नोएडा, वाईबीएन नेटवर्क।
दो साल से बंद पड़ी स्टेट गेस्ट हाउस योजना पर दोबारा से प्राधिकरण ने काम शुरू कर दिया है। सेक्टर-148 में करीब 11 हजार वर्गमीटर जमीन शासन के लिए चिन्हित की गई है। इस जमीन स्टेट गेस्ट हाउस बनाया जाएगा। ये जमीन शासन को हैंड ओवर की जाएगी। निर्माण कौन करेगा इस पर अभी संशय है। प्राधिकरण अधिकारियों ने बताया कि प्राधिकरण निर्माण करेगा तो टेंडर जारी किया जाएगा। इस स्टेट गेस्ट हाउस बनाने का निर्णय 213वीं बोर्ड में लिया गया।
Ministers के रुकने की नहीं कोई जगह
पश्चिमी यूपी में सरकारी अफसरों और मंत्री आदि की मीटिंग और ठहरने के लिए कोई व्यवस्था नहीं है। अधिकांश बैठक यूपी सदन दिल्ली में होती है। वर्तमान में वीवीआईपी आने पर उन्हें होटल में ठहराया जाता है। वहीं ग्रेटर नोएडा में गौतमबुद्ध यूनिवर्सिटी के गेस्ट हाउस में सीएम और अन्य मंत्री ठहरते हैं। इसलिए नोएडा में स्टेट गेस्ट हाउस बनाने की तैयारी की जा रही है।
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ये होंगी facilities
प्राधिकरण ने बताया कि यहां चार से पांच रुकने के लिए कमरे, सूट, लिविंग रुम, मीटिंग हॉल, कांफ्रेंस हॉल, पार्किंग आदि को बनाया जा सकता है। अधिकारियों ने बताया कि इसका निर्माण नोएडा प्राधिकरण करेगी या शासन अपने स्तर पर बनाएगा। इसका निर्णय होने के बाद ही इसकी डीपीआर तैयार होगी। फिलहाल प्राधिकरण को जमीन चिन्हित करने के लिए कहा गया था। ये काम हो चुका है।
इस एक्सप्रेस वे से होगी बेहतर कनेक्टिविटी
ये जमीन 45 मीटर रोड पर सेक्टर-148 बिजली घर से लगी हुई 11 हजार वर्ग मीटर है। इसके पास ही सेक्टर-148 मेट्रो स्टेशन है। यह जमीन प्राधिकरण की कब्जा प्राप्त है। यहां नोएडा , ग्रेटरनोएडा और नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट की दूरी काफी कम है। यानी यदि कोई भी विदेशी डेलिगेशन नोएडा आता है। उसे यहां रोका जा सकता है। मीटिंग कराई जा सकती है।
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पूर्व शासन काल में बना गेस्ट हाउस जर्जर
नोएडा में सपा शासन कॉल में सेक्टर-44 में करोड़ों की लागत से एक गेस्ट हाउस बनाया गया था। ये गेस्ट हाउस भी सरकारी महकमे, मंत्रियों के रुकने, बैठक के लिए बनाया गया था। लेकिन रखरखाव के अभाव में इसकी हालत काफी जर्जर हो चुकी है। इस इमारत के बाहर गार्ड रहते है लेकिन आज तक यहां न तो कोई सरकारी मेहमान रहने आया और न ही कोई बैठक की गई।