ग्रेटर नोएडा, वाईबीएन डेस्क। उत्तर प्रदेश का यमुना एक्सप्रेस-वे अब केवल रफ्तार का जरिया नहीं, बल्कि एक नए और स्मार्ट शहर का रास्ता बनने जा रहा है। जेवर से कुबेरपुर तक करीब 12,000 हेक्टेयर में विकसित होने वाला "आगरा अर्बन सेंटर" सपनों के शहर जैसा होगा। इसमें थीम पार्क, होटल, कन्वेंशन सेंटर, स्पोर्ट्स सिटी, औद्योगिक क्षेत्र और आवासीय कॉलोनियां शामिल होंगी। यमुना एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण (YEIDA) के सीईओ डा. अरुणवीर सिंह ने जेपी होटल में आयोजित स्टेकहोल्डर्स बैठक में इस नए अर्बन सिटी मास्टर प्लान का प्रजेंटेशन दिया।
मास्टर प्लान में क्या होगा खास?
- शहर को चार चरणों में विकसित किया जाएगा।
- पहला चरण 2025 से 2029 तक पूरा होगा।
- 2041 तक शहर का पूरा विकास लक्ष्य रखा गया है।
- 14.6 लाख की आबादी के लिए आवास ।
- 8.5 लाख लोगों के लिए रोजगार सृजन की योजना।
औद्योगिक और पर्यटन को बढ़ावा
YEIDA News: मास्टर प्लान के मुताबिक इस स्मार्ट सिटी की 25 प्रतिशत भूमि औद्योगिक विकास के लिए आरक्षित की गई है, जिसमें गैर-प्रदूषणकारी उद्योग और पर्यटन से जुड़ी इकाइयों को प्राथमिकता मिलेगी। 2000 हेक्टेयर में उद्योग स्थापित किए जाएंगे और साथ ही 1000 हेक्टेयर भूमि पर्यटन के लिए भी आरक्षित की गई है। सीईओ डा. अरुणवीर सिंह ने बताया कि टाउनशिप के लिए पानी की व्यवस्था यमुना और लोअर गंगा कैनाल से की जाएगी। फुटवियर व चर्म विकास परिषद के अध्यक्ष पूरन डावर ने लेदर पार्क के लिए 100 एकड़ भूमि दिए जाने की मांग की है। आगरा मंडलायुक्त शैलेंद्र कुमार सिंह ने बताया कि TTZ क्षेत्र में औद्योगिक रोक हटाने को लेकर सुप्रीम कोर्ट में प्रभावी पैरवी चल रही है।
सीईओ ने चरणबद्ध विस्तार की जानकारी दी
Yamuna Authority के सीईओ डा. अरुणवीर सिंह ने बताया कि पहले चरण में 36 गांवों में विकास कार्य शुरू होगा। इसके बाद 58 गांवों की 9500 हेक्टेयर भूमि भी इसमें जोड़ी जाएगी। यहां आवासीय, औद्योगिक, वाणिज्यिक, हरित क्षेत्र और अत्याधुनिक ट्रांसपोर्ट नेटवर्क की व्यवस्था की जाएगी। प्रजेंटेशन के बाद स्टेकहोल्डर्स से 15 दिनों में सुझाव और आपत्तियां मांगी गई हैं। इसके बाद इस अर्बन सिटी प्रोजेक्ट को अंतिम रूप दिया जाएगा। सीईओ डा. सिंह ने कहा- यमुना एक्सप्रेस-वे किनारे बसने वाला यह नया शहर उत्तर प्रदेश के विकास की नई पहचान बनने जा रहा है। यह प्रोजेक्ट न केवल रोजगार व निवेश को बढ़ावा देगा, बल्कि देश के सबसे बड़े स्मार्ट सिटी मॉडलों में से एक साबित होगा।