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नोएडा,वाईबीएन संवाददाता।
Saras Aajeevika Mela : नोएडा हाट में 21 फरवरी से 10 मार्च 2025 तक आयोजित सरस आजीविका मेला 2025 औरप फ्लावर शो में शनिवार को लोगों की भारी भीड़ रही। यहां महिलाओं ने जमकर खरीदारी की। मेले में 400 से अधिक महिला शिल्पकारों ने अपने हस्तकला और पारंपरिक कलाओं का प्रदर्शन किया। ये महिलाएं विभिन्न स्वयं सहायता समूहों से जुड़ी हैं और अपने कौशल के जरिए ग्रामीण संस्कृति को जीवंत कर रही हैं।
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फूड स्टॉल पर लोगों की भीड़ रही
इसके अलावा फ्लावर शो में भारी भीड़ देखने को मिली। यहां सेल्फी पाइंट , काशाी विश्वनाथ का मंदिर, शिमला मिर्च से बनी हट, कुंभ कलश पर लोगों ने खूब फोटो खींची। इसके अलावा शो में आए नर्सरी से पेड़ पौधे खरीदे। वहीं फूड स्टॉल पर लोगों की भीड़ रही। वहीं सरस मेले में 20 राज्यों की 80 उद्यमी गृहणियों ने अपने प्रदेश के प्रसिद्ध क्षेत्रीय व्यंजनों के स्टाल लगाए हैं। इन स्टालों पर हर प्रदेश के व्यंजनों का अनोखा स्वाद चखने को मिल रहा है।
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लखपति दीदियों की उपस्थिति
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सरस आजीविका मेला 2025 में देशभर से 400 से अधिक लखपति दीदियों ने भाग लिया। ये महिलाएं अपने उत्पादों के साथ मेले में शामिल हुईं और अपने कौशल का प्रदर्शन किया। एनआईआरडीपीआर के सहायक निदेशक चिरंजीलाल कटारिया ने बताया कि मेले को सफल बनाने के लिए केंद्रीय ग्रामीण विकास मंत्रालय और एनआईआरडीपीआर पूरी तरह से प्रयासरत हैं। उन्होंने यह भी बताया कि विभिन्न राज्यों से आई दीदियों को किसी प्रकार की असुविधा न हो, इसका पूरा ध्यान रखा जा रहा है।
हस्तशिल्प और हथकरघा का शानदार प्रदर्शन
मेले में हस्तशिल्प और हथकरघा के उत्पादों की भरमार है। आंध्र प्रदेश की कलमकारी, आसाम का मेखला चादर, बिहार की कॉटन और सिल्क साड़ियां, छत्तीसगढ़ की कोसा साड़ी, गुजरात का भारत गुंथन और पैचवर्क, झारखंड की तासर सिल्क और कॉटन साड़ियां, मध्यप्रदेश के चंदेरी और बाग प्रिंट, मेघालय के इरी उत्पाद, ओडिशा की तासर और बांदा साड़ियां, तमिलनाडु की कांचीपुरम साड़ी, तेलंगाना की पोचमपुरम साड़ी, उत्तराखंड की पश्मीना, और पश्चिम बंगाल की बालुचरी साड़ियों ने लोगों का ध्यान खींचा।
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