नोएडा, वाईबीएन नेटवर्क।
पंजाबी विकास मंच ने 12 अप्रैल 2025 को गुरुद्वारा साहिब, सेक्टर-12 नोएडा में बैसाखी का पर्व पूरे पारंपरिक रंग में मनाया। कार्यक्रम की शुरुआत शाम 7 बजे शबद कीर्तन से हुई, जिसे विश्व प्रसिद्ध भाई जसप्रीत सिंह (जवादी कला वाले) ने श्रद्धापूर्वक प्रस्तुत किया।
खालसा पंथ की स्थापना से जुड़ा है इतिहास
चेयरमैन दीपक विग ने बताया कि 1699 में श्री गुरु गोबिंद सिंह जी ने आनंदपुर साहिब में 'पांच प्यारों' को अमृत छकाकर खालसा पंथ की स्थापना की थी। इसका उद्देश्य लोगों में आत्मबल और समानता की भावना जगाना था।
/young-bharat-news/media/media_files/2025/04/13/KXunZUSKUTplybSb1QC6.png)
कृषि पर्व के रूप में भी है विशेष महत्व
डिप्टी चेयरमैन संजीव पुरी ने कहा कि बैसाखी किसानों का प्रमुख पर्व है। यह रबी की फसल के पकने की खुशी का प्रतीक है। इस दिन गुरुद्वारों में पाठ, सरोवर में स्नान और भांगड़ा जैसे उत्सव होते हैं।
होता है सूर्य का मेष राशि में प्रवेश
संरक्षक जे एम सेठ ने कहा कि बैसाखी के दिन सूर्य उच्च राशि मेष में प्रवेश करता है। इससे नई ऊर्जा का संचार होता है और यह नववर्ष की शुरुआत का भी प्रतीक है। इस दिन नदी स्नान का विशेष आध्यात्मिक लाभ होता है।
लंगर सेवा में चखा प्रसाद
कीर्तन उपरांत गुरु का लंगर वितरित किया गया जिसमें 600 से अधिक श्रद्धालुओं ने भाग लिया। कार्यक्रम में मंच के सभी पदाधिकारी व समाज के गणमान्य लोग मौजूद रहे और सभी ने आयोजन की सराहना की।
/young-bharat-news/media/media_files/2025/04/13/19mwwVzwL2Jkt2yVkHUT.png)
समारोह में समाज के ये लोग रहे मौजूद
इस वर्ष बैसाखी महोत्सव को सफल बनाने में पंजाबी विकास मंच के संरक्षक जे एम सेठ, एस.पी. कालरा, चेयरमैन पंजाबी रत्न दीपक विग, अध्यक्ष जी.के. बंसल, डिप्टी चेयरमैन संजीव पुरी, वरिष्ठ उपाध्यक्ष सुनील वाधवा, संजीव बांधा, हरीश सभरवाल, उपाध्यक्ष प्रदीप वोहरा, आर.के. भट्ट, संजय खत्री, कोषाध्यक्ष अजय साहनी, सचिव अलका सुद और एस.एस. सचदेवा, सरोज भाटिया, सह सचिव अमरदीप शाह, रितु दुग्गल व प्रभा जयरथ, ऑडिटर प्रेम अरोड़ा की प्रमुख भूमिका रही। इसके अलावा कार्यक्रम में देवेंद्र सिंह चावला, राज कुमार नारंग, अमरजीत कौर, सुनील वर्मा, सुषमा नेब, गौरव जग्गी, प्रवीण पासी, शरण चौहान, अंजू मग्गू, विक्की कलसी, सविता अरोड़ा, राजीव चावला, इंद्रपाल खांडपुर, अजय अग्रवाल समेत पंजाबी समाज के अनेक सदस्य उपस्थित रहे।
कार्यक्रम का आयोजन नोएडा के समस्त पंजाबी परिवारों के तन-मन-धन सहयोग से संपन्न हुआ, जिन्होंने परंपराओं के साथ संस्कृति को जीवंत बनाने में विशेष योगदान दिया।