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ग्रेटर नोएडा, वाईबीएन संवाददाता। जनपद दीवानी एवं फौजदारी बार एसोसिएशन गौतमबुद्धनगर में शुक्रवार को भारतीय संविधान के शिल्पकार बाबा साहब डॉ. भीम राव अंबेडकर की 134 वीं जयंती पखवाड़ा के तहत विशाल कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस अवसर पर जहां एक तरफ बार सभागार में बाबा साहब के सिद्धांतों को लेकर विचार गोष्ठी का आयोजन किया गया, वहीं दूसरी ओर अधिवक्ताओं व वादकारियों के लिए भंडारे का आयोजन भी किया गया।
संचालन बार एसोसिएशन के सचिव अजित नागर ने किया
इस अवसर पर कार्यक्रम में जिले की पुलिस कमिश्नर लक्ष्मी सिंह बतौर मुख्य वक्ता एवं मुख्य अतिथि उपस्थित रहीं। वहीं कार्यक्रम की अध्यक्षता अपर जिला जज एवं जिला जज प्रभारी सोमप्रभा मिश्रा ने की कार्यक्रम में समस्त न्यायाधिकारी भी मौजूद रहे। कार्यक्रम का संचालन बार एसोसिएशन के सचिव अजित नागर एडवोकेट ने किया। जनपद दीवानी एवं फौजदारी बार एसोसिएशन के अध्यक्ष एवं विचार गोष्ठी के संयोजक प्रमेंद्र भाटी एडवोकेट ने कहा कि बाबा साहब भीम राव अंबेडकर के द्वारा संविधान में जहां मौलिक अधिकार दिए गए हैं वहीं मौलिक कर्तव्यों का भी समावेश किया गया है।
बाबा साहब के सिद्धांतों का अनुसरण करें
व्यक्ति अपने अधिकारों के प्रति जितना सजग होता है, यदि उससे अधिक अपने मौलिक कर्तव्यों के प्रति सजग हो तो भारत के प्रत्येक नागरिक को उसकी समस्या का समाधान न्यायपालिका व कार्यपालिका और विधायिका से मिल सकता है। कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि उपस्थित कमिश्नर लक्ष्मी सिंह ने बाबा साहब को अपनी श्रद्धांजलि अर्पित की और कहा कि हमें यदि बाबा साहब के सिद्धांतों का अनुसरण करते हुए अपनी आने वाली नश्लों को मजबूत बनाना है और आने वाले 2050 तक उन्हें सभी के समान रखना है तो उन्हें कुंठाओं का दर्शन कराना छोड़ दीजिए। क्योंकि भारत की इस पीढ़ी के पास एक्सपोजर के तरीके और भी बहुत से हैं। क्योंकि वो आपकी नहीं सुनेगा और गूगल खोलकर ए आई से पूछ लेगा कि भारत में क्या क्या सुविधाएं हैं।
मजबूत इच्छा शक्ति
अपने बच्चों को बाबा साहब जैसी मजबूत इच्छा शक्ति दीजिए और मजबूत इच्छा शक्ति कभी भी कुंठाओं, संभावनाओं और चिंताओं के बीच से नहीं मिल सकती है। बाबा साहब के आदर्शों के उपर चलने में कहीं कोई हिचक नहीं होनी चाहिए। अपर जिला जज एवं जिला जज प्रभारी सोमप्रभा मिश्रा ने कहा कि अब आवश्यकता इस बात की है कि बाबा साहब के संविधान से मिले संसाधनों आ व्यवस्थाओं का सदउपयोग करें। यदि हम आज भी कुंठाओं में जीते रहेंगे तो हम पिछड जाएंगे।
ये थे उपस्थित
इस अवसर पर पूर्व अध्यक्ष योगेंद्र भाटी, रामशरण नागर, राजेंद्र नागर, राजीव तौंगड, पूर्व सचिव अजित भाटी, वरिष्ठ अधिवक्ता ओमप्रकाश रामनेर, राकेश गौतम, बलबीर सुमन, सूरजपाल राक्षस, जयप्रकाश बुद्धप्रिय, सोरन वर्मा, सुंदर भाटी, रेशराम चौधरी, प्रमोद शर्मा, नीरज भाटी, श्याम सिंह भाटी, कपिल शर्मा, विशाल नागर, अरुण नागर, रामकुमार चौधरी, आदेश बंसल, आदि लोग मौजूद थे।