शाहजहांपुर वाईबीएन संवाददाता ।जनपद के जलालाबाद में सरकारी नौकरी दिलाने के नाम पर एक दंपति से 9 लाख रुपये की ठगी का मामला सामने आया है। पीड़ित अभिषेक प्रताप राठौर ने इस संबंध में तीन आरोपियों के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है।अभिषेक प्रताप राठौर ने पुलिस को बताया कि वह 2023 में शाहजहांपुर डिपो में संविदा परिचालक के पद पर कार्यरत थे। नौकरी छोड़ने के बाद उन्होंने अपने भाई और पत्नी के लिए सरकारी नौकरी की तलाश शुरू की। इसी दौरान उनकी मुलाकात प्रदीप द्विवेदी से हुई। प्रदीप ने अपने बेटों विशाल और करन के साथ मिलकर काकोरी शहीद इंटर कॉलेज, जलालाबाद में कनिष्ठ लिपिक की नौकरी दिलाने का आश्वासन दिया।
अभिषेक ने बताया कि आरोपियों ने कहा कि नौकरी के लिए आवश्यक रिश्वत अधिकारियों को दी जाएगी। इस झांसे में आकर पीड़ित ने आरोपियों को अलग-अलग किश्तों में कुल 9 लाख रुपये दे दिए। आरोपियों ने नौकरी के लिए नियुक्ति पत्र भी सौंपे, जिससे अभिषेक और उनके परिवार को विश्वास हुआ।हालांकि, जब अभिषेक के भाई और पत्नी ने कार्यभार ग्रहण करने की कोशिश की, तो उन्हें पता चला कि नियुक्ति पत्र पूरी तरह फर्जी थे और नौकरी का कोई अस्तित्व नहीं था। इस मामले में ठगी की पुष्टि होने पर अभिषेक ने जलालाबाद थाने में शिकायत दर्ज कराई है।
पुलिस को दिए गए शिकायती पत्र में बताया गया है कि आरोपित प्रदीप द्विवेदी उर्फ बब्लू, विशाल द्विवेदी और करन द्विवेदी अंटा चौराहा शाहजहांपुर के शेखर हॉस्पिटल के पास रहते हैं। इनका मूल निवास ग्राम ठिगंरी, थाना अल्हागंज जलालाबाद शाहजहांपुर है।पुलिस इस मामले की जांच कर रही है और जल्द ही आरोपियों को गिरफ्तार करने की कार्रवाई शुरू कर सकती है। लोगों से अपील की गई है कि वे सरकारी नौकरी के नाम पर धोखाधड़ी करने वालों से सतर्क रहें और इस तरह के मामलों की सूचना तुरंत संबंधित अधिकारियों को दें।
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