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Moradabad: गोकुलदास महाविद्यालय में दीवार पत्रिका के पांचवे अंक का हुआ लोकार्पण

गोकुलदास महाविद्यालय में सोमवार को साहित्यिक समिति की ओर से दीवार पत्रिका 'शब्दांकुर' के पंचम अंक का लोकार्पण व हस्तकला प्रदर्शनी आयोजित की गई। कार्यक्रम का उद्घाटन मुख्य अतिथि कुलपति व विशिष्ठ अतिथि ने माँ सरस्वती के सम्मुख दीप जलाकर किया।

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Avik Kumar
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कार्यक्रम में उपस्थित महाविद्यालय की प्राचार्य व अतिथि।

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 मुरादाबाद, वाईबीएन संवाददाता।
 

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गोकुलदास हिन्दू गर्ल्स महाविद्यालय में सोमवार को साहित्यिक समिति के तत्वावधान में दीवार पत्रिका 'शब्दांकुर' के पंचम अंक का लोकार्पण व हस्तकला प्रदर्शनी आयोजित की गई। कार्यक्रम का उद्घाटन मुख्य अतिथि कुलपति गुरु जम्भेश्वर विश्वविद्यालय के प्रो.सचिन माहेश्वरी व विशिष्ट अतिथि समाजसेवी प्रिया अग्रवाल और महाविद्यालय की प्राचार्या प्रो.चारू मेहरोत्रा ने माँ सरस्वती के सम्मुख दीप प्रज्वलित कर किया। 

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छात्राओं के कौशल को निखारने में महत्वपूर्ण प्रयास

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मुख्य अतिथि कुपति प्रो.सचिन माहेश्वरी ने कहा  कि आज के तकनीकी युग में हस्तलेखन के माध्यम से छात्राओं के कौशल को निखारने की दिशा में यह महत्वपूर्ण प्रयास है। छात्रों के बीच अभिव्यक्ति का यह एक सशक्त माध्यम है। विद्यार्थी का महाविद्यालय को लेकर एक स्वप्न होता है और दीवार पत्रिका छात्र को मौलिक लेखन के लिए प्रेरित करती है।  वहीं विशिष्ठ अतिथि प्रिया अग्रवाल ने  कहा कि विद्यार्थियों की रचनाशीलता को मंच देने और उसे प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से महाविद्यालय द्वारा की गई यह पहल निश्चित रूप से स्वागत योग्य है।

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डिजिटल युग में हस्तलेखन परंपरा को जीवंत रखने का सशक्त माध्यम

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महाविद्यालय की प्राचार्या प्रो.चारू मेहरोत्रा ने कहा कि दीवार पत्रिका हमारे महाविद्यालय के विद्यार्थियों की हस्तलिखित पत्रिका है,जो छात्राओं को उनके विचारों व कला और उनमें छिपी क्षमताओं को निखारने और प्रोत्साहित करने के लिए एक उन्मुक्त आकाश प्रदान करती है। उन्होंने बताया कि बच्चों के मानसिक विकास के लिए उन्हें सिर्फ पुस्तकीय ज्ञान तक सीमित न रखकर उनकी रचनात्मकता को अभिव्यक्ति और पहचान देना भी नितांत आवश्यक है। कहा कि आज के डिजिटल युग में हस्तलेखन परंपरा को जीवंत बनाए रखने का यह एक सशक्त माध्यम है। इस अवसर पर छात्राओं ने महाविद्यालय के कुलगीत व स्वागत गीत प्रस्तुत कर अतिथियों  का स्वागत किया।

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पत्रिका में साहित्य ,संगीत,कला व अन्य विषय किए शामिल 

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महाविद्यालय की उप प्राचार्या प्रो अंजना दास ने बताया कि इस बार पत्रिका को ललित कलाओं व मानविकी से जोड़ते हुए उसमें कुछ अतिरिक्त स्तंभ भी शामिल किए गए ,जिसमें साहित्य,संगीत,कला के साथ विज्ञान,पाककला, खेलकूद,योगा,वाणिज्य आदि के क्षेत्र में भी छात्राओं का बहुआयामी कौशल सामने आया। वहीं दीवारों पर लगे विविध आलेख,कलाकृतियों,मॉडल,वाद्य यंत्र,हस्तशिल्प  व अन्य ने मूक दीवारों को ही  जीवंत और मुखर बना दिया। कार्यक्रम का संचालन समिति की सदस्या प्रो.अंचल गुप्ता ने किया व आभार अभिव्यक्ति संयोजिका प्रो.सीमा अग्रवाल ने किया। इस मौके पर एम.एच.कॉलेज के प्राचार्य प्रो.नरेंद्र सिंह,महाविद्यालय की उप प्राचार्या प्रो.अंजना दास, डा.मनोज रस्तोगी, प्रो.वंदना पाण्डेय,प्रो.एकता भाटिया,डॉ.अपर्णा तिवारी,डॉ.सीमा मलिक, डॉ. प्रीति सिंह,प्रो.पुनीता शर्मा, प्रो.सुदेश,प्रो.प्रवीण सैनी,ज्ञान सिंह, प्रो.सुधीर कुमार अरोरा, प्रो.कविता भटनागर,प्रो.अंशु सरीन, प्रो.किरन साहू, प्रो.मीनाक्षी शर्मा, प्रो.किरन त्रिपाठी,प्रो. अनुराधा सिंह,डॉ.मोनिका सिंह आदि उपस्थित रहे। 

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