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Crime News: एसआरएन अस्पताल में बवाल: जूनियर डॉक्टर पर हमले के विरोध में हड़ताल, स्वास्थ्य सेवाएं ठप

प्रयागराज मंडल के सबसे बड़े अस्पताल स्वरूपरानी नेहरू (एसआरएन) में मंगलवार की रात हंगामा हो गया। जनरल सर्जरी विभाग के जूनियर रेजिडेंट डॉक्टर अनुराग कुमार पर नकाबपोश बदमाशों द्वारा हमले के विरोध में जूनियर डॉक्टरों ने कामकाज ठप कर हड़ताल का ऐलान कर दिया।

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Abhishak Panday
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एसआरएन अस्पताल में बवाल: जूनियर डॉक्टर पर हमले के विरोध में हड़ताल, स्वास्थ्य सेवाएं ठप Photograph: (सोशल मीडिया)

प्रयागराज, वाईबीएन संवाददाता।प्रयागराज मंडल के सबसे बड़े अस्पताल स्वरूपरानी नेहरू (एसआरएन) में मंगलवार की रात बड़ा हंगामा हो गया। जनरल सर्जरी विभाग के जूनियर रेजिडेंट डॉक्टर अनुराग कुमार पर नकाबपोश बदमाशों द्वारा हमले के विरोध में जूनियर डॉक्टरों ने कामकाज ठप कर हड़ताल का ऐलान कर दिया। रातभर अस्पताल परिसर में धरना चलता रहा और नए मरीजों की भर्ती बंद कर दी गई। अचानक हुई इस हड़ताल से बुधवार को सैकड़ों मरीजों को परेशानी झेलनी पड़ी। स्वास्थ्य सेवाएं पूरी तरह से ठप हो गईं हैं। पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी देर रात अस्पताल पहुंचे और डॉक्टरों को समझाने की कोशिश की, लेकिन वे हमलावरों की गिरफ्तारी और सुरक्षा की गारंटी की मांग पर अड़े रहे।

डिलीवरी ब्वाॅय बनकर आए थे हमलावर

घटना रविवार शाम की है। हरियाणा के भिवानी निवासी व एसआरएन के जूनियर रेजिडेंट डॉ. अनुराग कुमार ने बताया कि उन्हें एक अज्ञात नंबर से कॉल आया। कॉल करने वाले ने खुद को अमेजॉन डिलीवरी ब्वॉय बताकर पार्सल लेने नीचे बुलाया। जैसे ही डॉक्टर नीचे पहुंचे, 8–10 नकाबपोश युवकों ने लाठी-डंडों से उन पर हमला कर दिया। चीख-पुकार सुनकर लोग जुटे तो हमलावर गाली-गलौज करते हुए भाग निकले। डॉ. अनुराग के अनुसार, पुलिस ने पहले उनकी तहरीर पर मुकदमा दर्ज करने में देरी की। बाद में जॉर्ज टाउन थाना पुलिस ने मोबाइल नंबर के आधार पर अज्ञात में रिपोर्ट दर्ज की। डॉक्टरों का कहना है कि एफआईआर दर्ज करने में ढिलाई बरती गई और अब तक किसी आरोपी को गिरफ्तार नहीं किया गया है। इसी लापरवाही से आक्रोशित होकर डॉक्टरों ने मंगलवार रात हड़ताल का ऐलान किया। वहीं जॉर्ज टाउन थाना प्रभारी संतोष कुमार सिंह ने बताया कि मुकदमा दर्ज कर हमलावरों की पहचान व गिरफ्तारी के लिए प्रयास जारी हैं। वहीं हड़ताल के चलते एसआरएन अस्पताल में मीरजों की भर्ती बंद होने और आपात सेवाओं पर असर पड़ने से मरीज और उनके परिजन परेशान नजर आए। हड़ताल से बुधवार को हालात और भीबिगड़ गए

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