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धीरेन्द्र की फाइल फोटो Photograph: (वाईबीएन)
प्रयागराज, वाईबीएन संवाददाता। कोरांव तहसील क्षेत्र में बीते दिनों मिली एक लावारिस लाश की पहचान को लेकर नया मोड़ आ गया है। बलिया जनपद के ग्राम तेतारपुर, पोस्ट पिपराकला निवासी मनोज कुमार ने जिला प्रशासन को प्रार्थना पत्र देकर डीएनए टेस्ट कराए जाने की मांग की है। उनका कहना है हो सकता है उक्त लावारिश लाश उनके लापता भाई धीरेन्द्र प्रताप राजभर की रही हो। उक्त मामले को लेकर उत्तर प्रदेश कर्मचारी संघ के जिला अध्यक्ष राजेश कुमार ने जिला अधिकारी को मांग पत्र देकर डीएनए टेस्ट कराने की मांग की है।
2 सितंबर से लापता, लावारिश मिली थी बाइक
मनोज कुमार ने अपने प्रार्थना पत्र में बताया कि उनके भाई धीरेन्द्र प्रताप राजभर कोरांव तहसील के नजारत अनुभाग में चपरासी पद पर कार्यरत थे और 2 सितंबर से कार्यालय से अनुपस्थित थे। अबतक वह लापता है और उनका अभी तक कोई सुराग नहीं लगा है। जबकि उनकी बाइक लावारिश हालत में पुलिस को मिली है। उन्होंने बताया कि धीरेन्द्र प्रताप राजभर कोरांव स्थित अपने आवास पर अकेले रहते थे। इस बीच, 6 सितंबर को तहसील कोरांव के ग्राम नथईपुर में एक लावारिस डेड बॉडी बरामद हुई, जिसकी सूचना समाचार पत्रों के माध्यम से उन्हें मिली।
पुलिस ने अज्ञात में किया अंतिम संस्कार, अब डीएनए की मांग
वह परिजनों नके साथ 13 सितंबर को तहसील कार्यालय पहुंचकर जानकारी लेने की कोशिश की, लेकिन स्पष्ट जानकारी नहीं मिल सकी। थानाध्यक्ष कोरांव ने बताया कि बरामद लाश का पोस्टमार्टम कराकर अंतिम संस्कार पुलिस सुपरविजन में करा दिया गया है। लापता धीरेन्द्र के परिजनों का कहना है कि पोस्टमार्टम के दौरान मृतक के पास से मिले कपड़े और एक दांत थानाध्यक्ष के पास है जिसका डीएनए कराया जाए, जिससे यह पता चल सके कि उक्त लावारिश लाश कही धीरेन्द्र प्रताप राजभर की तो नहीं थी।
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