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ग्रेटर नोएडा, वाईबीएन नेटवर्क
ग्रेटर नोएडा में करप्शन फ्री इंडिया संगठन के कार्यकर्ताओं ने प्राधिकरण के आवंटित भूखंडों पर चल रहे शिक्षण संस्थानों और अस्पतालों द्वारा स्थानीय किसानों को दी जाने वाली सुविधाओं को लेकर विरोध प्रदर्शन किया। संगठन ने ओएसडी जितेंद्र गौतम को ज्ञापन सौंपा और जब तक उनकी मांगें पूरी नहीं होतीं, तब तक 101 दिन तक अन्न त्याग करने का संकल्प लिया।
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किसानों और शहरवासियों को सुविधाओं का अभाव
संगठन के संस्थापक चौधरी प्रवीण भारतीय और मास्टर दिनेश नागर ने बताया कि प्राधिकरण ने सैकड़ों शिक्षण संस्थानों और अस्पतालों को सस्ती दरों पर भूखंड आवंटित किए थे, जिसमें शर्त रखी गई थी कि स्थानीय किसानों और शहर के लोगों को निःशुल्क या सस्ती दरों पर कुछ सुविधाएं प्रदान की जाएंगी। लेकिन तीन दशकों बाद भी किसानों और स्थानीय लोगों को इन सुविधाओं का लाभ नहीं मिल पाया है।
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संगठन की मांगें
संगठन ने कई बार प्रदर्शन कर किसानों के बच्चों को स्कूलों में 25 प्रतिशत ट्यूशन फीस में छूट, गरीब किसानों के बच्चों को मुफ्त शिक्षा, अस्पतालों में स्थानीय किसानों के लिए मुफ्त ओपीडी, गरीबों के इलाज के लिए बेड आरक्षित करने की मांग की है। इसके साथ ही किसानों के लिए आपातकालीन सेवाओं की उपलब्धता भी मांगी गई है।
अन्न त्याग का संकल्प
मास्टर दिनेश नागर ने बताया कि जब तक प्राधिकरण इन शर्तों को लागू नहीं करता, तब तक संगठन के संस्थापक चौधरी प्रवीण भारतीय 101 दिनों तक अन्न त्याग की शपथ लिए हुए हैं। ओएसडी जितेंद्र गौतम ने प्रदर्शनकारियों को आश्वासन दिया कि उनकी समस्याओं का समाधान जल्द किया जाएगा। इस दौरान एडवोकेट दीपक शर्मा, बलराज हूंण, मास्टर दिनेश नागर, प्रेम प्रधान, प्रेमराज भाटी, राकेश नागर, कुलबीर भाटी, गौरव भाटी, हरेंद्र कसाना, ब्रह्म प्रधान, यतेंद्र नागर, हरीश भाटी, पिंटू मास्टर, बालेश्वर सूबेदार समेत कई लोग मौजूद रहे।
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