ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण ने अपने मकान, दुकान और इंडस्ट्रियल प्लॉट की
आवंटन दरें रिवाइज कर दी हैं। ग्रेटर नोएडा में काम करना या रहना और महंगा होने जा रहा है।
नई दरें एक अप्रैल से लागू हो जाएंगी। हम आपको
बता रहे हैं कि ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण की बोर्ड बैठक में फ्लैट, कर्मशियल शॉप और औद्योगिक भूखंडों की नई दरें
तय की गई हैं।
औसतन पांच प्रतिशत की हुई वृद्धि
ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण की बोर्ड बैठक में सभी संपत्तियों पर औसतन पांच प्रतिशत की वृद्धि की है। प्राधिकरण बोर्ड द्वारा स्वीकृत की गईं नई दरें मंगलवार यानी एक अप्रैल से लागू हो जाएंगी। इससे पहले नोएडा प्राधिकरण और युमना एक्सप्रेस-वे विकास प्राधिकरण भी अपनी संपत्तियों के रेट रिवाइज करने का ऐलान कर चुके हैं। नोएडा प्राधिकरण ने जहां छह प्रतिशत की वृद्धि की है वहीं यमुना एक्सप्रेस-वे विकास प्राधिकरण ने 62 प्रतिशत तक की वृद्धि का ऐलान किया था।
मुख्य सचिव की अध्यक्ष में लिया गया निर्णय
प्रदेश के मुख्य सचिव और नोएडा- ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के अध्यक्ष मनोज कुमार सिंह की अध्यक्षता में बोर्ड ने 11 प्रस्ताव पास किए हैं, इनमें आवंटन दरें बढ़ाने का प्रस्ताव भी शामिल है। ग्रेनो प्राधिकरण के सीईओ एनजी रवि कुमार के मुताबिक अगले वित्तीय वर्ष के लिए आवंटन दरें रिवाइज की गई हैं। रेजीडेंशियल, कमर्शियल इंस्टीट्यूशनल और इंडिस्ट्रियल सभी प्रकार की संपत्तियों की अलॉटमेंट रेट में औसतन छह प्रतिशत की बढ़ोत्तरी की गई है।
रेजीडेंशियल रेट में ये हुआ बदलाव
ग्रेटर नोएडा
प्राधिकरण के बोर्ड के द्वारा निर्धारित किए गए रेजीडेंशियल भूमि के नए रेट स्वीकृत कर दिए गए हैं। ए कैटेगरी में भूखंडों के रेट 47,227 से बढ़ाकर 49,588 रुपये प्रति वर्गमीटर हो गए हैं। इसी तरह बी कैटेगरी के भूखंडों के रेट 43,594 से बढ़ाकर 45,774 रुपये प्रति वर्गमीटर, सी कैटेगरी के भूखंडों के रेट 41,172 से बढ़ाकर 42, 231 रुपये प्रति वर्गमीटर और डी कैटेगरी के रेट 31,887 से बढ़ाकर 33,481 रुपये प्रति वर्गमीटर कर दिए गए हैं।