शाहजहांपुर, वाईबीएन संवाददाता
]जनपद मे अक्षय तृतीया के अवसर पर बाल विवाह की संभावनाओं को देखते हुए, महिला कल्याण विभाग द्वारा शुक्रवार को एक विशेष जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम क्रिश्चियन गर्ल्स हाई स्कूल में आयोजित हुआ, जिसमें छात्राओं को बाल विवाह के दुष्प्रभावों के प्रति जागरूक किया गया।कार्यक्रम में जिला मिशन समन्वयक अमृता दीक्षित ने बच्चों को बताया कि 18 वर्ष से कम आयु में लड़की या लड़के की शादी करना बाल विवाह कहलाता है। उन्होंने बताया कि बाल विवाह न केवल बच्चों के बचपन को छीनता है, बल्कि उनकी शिक्षा, स्वास्थ्य और सामाजिक विकास पर भी नकारात्मक प्रभाव डालता है। इससे बच्चों के भविष्य के अवसर घटते हैं और परिवार गरीबी के दुष्चक्र में फंस सकते हैं।
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अमृता दीक्षित ने बाल विवाह रोकने के लिए शिक्षा को बढ़ावा देने, जागरूकता फैलाने और सामाजिक एवं आर्थिक सुधारों के महत्व पर भी बल दिया। कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला योजना तथा स्पॉन्सरशिप योजना सहित महिला कल्याण विभाग की विभिन्न योजनाओं की जानकारी भी छात्राओं को दी गई। साथ ही पात्र बालिकाओं को ऑनलाइन और ऑफलाइन आवेदन प्रक्रिया के बारे में विस्तृत जानकारी प्रदान की गई।इस अवसर पर स्कूल की प्रधानाचार्या अल्पना सिंह, शिक्षिकाएं मीनाक्षी सक्सेना, वंदना, डोली, इल्मा खान, अमरीन, कुमुद, खुशी और फलक सहित लगभग 120 छात्राएं व स्टाफ के सदस्य उपस्थित रहे।कार्यक्रम के अंत में सभी ने बाल विवाह रोकने की शपथ ली और समाज में जागरूकता फैलाने का संकल्प लिया।
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