शाहजहांपुर वाईबीएन संवाददाता
विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर नगर निगम शाहजहांपुर ने एक भावनात्मक और जागरूकता बढ़ाने वाली पहल की। ककरा स्थित नगर निगम अतिथि गृह परिसर में वृक्षारोपण कार्यक्रम का आयोजन किया गया जिसमें नगर निगम के अधिकारियों एवं पार्षदों ने अपनी माताओं को समर्पित करते हुए पौधे लगाए और पर्यावरण संरक्षण का संकल्प लिया।
मां की ममता और धरती मां– दोनों के लिए जिम्मेदारी जरूरी
नगर आयुक्त डॉ. विपिन कुमार मिश्रा ने कार्यक्रम का नेतृत्व करते हुए कहा पौधे हमारे जीवन के लिए उतने ही आवश्यक हैं जितनी हमारी सांसें। जब हम इन्हें अपनी मां के नाम लगाते हैं, तो उनका महत्व और भी बढ़ जाता है। आज हमने केवल पौधे नहीं बल्कि एक भावनात्मक जिम्मेदारी रोपी है जो आने वाले कल की हरियाली बनकर उगेगी।
अफसरों ने दिखाया पर्यावरण के प्रति भावनात्मक जुड़ाव
अपर नगर आयुक्त एस.के. सिंह ने कहा प्रकृति हमें बहुत कुछ देती है। मां के नाम पौधा लगाकर हम इस संदेश को दे रहे हैं कि हमें प्रकृति की देखभाल भी उसी प्रेम से करनी चाहिए जैसे मां हमारी करती हैं।
जलकल महाप्रबंधक सौरभ श्रीवास्तव बोले आज का यह आयोजन केवल परंपरा नहीं एक सशक्त विचार है कि हर व्यक्ति को एक पौधा अपने माता-पिता के नाम अवश्य लगाना चाहिए। यह भावनात्मक जुड़ाव ही पर्यावरणीय जागरूकता का आधार बनेगा।
पार्षदों की मन की बात: एक पौधा, एक प्रण
पार्षद अनूप गुप्ता ने पौधारोपण करते हुए कहा आज का दिन मेरे लिए बेहद भावुक है। मैंने अपनी मां के नाम पर पौधा लगाकर न सिर्फ उन्हें श्रद्धांजलि दी है, बल्कि आने वाली पीढ़ियों के लिए एक हरित संदेश भी छोड़ा है। पेड़ हमारे जीवन के आधार हैं, और मां हमारे जीवन की जड़। दोनों को जोड़ने का यह अवसर बेहद पवित्र है।
पार्षद रामबरन सिंह चंदेल ने कहा प्रकृति और मातृत्व दोनों नि:स्वार्थ सेवा करते हैं। आज जब मैंने अपनी माता के नाम पौधा लगाया, तो यह केवल एक पेड़ नहीं, एक भावनात्मक संकल्प था कि मैं इस पौधे की उसी तरह देखभाल करूंगा जैसे मां ने मेरी की। यह कार्यक्रम नई सोच की दिशा में एक मजबूत कदम है।
पार्षद मनीष गुप्ता ने अपने अनुभव साझा करते हुए कहा मां की ममता की छांव और वृक्ष की छांव दोनों अमूल्य हैं। आज मैंने अपनी मां की स्मृति में यह पौधा लगाकर उन्हें जीवित श्रद्धांजलि दी है। अब मेरा संकल्प है कि जैसे मेरी मां ने मुझे सींचा वैसे ही मैं इस पौधे की देखभाल करूंगा।
पार्षद प्रदीप सक्सेना ने कहा पेड़ लगाना पर्यावरण का दान है और मां के नाम पर पेड़ लगाना आत्मा की सच्ची श्रद्धा है। अगर हर नागरिक अपनी मां के नाम एक पौधा लगाए और उसकी देखभाल करे तो शहर नहीं पूरा देश हरियाली से भर जाएगा। ये पहल हृदय को छूने वाली है।
पार्षद विपिन यादव ने कहा मां और पेड़ दोनों ही जीवनदायिनी हैं। जब मैंने अपनी माता के नाम यह पौधा लगाया, तो मेरे मन में यह भाव आया कि मैं उनकी सेवा केवल भावों में ही नहीं, कार्यों में भी करूंगा। पौधे की देखभाल करके मैं उस सेवा को जीवित रखूंगा।
पार्षद संजय कनौजिया ने कहा आज मैंने अपनी माता की स्मृति में पौधा लगाया है और यह वादा किया है कि जब तक यह वृक्ष बड़ा नहीं होता, तब तक मैं इसकी देखभाल करूंगा। यह पहल समाज के लिए एक आदर्श बन सकती है। अगर हम पर्यावरण को सुरक्षित नहीं करेंगे तो आने वाली पीढ़ियों को सिर्फ पछतावा मिलेगा।
नगर निगम के उपसभापति वेद प्रकाश मौर्य ने कहा पर्यावरण संरक्षण केवल सरकारी या औपचारिक जिम्मेदारी नहीं, बल्कि प्रत्येक नागरिक का कर्तव्य है। जब हम अपनी माता को श्रद्धा अर्पित करते हैं और साथ ही प्रकृति को भी सहेजते हैं, तो यह एक प्रेरणादायक युगबोध बनता है।
पर्यावरण संरक्षण के लाभों पर डाला गया प्रकाश
छोटी पहल, बड़ा प्रभाव यही है प्रकृति से जुड़ने का मंत्र कार्यक्रम में वक्ताओं ने बताया कि पौधारोपण से वातावरण में ऑक्सीजन की मात्रा बढ़ती है वायु और ध्वनि प्रदूषण में कमी आती है जलवायु संतुलन में सुधार होता है जैव विविधता को संरक्षण मिलता है जल स्रोत और मिट्टी का क्षरण रुकता है
सहभागिता रही प्रेरणादायक
सभी अफसरों और पार्षदों ने बढ़-चढ़कर लिया भाग नगर निगम के समस्त अधिकारी, कर्मचारी और पार्षदगण इस आयोजन में उत्साहपूर्वक शामिल हुए। सभी ने एक स्वर में संकल्प लिया कि वे न केवल पौधे लगाएंगे, बल्कि उन्हें बड़ा करके अपनी माताओं और धरती मां के प्रति कर्तव्य निभाएंगे। नगर निगम की यह पहल न केवल अनुकरणीय है बल्कि हर नगरवासी के लिए एक प्रेरणा का स्रोत है। अगर आप भी अपनी मां के नाम एक पौधा लगाएं, तो न केवल पर्यावरण की सेवा होगी, बल्कि एक जीवित श्रद्धांजलि भी बन जाएगी।
यह भी पढ़ें:
Shahjahanpur News: गौशालाओं की निगरानी के लिए कंट्रोल रूम शुरू, डीएम ने किया शुभारंभ
शाहजहांपुर में बेखौफ लुटेरे! दिनदहाड़े जेवर व्यापारी को बनाया निशाना, कानून व्यवस्था पर उठे सवाल
Breaking News: ढाई घाट में गंगा दशहरा पर स्नान करने आया गोंडा का किशोर डूबा
खेत में लगाया था करंट वाला तार, चपेट में आने से दो सगे भाइयों की मौत