तिलहर की सीएचसी Photograph: (वाईबीएन )
शाहजहांपुर, वाईबीएन संवाददाता
जनपद के तिलहर के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (CHC) परिसर स्थित अस्पताल कॉलोनी इन दिनों अवैध कब्जों और सरकारी संसाधनों के दुरुपयोग को लेकर सुर्खियों में है। जानकारी के अनुसार, कॉलोनी के अधिकांश आवासों पर वे कर्मचारी काबिज हैं जो वर्तमान में तिलहर CHC में तैनात नहीं हैं, बल्कि दूरदराज के PHC व CHC पर कार्यरत हैं। इसके बावजूद ये कर्मचारी अस्पताल कॉलोनी के आवासों पर अवैध रूप से दशकों से कब्जा जमाए हुए हैं।
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सूत्रों के अनुसार, यह कब्जा सिर्फ अवैध रूप से रहना भर नहीं है, बल्कि इन आवासों में हजारों यूनिट मुफ्त बिजली की खपत भी लगातार जारी है, जिससे सरकारी खजाने को बड़ा नुकसान हो रहा है। बताया जा रहा है कि कुछ कर्मचारी ₹1000 से ₹2000 तक की रिश्वत देकर इन आवासों पर स्थाई कब्जा कर चुके हैं। वहीं, नगर स्थित CHC में प्रतिनियुक्त मेडिकल स्टाफ को आवास के लिए भटकना पड़ रहा है और हजारों रुपए खर्च करने के बावजूद भी उन्हें रहने की सुविधा नहीं मिल रही है। इससे अस्पताल की सेवाओं पर भी प्रतिकूल असर पड़ रहा है, खासकर आपातकालीन सेवाओं में देरी देखी जा रही है।
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स्थानीय लोगों का कहना है कि यह सब कुछ सत्ता संरक्षण में हो रहा है। कई सेवानिवृत्त कर्मचारी और उनके परिजन भी अस्पताल कॉलोनी में अवैध रूप से वर्षों से रह रहे हैं। इससे यह स्पष्ट होता है कि इस पूरे मामले में प्रभावशाली लोगों की मिलीभगत है। प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग की चुप्पी भी सवालों के घेरे में है। आम जनता और मरीजों की सुविधा को देखते हुए यह आवश्यक हो गया है कि इस मामले की निष्पक्ष जांच कर तत्काल अवैध कब्जों को हटाया जाए और अस्पताल कॉलोनी को मूल उद्देश्य के तहत प्रयोग में लाया जाए।
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