बोर्ड परीक्षा: हिंदी के प्रश्नपत्र में कैसे करें बेहतर स्कोर
24 फरवरी से यूपी बोर्ड की हाईस्कूल व इंटर की परीक्षा शुरू हो रही है। हाईस्कूल का पहला ही पेपर हिंदी का है। ऐसे में विषय विशेषज्ञ ने बताया कि कैसे कुछ बातों का ध्यान रखके परीक्षा में बेहतर स्कोर कर सकते हैं।
24 फरवरी से शुरू हो रही है यूपी बोर्ड की परीक्षा Photograph: (internet )
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शाहजहांपुर वाईवीएन संवाददाता:
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24 फरवरी से यूपी बोर्ड की हाईस्कूल की परीक्षा शुरू हो रही है। हाईस्कूल का पहला ही पेपर हिंदी का है। ऐसे में विषय विशेषज्ञ ने बताया कि कैसे आप कुछ बातों का ध्यान रखके परीक्षा में बेहतर स्कोर कर सकते हैं।
शाहजहांपुर के इस्लामिया इंटर कॉलेज के हिंदी प्रवक्ता डॉ. मलिक अस्मत अली से वाईवीएन संवाददाता ने बात की कि किसी छात्र इस परीक्षा में बेहतर स्कोर कर सकते हैं।
डॉ. मलिक अस्मत अली हिंदी प्रवक्ता Photograph: (वाईवीएन संवाददाता )
ईमानदारी से पढ़कर जाएं यह पाठ
कुछ महत्वपूर्ण पाठ पूरी ईमानदारी से एक बार अपने आप पढ़ जाएं। जिनमे गद्य के लिए "मित्रता", ममता एवं भारतीय संस्कृति काव्य में सूरदास के पद, वन पथ पर(तुलसीदास), बिहारीलाल, महादेवी वर्मा, मैथिलीशरण गुप्त तथा सुभद्रा कुमारी चौहान के काव्य को पढ़ लें।संस्कृत में वाराणसी, प्रबुद्वो ग्रामीण:, जीवन सूत्राणि आदि।रस,छंद,अलंकार की परिभाषा और उदाहरण तैयार कर ले। खण्ड काव्य का सारांश, आवेदन पत्र और निबंध पुरानी परिपाटी पर है और बहुत आसानी से तैयार हो जायेंगे।
एक बात का विशेष ध्यान रखें कि समय से आपके उत्तर लिख जाएं, इसके लिए प्रश्न पत्र में शब्द सीमा है। अगर शब्द सीमा के अनुसार उत्तर तैयार करेंगे तो निश्चित ही अच्छे अंक मिलेंगे। अन्यथा की स्थिति में आपको समय अभाव से जूझना पड़ेगा।
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क्या न करें
इसके बाद,यह बात याद रखें कि उत्तर पुस्तिका में लिखते समय प्रश्न जिस क्रम में प्रश्नपत्र में आए हैं उसी क्रम में उत्तर दें। ऐसा न करें कि पांच बहुविकल्पी प्रश्न हैं जिनमें दो के उत्तर पहले पेज पर लिख दिए और तीसरे का उत्तर दो पेज बाद और चौथे, पांचवे का उत्तर अगले पृष्ठों पर ऐसा बिल्कुल न करें क्योंकि परीक्षक जब उत्तर पुस्तिका का मूल्यांकन करता है तब उसे इस प्रकार की कॉपियों से उलझन होती है जिससे आपका अहित हो जाता है। आपके पूरे वर्ष की मेहनत को परीक्षक चंद मिनटों जाँच कर अलग कर देता है और प्रश्नों का क्रम में न होना उसे विचलित करता है और परिणाम आपका बिगड़ सकता है इसलिए सतर्क रहें। कोशिश करें कि क्रमशः उत्तर लिखें। हर नए प्रश्न के उत्तर लिखने के लिए नए पेज से शुरुआत करें तथा साफ साफ ऊपर उत्तर नम्बर लिख दें। कभी कभी पेज का कुछ हिस्सा बचा होता है वहीं से नया उत्तर लिखना शुरु कर देते हैं और कॉपी जांचते समय परीक्षक उसे नहीं देख पाता इसलिए नए उत्तर को नए पेज से शुरू करें।
1. शब्द सीमा के अनुसार ही उत्तर लिखें। अन्यथा समय कम पड़ जायेगा।
2. पेपर पैटर्न को देख लें। व्याकरण में उपसर्ग, प्रत्यय, समास, तत्सम,तद्भव, पर्यायवाची, संधि, शब्द रूप, धातु रूप, संस्कृत में अनुवाद आदि ध्यान से एक बार ख़ुद देख ले आसानी से तैयार हो जाएगा। बहुत छोटी छोटी चीजें हैं बस ध्यान से देखना है।
3.रस, छंद अलंकार ठोस अंक देंगे। इन्हे परिभाषा और उदाहरण के साथ खूब याद कर लें।
4. खंड काव्य का सारांश और मुख्य पात्र का चरित्र चित्रण आना ही है।
5. आवेदन पत्र और निबंध लेखन सही से आवेदन पत्र प्रारूप के अनुसार और निबंध प्वाइंट डाल कर लिखें।
अंत में उन्होंने बताया कि किसी भी परीक्षा की तैयारी के लिए शैक्षिक के साथ साथ मानसिक रूप से भी तैयार होना चाहिए इसलिए अपने आपको मानसिक रूप से अच्छे अंक प्राप्त करने के लिए तैयार कर लें। निराशा और संदेह को मन से निकाल कर यह विश्वास अपने अंदर पैदा कर लें। मैं परीक्षा में अच्छे अंक लाऊंगा।