शाहजहांपुर वाईबीएन संवाददाता
गढ़िया रंगीन गांव में एक बेजुबान जानवर के साथ अमानवीयता की सारी हदें पार कर दी गईं। 23 मई को सुबह लगभग 5 बजे गांव में घूमने वाले एक मासूम कुत्ते को बेरहमी से पीटा गया, जिससे उसके दोनों पैर टूट गए। यह घटना तब सामने आई जब दोपहर में कुछ बच्चों ने उसे बेसुध और कराहते हुए देखा।
कुत्ते को मोहल्ले के ही सरपंच के घर लाकर स्थानीय लोगों ने इलाज का प्रयास किया। परंतु वह अत्यधिक पीड़ा में था और रातभर चिल्लाता रहा। घटना की गंभीरता को देखते हुए संचित शर्मा पुत्र संतोष कुमार शर्मा ने 24 मई को थाना गढ़िया रंगीन में अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ तहरीर दी थी। शिकायत के बाद मोहल्ले में चर्चा तेज हुई और कुछ स्थानीय व्यक्तियों पर संदेह जताया गया। संदेह है कि उसी डर के चलते 2 जून की रात लगभग 12:30 बजे दो अज्ञात व्यक्ति मुँह ढँककर मौके पर पहुंचे, जिन्हें अवधेश नामक व्यक्ति ने खुले में सोते समय देखा। उसके बाद 4 जून की रात रहस्यमयी तरीके से कुत्ता लापता हो गया। परिजनों व मोहल्ले के लोगों का मानना है कि कुत्ते को सबूत मिटाने के उद्देश्य से गायब कर दिया गया। भगवान शरण शर्मा पुत्र मेवाराम शर्मा ने भी इस मामले में थाना प्रभारी को पत्र लिखकर सख्त कानूनी कार्रवाई की मांग की है।
शिकायतकर्ताओं ने BNS 2023 की धारा 325 और 315, साथ ही पशु क्रूरता अधिनियम 1960 की धारा 11(1)(1) और 11(1)(9) के तहत एफआईआर दर्ज कर आरोपियों पर तत्काल कार्रवाई की मांग की है।
क्या बोले ग्रामीण?
ग्रामीणों में इस घटना को लेकर गहरी नाराजगी है। उनका कहना है कि यदि इस प्रकार की घटनाओं पर समय रहते कार्रवाई नहीं की गई तो अपराधियों के हौसले और बढ़ेंगे। बेजुबानों की सुरक्षा समाज के सभ्य होने की पहचान है।
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