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कलान के खजुरी गांव में जमीन पर धूल धूसरित परमवीर चक्र नायक जदुनाथ सिंह की प्रतिमा तथा मनरेगा में फर्जीवाडा के सबूत देखते ग्राम प्रधान Photograph: (वाईबीएन नेटवर्क)
शाहजहांपुर, वाईबीएन संवाददाताः अदम्य साहस, शौर्य, साहस, वीरता के साथ भारत माता की रक्षा के लिए सर्वोच्च बलिदान करने वाले देश के द्वितीय परमवीर चक्र नायक जदुनाथ सिंह का उनके ही गांव में अपमान हो रहा है। उनकी प्रतिमा के लिए जिम्मेदार न ही चबूतरा बनवा सके, न ही प्रतिमा को धूल गर्द से बचाने के लिए कोई अन्य प्रबंध...। महीनों से प्रतिमा खुले आसमान के नीचे धूल गर्द व गंदगी में है, जबकि मनरेगा में फर्जी फोटो से चहेतो की हाजिरी दर्शाकर लाखो का घपला किया जा रहा है। जिम्मेदारों ने बलिदानी के स्वजन के घर के लिए मिट़टी भी डलवाने की जरूरत न समझी, मजबूरन बलिदानी की प्रपौत्र वधू को निजी खर्च से मिट़टी डलवाकर रास्ता बनाना पडा।
शर्मसार करने वाली यह स्याह तस्वीर है परमवीर चक्र से अलंकृत अमर बलिदानी नायक जदुनाथ सिंह के गांव खजुरी की। शुक्रवार यानी 25 जुलाई को यंग भारत न्यूज की टीम ने ग्राउंड रिपोर्ट में खजूरी गांव की पडताल की। अपराह़न जब यहां टीम पहुंची, तेज उमस भरी गर्मी थी, लेकिन गांव से बिजली गायब थी। लोग घर के बाहर छप्पर व पेड के नीचे बैठे हाथ से बना बिजना यानी पंखा डुला रहे थे। टीम को देख कुछ पसीना पोछते हुए नायक जदुनाथ सिंह पमरवीर चक्र स्मृतिका में आ गए। ग्रामीण सत्यवीर सिंह, परमवीर चक्र नायक जदुनाथ सिंह के भतीजे नेत्रपाल सिंह, विजयवीर सिंह समेत ग्रामीणों ने गांव की समस्याओं को साझा किया।
बलिदानी की प्रतिमा की उपेक्षा का छलका दर्द, प्रपौत्र वधु गुन्ना देवी बोली बढिया वाली मूरत पर कुत्ता मू... , मोरध्वज सरीखा कर दिया हाल
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गांव में चारपाई पर बैठी गुन्ना देवी बलिदानी श्वसुर की उपेक्षा से आहत दिखी। जब उनसे प्रश्न किया कि गांव में किस चीज की जरूरत, वह नाराजी के साथ बोली, हिंआ सब कुछ करवाई गए वे...। बोली बढिया मूर्ती जमीन पर धरवाइ गए, जिस पर कुत्ता मू...। मोरध्वज सरीखा कर दिया हाल, आधो खंड महल में, आधो सरई देउ धरती में ...। गुन्ना देवी का कहना था कि सेना की ओर से पूर्व में लगी प्रतिमा को हटाकर नई प्रतिमा लगवा दी गई, लेकिन प्रधान, बीडीओ, प्रमुख, विधायक व सांसद को पूर्व में लगी प्रतिमा को चबूतरा बनवाकर सम्मान के साथ रखवाना चाहिए था।
प्रधान से कहा घर के रास्ते पर मिट़टी डलवा दो, वह बोले बजट ही नहीं...
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परमवीर चक्र नायक जदुनाथ सिंह स्मारक के बायी ओर पास में ही उनकी प्रपौत्र वधु बिटटो देवी का घर है। यंग भारत की टीम को देख वह दौडकर आयी। अपनी घर तक पडी उबड खाबड मिट़टी केा दिखाती हुई बोली, भइया हमारे घर तक खडजा भी डलवाई देउ, बडी परेशानी होती बरसात होने पर। उन्होंने बताया कि प्रधान से मिटटी डलवाने के लिए कहा, तो उन्हें बजट की कमी बता दी, बोले मिटटी निजी खर्च से डलवा लो, खंडजा बाद में डलवा देंगे।
मनरेगा में रोजाना फर्जी फोटो से 110 मजदूरों की लग रही थी हाजिरी, प्रधान नहीं दिखा सके एक भी मजदूर, रोजगार सेवक टीम देख गायब, लेकिन शाम को भर दी हाजिरी
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बिटटो देवी को लगभग 60 मीटर मिटटी न देने वाले ग्राम प्रधान से जब मनरेगा की ओर से कराए जा रहे काम के बारे में पूछा गया तो वे बोले दो तीन दिन से काम बंद है। जब उन्हें 11 जुलाई से 24 जुलाई तक कराए गए मनरेगा कार्य का ब्योरा दिखाया गया, बेवसाइट पर आनलाइन सजीव स्थिति दिखाई गई, तो वह निरुत्तर हो गए, बोले रोजगार सेवक से गलती हो गई होगी। इस दौरान प्रधान को जब मनरेगा बेवसाइट पर अपलोड की गई एक जैसी ही कई फोटो दिखाने के साथ गेहूं खडी फसल के सामने मनरेगा श्रमिकों के फोटो मनरेगा अपलोड करने का प्रश्न किया गया तो वह सन्न रह गए। गांव वालों ने पोल खोल् दी, बोले यहां मनरेगा में खूब फर्जीवाडा हो रहा। ताज्जूब तो तब हो गया जब रोजगार सेवक प्रमोद ने वेबसाइट पर 25 जुलाई को भी 110 श्रमिकों से मनरेगा कार्य दर्शा दिया, वह भी रबी की फसल के फोटो के साथ, जबकि प्रधान ने सार्वजनिक रूप से काम न होने की जानकारी दी।
आवास की आधी किस्त खा गए जिम्मेदारा, गरीब पडोसी के यहां शरण को मजबूर
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बरसात होने पर सतानों का टपकती झोपडी, कच्चे मकान में गुजर बसर को मजबूर नरसिंह
खजुरी गांव में भेदभाव भी देखने को मिला। यहां चार बच्चो की मां सतानों छप्परनुमा झोपडी में रह रही है। झप्पर का फूस गल जाने पर उन्होने काली पन्नी का तिरपाल उपर से डाला, लेकिन वह भी फट गया। कच्ची दीवारों व छप्पर के बीच झरोखे बने हुए है, जिनसे पानी की बौछार आती रहती है। सतानों बोली की उनके पति के हाथ खराब है, वह काम भी नहीं कर पाते। किसी तरह मेहनत मजदूरी से बच्चो को पाल रही है। बोली प्रधान से आवास के लिए कहा था, उन्होंने कहा कि अभी नंबर ही नहीं आया। यही हाल नरसिंह का है। उनका भी पूरा घर कच्चा है। यंग भारत की टीम देख उनकी आंखों में आस जाग उठी। बोली यहां वोट देखकर काम कराया जाता, गरीबों की कोई नही सुनता। नरसिंह की बहन कीमती बोली भइया, बहुत गरीब है, आवास जरूरी दिलवा दो।
कच्ची गलियों में भर जाता पानी, पेयजल का भी संकट
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बीच गांव में एक किनारे दलित बस्ती है। यहां स्याह तस्वीर देखने को मिली। देशराज, रामकुमार, पापाराम, राम महेश, सियाराम, रतीराम, सरनपाल, विनाशी, कृष्णपाल, हरज्ञान सिंह के घर तक जाने के लिए कच्चा रास्ता है, जिसके बीच में नाली बनी हुई है। पानी भी यहां भरा रहता है। हरज्ञान सिंह व कीमती ने बताया कि बरसात होने पर गलियों में पानी भर जाता। हैंडपंप से नल भरने के लिए भी पानी में घुसकर जाना पडता है। यहां जल जीवन मिशन के तहत बनी टंकी से अभी तक जलापूर्ति भी शुरू नही हो सकी। इससे पेयजल संकट बना हुआ है।
प्रधान बोले 21 सूत्रीय दे चुके ज्ञापन, नहीं दूर हुई समस्याएं
ग्राम प्रधान कारे शर्मा, बलिदानी के भतीजे नेत्रपाल सिंह, पप्पू सिंह, विपिन सिंह, रामसेवक, बबलू सिंह, प्रकाश देवी, बिटटो देवी, मुन्नी देवी आदि ने उपेक्षा का दर्द बयां किया। बोले गांव में इंटर कालेज, डिग्री कालेज, अस्पताल, बिजलीघर की बहुत जरूरत है। महिलाओं का प्रसव कराना हो या कोई बीमार, लोगों को 16 किमी दूर कलान अथवा बदायूं व शाहजहापुर जाना पडता है। प्रधान ने बताया कि गांव वालों की ओर से 21 सूत्रीय मांगपत्र दिया गया, लेकिन समस्याओं का निस्तारण न हुआ। ग्रामीणों ने बेसहारा गोवंशीय से हो रहे नुकसान की भी जानकारी दी, कहा कि गांव के पास गोशाला का बनना भी बहुत जरूरी है।
बलिदानी की प्रतिमा को ससम्मान कराएंगे स्थापित, विकास कार्यों की जांच के बाद कडी कार्रवाई, बोली सीडीओ
मुख्य विकास अधिकारी डा अपराजिता सिहं सिनसिनवार ने मनरेगा फर्जीवाडा को गंभीरता से लिया है। उन्होंने यंग भारत न्यूज से बातचीत में कहा कि मामला संज्ञान में आया है। कहा कि कलान विकास ख्ंड के ग्राम खजुरी में परमवीर चक्र नायक जदुनाथ सिंह की प्रतिमा को ससम्मान स्थापित कराया जाएगा। मनरेगा कार्यो की जांच के लिए उच्च स्तरीय तीन सदस्यीय समिति गठित कर कडी कार्रवाई की जाएगी।
ग्राम पंचायत खजुरी के बारे में
ग्राम पंचायत खजुरी से छह गांव जुडे है। जिनकी कुल आबादी लगभग 10 हजार है। सबसे बडा गांव खजूरी है। गढी, ग्योटिया, ग्योडी, गोली नगला, प्रीतम नगला आदि गांवों के मिलाकर लगभग छह हजार वोट है।
यह सुविधाएं हैं ग्राम पंचायत में
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- दो कंपोजिट विद्यालय
- आठ आंगनबाडी केंद्र
- एक राशन की दुकान
- जल जीवन मिशन के अंतर्गत निर्माणीन ओवरहेड टैंक
- परमवीर चक्र के सम्मान में सेना की ओर से बनवाया गया पर स्मारक
- ग्राम पंचायत की ओर से गांव के बार स्थापित ओपन जिम
जर्जन
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