रमपुर, वाईबीएन नेटवर्क। उत्तर प्रदेश के रामपुर जिले का टांडा उपनगर खाड़ी देशों खासकर दुबई और सउदी अरब से सोना तस्करी करने के मामले में गढ़ बन चुका है। पुलिस पासपोर्टों की जांच कर रही है, लेकिन फिर भी तस्कर दुबई की यात्रा करके सोना लेकर आ रहे हैं। टांडा के हिटलिस्ट में आने के बाद कई सफेदपोश खुलेआम तस्करों को सपोर्ट कर रहे हैं। तस्करों पर पैसा लगाने वाले फाइनेंसर नाम सामने आने के बाद भी खुलेआम घूम रहे हैं। कार्रवाई नहीं होने से कहीं न कहीं पुलिस पर दबाव लग रहा है। हालांकि एसपी विद्यासागर मिश्र ने कहा है कि जांच की जा रही सख्त कार्रवाई होगी।
बता दें कि 23 मई को दिल्ली-लखनऊ हाईवे पर पुराने टोल प्लाजा के पास दुबई से पेट में सोना छिपाकर ला रहे तस्करों का बदमाशों ने अपहरण कर लिया था। सूचना पर पुलिस ने घेराबंदी कर सभी को छुड़ाया था। चारों तस्करों को अस्पताल में भर्ती कराके उनके पेट से सोने के 29 कैप्सूल निकलवाए थे। पूछताछ में पता चला था कि इनके गिरोह में फाइनेंसर, डॉक्टर, सराफ, प्रधान, उद्यमी और कुछ ट्रेवल एजेंट भी शामिल हैं।
पुलिस ने चारों तस्कर शाने आलम, जुल्फेकार, मुत्तलीब और अजहरुद्दीन के अलावा रामपुर के टांडा थाना क्षेत्र के हाजीपुरा निवासी फाइनेंसर जाहिद मेंबर, टांडा के मोहल्ला पड़ाव निवासी मो. रिजवान, टांडा के आजाद नगर निवासी मो. हारुन, हाजीपुरा निवासी हाजी शरीफ, टांडा के मोहल्ला हाजीपुरा निवासी हाजी अनीस, हाजीपुरा निवासी जुनैद, मोहल्ला रांद निवासी वसीम, नज्जीपुरा निवासी गुड्डू, टांडा निवासी पप्पू को नामजद किया था। इस मामले में पुलिस चारों तस्कर, फाइनेंसर जाहिद मेंबर और अगवा करने वाले दो बदमाशों को गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है। पुलिस ने सभी आरोपियों की कॉल डिटेल निकलवाई। जिससे पुलिस को दस ऐसे और नाम मिले थे जिनका सोना तस्करी गैंग से जुड़ाव है।
पुलिस को मास्टर माइंड और सफेदपोश फाइनेंसरों की तलाश
सोना तस्करी की जांच मुरादाबाद पुलिस कर रही है। पुलिस को मास्टर माइंड और फाइनेंसरों की तलाश है। इनमें कुछ सफेदपोश भी शामिल हैं। हालांकि पुलिस ने गिरोह से जुड़े बड़े फाइनेंसर जाहिद को जेल भेजा है। लेकिन गिरोह के मुख्य मास्टरमाइंड और सोना तस्करी के जुड़े कुछ सफेदपोश पुलिस की पकड़ से बाहर हैं। पुलिस के अनुसार, पासपोर्ट व अन्य दस्तावेजों की पड़ताल और मोबाइल नंबरों के सत्यापन से जल्द ही इन बड़े नामों तक पहुंचने की उम्मीद है। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि कई रसूखदारों की संलिप्तता के संकेत मिल रहे हैं।
किसी ने 15 तो कोई 20 बार लगा चुका दुबई के चक्कर
मुरादाबाद पुलिस के मुताबिक आरोपी मुत्तलिब 10-12 बार दुबई जा चुका है। इस बार 17 मई को दुबई गया और 21 मई को दुबई से लौटा था। इसके बाद वह मुंबई से दिल्ली तक फ्लाइट से आया था। जबकि शाने आलम पांच माह में सात बार दुबई गया है। वह 19 मई को दुबई गया था और 22 मई को मुंबई आया था। इसके अलावा अजहरुद्दीन 10 बार दुबई जा चुका है। वह 19 मई को दुबई गया और तीन दिन बाद ही 22 मई को लौटा था। जुल्फेकार दो साल में 20 बार दुबई जा चुका है। अंतिम बार वह 19 मई को दुबई गया था और वहां से 23 मई को फ्लाइट से मुंबई और मुंबई से दिल्ली पहुंचा था। इसके बाद अपहरण की वारदात हो गई।
किसके पेट से कितना सोना निकाला
पुलिस के मुताबिक शाने आलम के पेट से तीन कैप्सूल, वजन- 113.71 ग्राम, मुत्तलीब के पेट से आठ कैप्सूल, वजन 311 ग्राम, अजहरुद्दीन के पेट से आठ कैप्सूल वजन 320.12 ग्राम, जुल्फेकार के पेट से आठ कैप्सूल वजन 311.72 ग्राम।
पुलिस मामले की जांच कर रहीः एसपी
रामपुर के पुलिस अधीक्षक विद्यासागर मिश्र का कहना है कि टांडा के सोना तस्करी मामले में मुरादाबाद पुलिस जांच कर रही है। रामपुर पुलिस पूरा सहयोग कर रही है। पासपोर्टों की जांच भी कराई जा रही है। जांच के बाद सख्त कार्रवाई की जाएगी।
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