/young-bharat-news/media/media_files/2025/03/28/ha2t1XbfMeqMFKVdtWrT.jpg)
मार्च खत्म होने से पहले राज्य कर विभाग की ओर से बकाया जीएसटी की वसूली के लिए ताबड़तोड़ छापेमारी की गई। दो दिन के भीतर चार स्थानों पर छापे मारकर विभाग की तरफ से करोड़ों की रिकवरी की गई। महानगर में संचालित दो एक्सपोर्ट फर्मों पर भी कार्रवाई हुई। मुरादाबाद में राज्य कर विभाग की विशेष अनुसंधान शाखा के एडिशनल कमिश्नर आर ए सेठ ने कार्रवाई के बारे में जानकारी दी।
हैंडीक्राफ्ट मैन्युफैक्चरिंग फर्म ने जमा किये 70 लाख
दिल्ली रोड पर आकांक्षा ऑटोमोबाइल्स के पास स्थित हैंडीक्राफ्ट मैन्युफैक्चरिंग फर्म पर विभाग की टीम ने छापा मारा। फर्म पर बोगस खरीद करके इनपुट टैक्स क्रेडिट की वसूली करने का मामला सामने आया। जिसकी एवज में नहीं के बराबर टैक्स जमा करने की हकीकत सामने आई। फर्म की तरफ से 70 लाख रुपए जमा कराए गए।
डेकोरेटिव आइटम निर्माता ने जमा किये 30 लाख
विभाग की टीम ने पंडित नगला में संचालित हैंडीक्राफ्ट के डेकोरेटिव आइटम निर्माता फर्म पर छापा मारा, इसके डाटा एनालिसिस से पता चला कि पिछले तीन सालों से जिस फर्म से खरीद की जा रही है वह पूर्व में कैंसिल हो चुकी है। प्रतिकूल तथ्य पाए जाने पर फर्म की ओर से 30 लाख रुपए जमा कराए गए।
यह भी पढ़ें:MDA: 588.30 करोड़ खर्च करने का लिया निर्णय
ईंट भट्ठा मालिक ने जमा कराए एक करोड़
वहीं स्टेशन रोड और लाजपत नगर पर संचालित रेस्टोरेंट पर हुई छापेमारी की कार्रवाई के बाद प्रतिष्ठान स्वामी की तरफ से तीन लाख रुपए जमा कराए गए। रेस्टोरेंट की तरफ से पिछले 5 साल से जीएसटी रिटर्न नहीं फाइल करने की हकीकत सामने आई। कार्रवाई के दौरान एडिशनल कमिश्नर ग्रेड वन आईएस द्विवेदी मौजूद रहे। अमरोहा के जोया में संचालित ईट भट्टे पर अनियमितता पकड़ी गई, इसके संचालक ने एक करोड़ रुपए जमा कराए।