/young-bharat-news/media/media_files/2025/09/04/mou-singed-2025-09-04-21-49-34.jpeg)
गन्ना मंत्री व अपर मुख्य सचिव की उपस्थिति में गन्ना बीज उत्पादन के लिए एमओयू पर हस्ताक्षर करते यूपीसीएसआर व एनएसआई के निदेशक Photograph: (गन्ना विभाग)
शाहजहांपुर, वाईबीएन संवाददाताः किसानों की खुशहाली व चीनी उद्योग की प्रगति के लिए उत्तर प्रदेश गन्ना शोध परिषद (UPCSR) ने बीज उत्पादन पर विशेष जोर दिया है। इसके लिए राष्ट्रीय शर्करा संस्थान (NSI) के साथ निदेशक ने करार किया है। गुरुवार को गन्ना मंत्री चौधरी लक्ष्मी नारायण तथा अपर मुख्य सचिव की उपस्थिति में दोनों निदेशक ने एमओयू पर हस्ताक्षर किए।
सीओ 0238 गन्ना किस्म के लाल सडन रोग से प्रभावित होने के बाद प्रदेश में गन्ना व चीनी उत्पादन प्रभावित हुआ है। उत्तर प्रदेश गन्ना शोध परिषद ने संकट से निपटने के लिए सीओ 0238 के समान गुण व उत्पादकता वाली गन्ना किस्मो को बढावा देने के लिए बीज उत्पादन को मुख्य एजेंडे में शामिल किया है। इसी क्रम में गुरुवार को एनएसआइ कानपुर की निदेशक डा सीमा परोहा के साथ यूपीसीएसआर निदेशक डा वीके शुक्ला ने अनुबंध पर हस्ताक्षर किए। जिसके तहत एनएसआइ कानपुर अपने प्रक्षेत्र में 52 एकड में नई किस्म के गन्ना बीज का उत्पादन करेगा। गन्ना आयुक्त के निर्देशन में ब्रीडर सीड को प्रगतिशील किसानों को आपूर्ति किया जाएगा। इससे प्रदेश में गन्ना बीज की कमी खत्म होगी। इससे गन्ना उत्पादन व चीनी परता में आ रही कमी पर नियंत्रण के साथ ही चीनी उद्योग को भी संजीवनी मिल सकेगी। इस अवसर पर गन्ना मंत्री चौधरी लक्ष्मी नारायण, अपर मुख्य सचिव वीना कुमारी मीणा, गन्ना आयुक्त मिनिस्ती एस भी मौजूद रही।
NSI इन गन्ना किस्मों का प्रमुखता से करेगा उत्पादन
/filters:format(webp)/young-bharat-news/media/media_files/2025/09/04/meeting-2025-09-04-22-19-29.jpeg)
गन्ना विकास विभाग की ओर से मुख्य रूप से कोशा 18231, कोशा 13236, कोलख 16232, कोलख 16202, कोशा 15012 आदि अद्यतन विकसित गन्ना किस्मों की बोआइ को बढावा दे रहा है। राष्ट्रीय शर्करा संस्थान (NSI) कानपुर इन गन्ना किस्मों के प्रजनन बीज का उत्पादन करेगा। इससे लगभग 15 हजार किसानों के लिए अतिरिक्त गन्ना बीज मिल सकेगा। गन्ना मंत्री चौधरी लक्ष्मी नारायण चौधरी ने इस कदम की सराहना की। इस दाैरान उन्होंने अधिकारियों की बैठक लेकर गन्ना किसानों की खुशहाली के लिए कडे कदम उठाए जाने पर जोर दिया।
NSI को तकनीकी मदद देगा UPCSR
/filters:format(webp)/young-bharat-news/media/media_files/2025/09/04/welcome-2025-09-04-22-22-01.jpeg)
बेशक NSI अपनी 52 एकड़ भूमि पर उच्च गुणवत्ता वाले ब्रीडर सीड गन्ने का उत्पादन करेगा, लेकिन तकनीकी मदद करेंगे UPCSR के वैज्ञानिक। अनुबंध के अनुसार UPCSR, NSI को बीज उपलब्ध कराने के साथ ही तकनीकी मार्गदर्शन एवं प्रशिक्षण भी देगा। दोनों संस्थानों की साझेदारी से गन्ना किसानों को बडी राहत मिल सकती है। इससे पूर्व निदेशक डा वीके शुक्ला ने गन्ना मंत्री लक्ष्मी नारायण चौधरी ने स्वागत किया।
वर्जन
गन्ना मंत्री व अपर मुख्य सचिव की उपस्थिति में यूपीसीएसआर ने एनएसआइ से गन्ना बीज उत्पादन की साझेदारी का अनुबंध किया है। इससे प्रदेश के किसानों को गुणवत्तापूर्ण बीज की उपलब्धता सुनिश्चित होगी। इस करार से किसानों को समय से बीज मुहैया कराने में सुविधा होगी। नतीजतन किसानों की आय में वृद्धि के साथ ही चीनी उद्योग में भी स्थिरता आएगी।
डा वीके शुक्ला, अपर गन्ना आयुक्त व प्रभारी निदेशक उप्र गन्ना शोध परिषद शाहजहांपुर
यह भी पढें
Moradabad: योगी सरकार ने गन्ना आपूर्ति नीति में किए बड़े बदलाव; छोटे किसानो को भी मिलेगा लाभ