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रेपो रेट में कटौती से घर खरीदारों के ईएमआई में कटौती की उम्मीद

भारतीय रिजर्व बैंक  ने आम लोगों को एक बार फिर राहत दी है। रेपो रेट में लगातार दूसरी बार 0.25% की कटौती की गई है, जिससे अब यह दर 6% पर आ गई है। इस फैसले से होम लोन की ब्याज दरों में कमी की संभावना बढ़ गई है।

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Mukesh Pandit
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ग्रेटर नोएडा, वाईबीएन संवाददाता। 

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भारतीय रिजर्व बैंक  ने आम लोगों को एक बार फिर राहत दी है। रेपो रेट में लगातार दूसरी बार 0.25% की कटौती की गई है, जिससे अब यह दर 6% पर आ गई है। इस फैसले से होम लोन की ब्याज दरों में कमी की संभावना बढ़ गई है और घर खरीदने की प्लानिंग कर रहे लोगों को मासिक किस्त (EMI) में राहत मिल सकती है। विशेषज्ञों का मानना है कि इस कदम से ना सिर्फ रियल एस्टेट सेक्टर में नई ऊर्जा आएगी, बल्कि फ्लैट और प्लॉट की डिमांड भी तेजी से बढ़ेगी। खास बात यह है कि आरबीआई ने अपनी नीति को ‘न्यूट्रल’ से बदलकर ‘अकोमोडेटिव’ बना लिया है, यानी भविष्य में और भी कटौती की संभावना बनी हुई है।

डेवलपर्स क्या कहते हैं?

गौड़ ग्रुप के सीएमडी और क्रेडाई नेशनल के चेयरमैन, मनोज गौड़ का कहना है कि ब्याज दरों में 0.25% की कटौती का रियल एस्टेट सेक्टर पर अच्छा असर पड़ेगा। इस फैसले के पीछे महंगाई में कमी और अमेरिका की टैक्स नीति की वजह से बढ़ते ग्लोबल ट्रेड के मुद्दे अहम वजह हैं। इस बार की एमपीसी बैठक की एक और खास बात ये रही कि आरबीआई ने अपनी नीति को 'न्यूट्रल' से बदलकर 'अकोमोडेटिव' बना दिया है। इसका मतलब है कि अब आरबीआई अर्थव्यवस्था में ज्यादा पैसा डालेगा। इससे देश की अर्थव्यवस्था को रफ्तार मिलेगी, खर्च बढ़ेगा और इसका फायदा रियल एस्टेट सेक्टर को भी मिलेगा।

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 रियल एस्टेट सेक्टर को मिलेगी मजबूती 
Prateek Tiwari, Prateek Group

प्रतीक ग्रुप के मैनेजिंग डायरेक्टर, प्रतीक तिवारी ने कहा कि फरवरी में 25 बेसिस प्वाइंट की कटौती के बाद अब आरबीआई द्वारा रेपो रेट को 6% तक घटाना सिर्फ देश की अर्थव्यवस्था को ही नहीं, बल्कि रियल एस्टेट सेक्टर को भी मजबूती देगा। ब्याज दरें कम होने से घर खरीदारों पर आर्थिक दबाव कम होगा, जिससे रियल एस्टेट में खरीदी बढ़ेगी। इससे डेवलपर्स को भी नए प्रोजेक्ट लॉन्च करने की हिम्मत मिलेगी और बाजार की ग्रोथ बनी रहेगी।

सही समय पर लिया गया फैसला

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Yash Miglani, MIgsun Group
Yash Miglani, MIgsun Group

मिगसन ग्रुप के मैनेजिंग डायरेक्टर,यश मिगलानी ने कहा कि आरबीआई द्वारा रेपो रेट को 25 बेसिस प्वाइंट घटाकर 6% करना रियल एस्टेट सेक्टर के लिए एक सही समय पर लिया गया फैसला है। इससे लोन लेना आसान होगा, जिससे खासकर मिड और अफोर्डेबल हाउसिंग में खरीदारों का भरोसा बढ़ेगा, क्योंकि यहां कीमत को लेकर लोग ज्यादा संवेदनशील होते हैं। हमें उम्मीद है कि इससे पूछताछ और बुकिंग दोनों बढ़ेंगी, जिससे डेवलपर्स भी अपने नए प्रोजेक्ट्स और निवेश को तेजी से आगे बढ़ाएंगे। यह फैसला आने वाले समय में रियल एस्टेट की लगातार ग्रोथ के लिए अच्छा संकेत है।

 स्वागत योग्य कदम

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Umesh Rathore,VVIP Group
Umesh Rathore,VVIP Group>

वीवीआईपी ग्रुप के वाइस प्रेसिडेंट,सेल्स एंड मार्केटिंग उमेश राठौर ने कहा कि आरबीआई द्वारा रेपो रेट में 25 बेसिस पॉइंट की कटौती एक जरूरी और स्वागत योग्य कदम है। इससे रियल एस्टेट मार्केट को नई रफ्तार मिलेगी और घर खरीदने वालों की मांग के साथ-साथ सप्लाई भी मजबूत होगी। ईएमआई कम होने से घर खरीदना पहले से ज्यादा आसान और किफायती हो जाएगा, जिससे ज्यादा लोग प्रॉपर्टी में निवेश के लिए आगे आएंगे। खासकर एनसीआर जैसे इलाके, जहां पहले से ही अच्छी डिमांड है, वहां इस फैसले से रेजिडेंशियल प्रॉपर्टी की बिक्री में अच्छी बढ़ोतरी देखने को मिल सकती है।

 रियल एस्टेट सेक्टर को जरूरी राहत 

Ajenda rsingh
Ajenda rsingh

स्पेक्ट्रम मेट्रो मॉल के वाइस प्रेसिडेंट (सेल्स और मार्केटिंग) अजेंद्र सिंह का कहना है कि RBI का रेपो रेट 25 बेसिस प्वाइंट घटाकर 6% करना एक सही समय पर लिया गया फैसला है, जो कमर्शियल रियल एस्टेट सेक्टर को जरूरी राहत देता है। अब फाइनेंस सस्ता हो गया है, जिससे डेवलपर्स और बिज़नेस अपने विस्तार की प्लानिंग को ज्यादा आत्मविश्वास के साथ आगे बढ़ा सकते हैं, भले ही उन्हें बढ़ती लागत का सामना करना पड़ रहा हो। ये कदम इनवेस्टर्स का भरोसा भी बढ़ाता है और लंबे समय की स्थिर ग्रोथ का रास्ता बनाता है। greater noida | Greater Noida Authority | greater noida industry | Noida Authority 

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