हें पेयरिंग योजना के तहत पास के विद्यालयों में विलय कर दिया गया था, उनके खाली भवन में अब सभी ब्लॉक में अब तक 27 आंगनबाड़ी केंद्रों के संचालन के लिए बाल विकास एवं पुष्टाहार विभाग को दे दिए गए है।बाकी अन्य विद्यालयों के खाली भवन भी विभाग सौंप दिए जाएंगे। इससे जहां आंगनबाड़ी केंद्रों को सुरक्षित और मजबूत भवन मिलेंगे, वहीं विद्यालय परिसरों के खाली भवनों का भी बेहतर उपयोग हो सकेगा।उन्होंने बताया कि आंगनबाड़ी केंद्रों के नए भवनों में पहुंचने से बच्चों के पोषण, प्रारंभिक शिक्षा और स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता में सुधार होगा। अब बच्चों को नमी या सीलन से भरे पुराने भवनों के बजाय स्वच्छ और सुरक्षित वातावरण मिलेगा। आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को भी सुचारू ढंग से कार्य करने के लिए बेहतर सुविधाएं प्राप्त होंगी। लंबे समय से आंगनबाड़ी केंद्रों की जर्जर स्थिति को लेकर शिकायत की जा रही थीं। अब विद्यालयों के भवनों में इनके संचालन से न केवल बच्चों बल्कि अभिभावकों को भी संतोष मिलेगा।
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