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Photograph: (वाईबीएन नेटवर्क)
शाहजहांपुर वाईबीएन संवाददाता। गर्रा नदी में लगातार पानी छोड़े जाने से बाढ़ का खतरा मंडराने लगा है। सोमवार रात करीब 54 हजार और मंगलवार शाम चार बजे दियूनी बैराज से करीब 50 हजार क्यूसेक पानी छोड़ा गया। इसके चलते गर्रा नदी का जलस्तर खतरे के निशान के करीब पहुंच गया है। खन्नौत नदी का जलस्तर भी एक मीटर तक बढ़ने का अनुमान है।
बारिश और पानी छोड़े जाने से बिगड़ सकते हैं हालात
सिंचाई विभाग की रिपोर्ट के मुताबिक मंगलवार शाम चार बजे अजीजगंज पुल पर गर्रा नदी का जलस्तर 147.250 मीटरगेज और लोधीपुर पुल पर खन्नौत नदी का जलस्तर 143.800 मीटरगेज दर्ज किया गया। जिले में कठना नदी 8500 क्यूसेक डिस्चार्ज के साथ गर्रा नदी में मिल रही है।
सोमवार रात दो बजे दियूनी बैराज से 54,120 क्यूसेक पानी छोड़ा गया था, जबकि मंगलवार शाम चार बजे यह मात्रा 49,790 क्यूसेक रही। अनुमान है कि इस पानी का प्रभाव जिले में पांच सितंबर तक दिखाई देगा। इससे गर्रा नदी का जलस्तर करीब एक मीटर और बढ़ सकता है। हालांकि यह खतरे के निशान 148.800 मीटरगेज से आधा मीटर नीचे रहने की संभावना है। पहाड़ों पर लगातार बारिश हो रही है। ऐसे में बैराज से छोड़ा जा रहा पानी हालात बिगाड़ सकता है। प्रशासन को पिछले वर्ष जैसी स्थिति फिर से बनने की आशंका है।
प्रशासन ने तेज की तैयारियां
एडीएम वित्त एवं राजस्व अरविंद कुमार ने बताया कि गर्रा नदी में छोड़े जा रहे पानी को देखते हुए बाढ़ राहत की तैयारियां शुरू कर दी गई हैं। बाढ़ राहत शिविर बनाए जा रहे हैं और टीमों को निगरानी के लिए लगाया गया है। लोगों से अपील की गई है कि नदियों के किनारे से हटकर सुरक्षित स्थानों पर रहें और प्रशासन के निर्देशों का पालन करें।
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