शाहजहांपुर वाईबीएन संवाददाता
गंगा एक्सप्रस वे पर बनकर तैयार हुई हवाई पट्टी का वायुसेना बरेली के अधिकारियों ने बुधवार को भी निरीक्षण किया। वायुसेना 28 अप्रैल से हवाई पट्टी को टेकओवर करेगी। इसके बाद यहां तीन मई तक रात और दिन लड़ाकू विमानों की एयर एक्सरसाइज होगी। विमानों को उतारा जाएगा। उड़ान भी भरेंगे और विमानों में फ्यूल भी भरा जाएगा।
गंगा एक्सप्रेस वे छह लेन का बनाया जा रहा है। लेकिन निकट भविष्य में इसका आठ लेन तक विस्तार करने की भी योजना है। ताकि यातायात क्षमता को बढ़ाया जा सके। गंगा एक्सप्रेसवे उत्तर प्रदेश की एक महत्वाकांक्षी परियोजना है। जिसका उद्देश्य प्रदेश के विभिन्न हिस्सों के बीच आवागमन को सुगम बनाना और आर्थिक विकास को बढ़ाना है। शाहजहांपुर के जलालाबाद क्षेत्र में गंगा एक्सप्रेस वे पर बनी हवाई पट्टी पर वायुसेना 2 मई से विमान लैंडिंग का परीक्षण करेगी। बुधवार को वायुसेना के अधिकारियों ने जिलाधिकारी धर्मंद्र प्रताप सिंह से मुलाकात की और हवाई पट्टी को 28 मई से अपने कब्जे में लेने संबंधी वार्ता की। दो और तीन मई को लड़ाकू विमानों को टेकआफ करने और लैंडिंग करने का प्रशिक्षण होगा। प्रशासन ने इसके लिए पूरी तैयारी कर ली है।
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उत्तर प्रदेश की तीसरी हवाई पट्टी होगी जलालाबाद में
प्रदेश में यह तीसरी हवाई पट्टी होगी। इससे पहले, भारतीय वायु सेना ने यमुना एक्सप्रेसवे और आगरा एक्सप्रेसवे की जांच की थी। यहां मिराज 2000, जगुआर, सुखोई 30 और सुपर हरक्यूलिस जैसे विमान पहले ही लखनऊ-आगरा एक्सप्रेसवे पर उतारे जा चुके हैं। उत्तर प्रदेश सरकार देश के पूरे उत्तरी भाग को एक्सप्रेस वे से जोड़ने का प्रयास कर रही है। भारतीय वायु सेना के हिंडन और आगरा एयरबेस और अब बरेली एयरबेस जरूरत पड़ने पर तीनों एक्सप्रेसवे के रनवे का उपयोग कर सकेंगे। साथ ही, उत्तर प्रदेश के ये हवाई पट्टी किसी भी युद्ध के मामले में चीन और पाकिस्तान के खिलाफ प्रतिक्रिया देने के लिए मौजूद रहेगी।
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पांच किमी दायरे आवाजाही पर रोक रहगी
बरेली के त्रिशूल एयरबेस के एक दर्जन अधिकारियों ने बुधवार को चमरपुर खुर्द स्थित हवाई पट्टी का निरीक्षण किया। सुरक्षा व्यवस्था के तहत लैंडिंग के दौरान 5 किलोमीटर के दायरे में आवाजाही पर रोक रहेगी। इस क्षेत्र में पशु-पक्षियों की मौजूदगी भी नहीं होगी। हवाई पट्टी के चारों ओर बाउंड्री बनाई जाएगी। रनवे को पूरी तरह समतल किया जाएगा और यह सुनिश्चित किया जाएगा कि वहां पत्थर या कंक्रीट के टुकड़े न हों। उप जिला अधिकारी दुर्गेश यादव ने बताया कि परीक्षण 2 से 3 मई तक चलेगा। एयरफोर्स अधिकारियों ने हवाई पट्टी को पूरी तरह तैयार बताया। कुछ मामूली कमियों को जल्द दूर करने के निर्देश दिए गए हैं। 28 अप्रैल को वायुसेना यहां आकर टेकओवर कर लेगी।