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मंडी परिसर में इस तरह से स्थाई निर्माण करके किया गया करोड़ों की जमीन पर कब्जा।
व्यवस्थित और सुसज्जित मुरादाबाद नवीन मंडी के जिस स्वरुप को अतिक्रमणकारियों ने बदल कर रख दिया है। अब उसे स्वरूप को मंडी निदेशालय ने पूरी तरह से ध्वस्त करने का निर्णय लिया और उसकी जगह पर नए सिरे से नए आकार की नवीन मंडी का निर्माण किया जाएगा। इससे एक ओर जहां मुरादाबाद मंडी की आय बढ़ेगी। वहीं वह दुकानदार भी मंडी से बाहर हो जाएंगे, जिन्होंने जबरिया करोड़ों की जमीन पर कब्जा कर रखा है।
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दरअसल मुरादाबाद नवीन मंडी परिसर के भीतर करीब 237 दुकानें हैं और इसी तरह से दो टीन शेड लगे हुए हैं, जहां से कारोबारी फल, सब्जी आदि की बिक्री करते हैं। मगर दिक्कत इस बात की है कि नवीन मंडी परिसर के भीतर के अंदर जिसको 10 गुणा 10 की दुकान एलाट है। उन्होंने अतिक्रमण करके 100-100 वर्ग फिट अपनी दुकान कर ली। इनमे कुछ ने स्थाई तो कुछ ने आस्थाई निर्माण कर लिया है। ताज्जबु वाली बात यह है कि जिनके पास मंडी का लाइसेंस नहीं है। उन्होंने काफी मंडी परिसर की जमीनें घेर कर कब्जा कर रखा है, जिसकी कीमत आज के दौर में करोड़ों की है। इन अतिक्रमणकारियों को हटा पाना किसी चुनौती से कम नहीं है।
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ध्वस्त होगी पूरी मंडी : सभापति
नवीन मंडी की सभापति किंशुक श्रीवास्तव ने बताया कि पूरी मंडी ध्वस्त की जाएगी और नये सिरे नवीन मंडी का निर्माण होगा। प्रस्ताव बना करके मंडी निदेशालय को भेज दिया गया है। जब नवीन मंडी के ध्वस्तीकरण की कार्रवाई होगी तो अतिक्रमणकारी स्वत: ही बेदखल हो जाएंगे।
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50 दुकाने और दो टीन शेड बनाए जाएंगे नये : सचिव
नवीन मंडी मुरादाबाद की मंडी सचिव महादेवी ने बताया कि नवीन मंडी करीब 5 फीट गड्ढे में चली गई है। इसलिए प्रस्ताव बनाकर मंडी निदेशालय को भेजा गया है। प्रस्ताव के मुताबिक करीब 50 दुकाने और दो टीन शेड नये बनाये जाएंगे। बताया कि मंडी निदेशालय ने स्पष्ट कर दिया है, कि जिन लोगों ने भी मंडी की करोड़ों की जमीन पर कब्जा कर रखा है। उन्हें तत्काल प्रभाव से बेदखल किया जाए। बताया कि सिटी मजिस्ट्रेट के पास ही मंडी सभापति का भी चार्ज है। इसलिए उनसे सलाह मशविरा किया जा रहा है।