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Photograph: (वाईबीएन नेटवर्क)
शाहजहांपुर वाईबीएन संवाददाता। जनपद की ऐतिहासिक और शैक्षिक धरोहरों को नया जीवन देने की दिशा में जनराज्य फ्रंट इंडिया के राष्ट्रीय संयोजक अजय मीरा पाण्डेय अंशू लगातार सक्रिय हैं। जीजीआईसी राजकीय कन्या इंटर कॉलेज का कायाकल्प कराने के बाद अब उन्होंने ब्रिटिश काल के ऐतिहासिक मिशन स्कूल के सौंदर्यीकरण की जिम्मेदारी अपने कंधों पर ले ली है। उन्होंने जिलाधिकारी को एक मांग पत्र सौंपा जिसमें मिशन स्कूल की बदहाल स्थिति, टूटी फर्श, जर्जर दीवारें और वीर शहीदों की उपेक्षित प्रतिमाओं की ओर ध्यान दिलाया गया। इस पर डीएम ने एडीएम वित्त को आवश्यक कार्यवाही के निर्देश जारी किए। बता दें कि यही मिशन स्कूल पंडित राम प्रसाद बिस्मिल और अशफ़ाक उल्ला खां जैसे अमर सेनानियों की शिक्षा का केंद्र रहा है। यह विद्यालय अंग्रेजी हुकूमत के दौर में क्रांति की चिंगारी बनने का गौरव भी रखता है। स्कूल के प्रवेश द्वार पर स्थापित इन दोनों क्रांतिकारियों की प्रतिमाएं लंबे समय से उपेक्षा की शिकार हैं जिन्हें फिर से जागृत करने की मांग अंशू पाण्डेय ने प्रमुखता से उठाई।
जीजीआईसी को बना चुके हैं देश का सबसे आधुनिक इंटर कॉलेज
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जनपद के चौक क्षेत्र में स्थित जी.जी.आई.सी. राजकीय कन्या इंटर कॉलेज जो कि ब्रिटिश काल में वर्ष 1907 में स्थापित हुआ था, उसका कायाकल्प कर अंशू पाण्डेय पहले ही एक मिसाल कायम कर चुके हैं।उन्होंने वर्ष 2015 में शासन से 12 करोड़ 86 लाख 76 हजार रुपये की धनराशि स्वीकृत कराई, जिससे कॉलेज का पुनर्निर्माण और जीर्णोद्धार संभव हो सका।पूर्व में छात्राएं फर्श पर बैठकर पढ़ने को मजबूर थीं लेकिन आज यह संस्थान भारत के सबसे आधुनिक बालिका इंटर कॉलेजों में गिना जाता है। इसमें स्मार्ट क्लास, फर्नीचर, आधुनिक प्रयोगशालाएं और स्वच्छ पेयजल की व्यवस्था कराई गई है।
अंशू पाण्डेय ने कहा हमारा प्रयास है कि हमारे जनपद की ऐतिहासिक शैक्षिक संस्थाएं न केवल संरक्षित रहें बल्कि आने वाली पीढ़ियों को गौरव और प्रेरणा भी दें। बिस्मिल और अशफ़ाक की धरोहर हमारी पहचान है, उसे सहेजना हमारी जिम्मेदारी है। स्थानीय लोगों और छात्र-छात्राओं में भी इस पहल को लेकर उत्साह है। लोगों ने मांग की है कि मिशन स्कूल को उसका पुराना गौरव लौटाया जाए और शाहजहांपुर की क्रांतिकारी विरासत को जीवंत रखा जाए।