नोएडा, वाईबीएन नेटवर्क
नोएडा प्राधिकरण ने नोएडा सेक्टर 3 रजनीगंधा चौराहे से सेक्टर 57 की ओर जाने वाले लोगों को राहत देने के लिए एलिवेटेड रोड बनाने के लिए फिर से तैयारी तेज कर दी है। उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने वर्ष 2015-16 में इस परियोजना का शिलान्यास किया था, मगर उसके बाद से यह परियोजना ठंडे बस्ते में थी। अब फिर से प्राधिकरण ने इस योजना पर कार्य शुरू करने की तेयारी की है। प्राधिकरण के अधिकारियों की ओर से इस योजना को अधिकारिक मंजूरी भी मिल चुकी है।
इसे भी पढ़ें- Bhangel Elevated Road की रफ्तार धीमी, 87 प्रतिशत काम पूरा, तीन से चार महीने का लगेगा समय
700 करोड़ तक खर्चा आने का अनुमान
इस परियोजना की उपयोगिता और डिजाइन की रिपोर्ट बनाने के लिए आईआईटी रुडकी को भेज दिया गया है। आईआईटी रुडकी द्वारा रिपोर्ट भेजे जाने के बाद इस प्रोजेक्ट की डीपीआर डिटेल प्रोजेक्टर रिपोर्ट तैयार की जाएगी। जिसके बाद इस परियोजना की अनुमानित लागत का भी पता चल सकेगा। वहीं अधिकारियों का मानना है कि इस परियोजना में लगभग 650 से 700 करोड रुपये तक का खर्चा आ सकता है।
इसे भी पढ़ें-Noida के इन universities में बिना Helmet के प्रवेश नहीं, अभी चेक करें लिस्ट
जाम की समस्या से मिलेगी राहत
नोएडा के इस मार्ग पर सुबह और शाम के समय लोगों को जाम की समस्या से दो-चार होना पडता है। रजनीगंधा चौराहे से सेक्टर-12-22 चौराहे तक लोगों को परेशानी का सामना करना पडता है। इस मार्ग पर औधोगिक सेक्टर के अलावा कई आवासीय सेक्टरों के लोगों का आना-जाना लगा रहता है। शाम के समय इस मार्ग पर वाहनों की लंबी कतारें लग जाती है। जिसके कारण लोगों को भारी परेशानी उठानी पडती है। इसके अलावा गाजियाबाद, दिल्ली जाने वाला यातायात का दबाव भी इस मार्ग पर रहता है। इस मार्ग पर एलिवेटिड रोड़ का निर्माण होने से लोगों को काफी राहत मिलेगी और लोगों को जाम की समस्या से भी छुटकारा मिलेगा।
इसे भी पढ़ें-Noida में दो मजदूर संगठनों के बीच जमकर मारपीट, Police कर रही है कार्रवाई
सपा पार्टी के शासन काल में हुआ था शिलान्यास
समाजवादी पार्टी के शासन काल में इस परियोजना का शिलान्यास हुआ था, मगर उसके बाद से ही यह कार्य रूका हुआ था। पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने एमपी-1 मार्ग पर सेक्टर-12-22 चौराहे तक एलिवेटेड रोड की परियोजना का शिलान्यास किया था। उसके बाद भाजपा की सरकार प्रदेश में बनी। वर्ष 2017 में एक बार इस परियोजना को शुरू करने की प्रक्रिया शुरू की गई, मगर फिर योजना पर काम होना बंद हो गया। इस परियोजना के शुरू होने के बाद लोगों को इस मार्ग से गुजरने पर होने वाली जाम की समस्या से छुटकारा मिलेगा।