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बसों के अभाव में सुनसान पड़े तिलहर रोडवेज का फोटो Photograph: (बाईवीएन नेटवर्क)
शाहजहांपुर, बाईवीएन संवाददाता
तिलहर क्षेत्रवासियों के लिए रोडवेज बस सेवा दिवास्वप्न बनकर रह गई है। ज्ञापन, धरना- प्रदर्शन के बावजूद चार दशकों बाद भी समस्या दूर न हो सकी। न ही ना तो लॉंग रूट की कोई बस रोडवेज अड्डे तक आती है और न ही परिचालक तिलहर के यात्रियों को बस में बैठाते है। इससे प्रदेश के अन्य शहरों से तिलहर आने वाले यात्रियों को परेशान होना पड़ता है।
यह तब स्थिति है जबकि तिलहर शाहजहांपुर बरेली के बीच पड़ता है। ना तो लॉन्ग रूट की कोई बस रोडवेज अड्डे तक आती है और ना ही तिलहर के यात्रियों को बस में परिचालकों द्वारा बिठाया जाता है। प्रदेश के अन्य शहरों से तिलहर के लिए आने पर लॉन्ग रूट की बसों के परिचालक यात्रियों को बस से उतार देते हैं। जबकि पर उत्तर प्रदेश परिवहन निगम की सभी बसों का स्टॉपेज तिलहर में वर्षों से परिवहन निगम के द्वारा निश्चित किया गया है।
बाईपास बनने से हुई समस्या की शुरुआत
लगभग चार दशक पूर्व जब बाईपास का निर्माण हुआ तो नगर के अंदर स्थित रोडवेज बस अड्डे पर बसे आना बंद हो गई। बार-बार धरना प्रदर्शन और आदोलन के बाद भी जब समस्या का समाधान नहीं हुआ तो अस्थाई से बाईपास चौराहे पर बस के स्टॉपेज का बोर्ड लगाया गया। किंतु शाहजहांपुर डिपो की बसों के अलावा अन्य लांग रूट की बसों का रुकना संभव न हो सका।
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2015 में फिर शुरू हुआ नगर के अंदर बस अड्डा
भारतीय कृषक दल के आंदोलन के बाद 2015 में पुराने बस अड्डे से मलवा हटाकर अस्थाई रूप से पुराने बस अड्डे को फिर से चालू किया गया। और सभी बस चालकों को अनिवार्य रूप से बस अड्डे पर आने के लिए निर्देशित किया गया ।तत्कालीन सहायक क्षेत्रीय प्रबंधक राजेश कुमार ने उप जिलाधिकारी भगवानदीन वर्मा को पत्र लिखकर पूर्व की भांति नगर के अंदर से पीडब्ल्यूडी के मार्ग पर बसों के संचालन के अनुमति मांगी ताकि सभी बसों को निगम के बस अड्डे तक लाया जा सके। प्रशासन ने सख्ती से रोड से अतिक्रमण हटवाकर बसों का संचालन शुरू कराया। लेकिन एक माह से ज्यादा यह व्यवस्था नहीं चल सकी और अधिकांश बसें सीधे बाईपास से निकलने लगी। सही मायने में शाहजहांपुर की सबसे बड़ी तहसील तिलहर की रोडवेज की समस्या का समाधान का एकमात्र उपाय तिलहर में भी बरेली और शाहजहांपुर की तर्ज पर सैटलाइट बस अड्डे का निर्माण है ताकि बाईपासस होकर निकलने वाली कम दूरी , लॉन्ग रूट तथा अन्य प्रदेशों के परिवहन निगम की बसों का लाभ व्यापारियों, अन्य प्रदेशों में काम करने वाले नौकरीपेशा लोगों तथा छात्र-छात्राओं को मिल सके।
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बस अड्डा नगर में होने से डिपो की बसों का संचालन हो रहा प्रभावित
रोडवेज पर बैठने बाले बुकिंग संविदाकर्मी रवि सक्सेना का कहना है कि लॉन्ग रूट की सारी बसें बाईपास चौराहे और तिराहे से सवारिया लेकर चली जाती हैं जब तक शाहजहांपुर डिपो की अंडरटेकिंग बसें बाहर पहुंचती है कोई सवारी नहीं मिलती इसलिए यह बसें घाटे में जा रही हैं ना सवारी बाहर मिलती है और ना ही रोडवेज अड्ड पर। यदि रोडवेज बस अड्डा हाईवे किनारे बनाए जाए तो यात्रियों के लिए लोकल और लॉन्ग रोड की सभी बसें उपलब्ध हो सकती हैं।
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क्या कहते हैं तिलहर वाले
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रोडवेज पर स्थानीय व लॉन्ग रूट की बसों का ना आना स्थानीय नागरिकों के लिए एक बहुत बड़ी समस्या है जिसका समाधान न होने से नगर वासियों के साथ बहुत बड़ा अन्याय हो रहा है तिलहर में रोडवेज बस अड्डे का निर्माण हाईवे किनारे चीनी मिल की भूमि पर किया जा सकता है जिससे नागरिकों को इस समस्या से छुटकारा मिल सकता है ।
-अभिषेक शर्मा अधिवक्ता तहसील तिलहर
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भारतीय कृषक दल सदैव जनहित के मुद्दे उठाने में अग्रगण्य रहा है। पिछले 40 वर्षों से तिलहर की जनता रोडवेज बस अड्डे के निर्माण और परिवहन निगम की सभी बसों को रोडवेज अड्डे तक लाने की मांग करती रही है। किंतु शासन प्रशासन और जनप्रतिनिधियों की उदासीनता के कारण इस समस्या का समाधान नहीं हो सका है। तिलहर में भी बरेली और शाहजहांपुर की तर्ज पर सैटलाइट बस अड्डे का निर्माण कराया जाए यदि शासन-प्रशासन सरकार और जनप्रतिनिधियों ने अपना रुपया नहीं बदला तो फिर पहले की तरह जनहित की लड़ाई लड़ने के लिए भारतीय कृषक दाल आगे आएगा।
-प्रमोद कुमार यादव, पूर्व सदस्य जिला पंचायत एवं राष्ट्रीय महासचिव भारतीय कृषक दल
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तिलहर में रोडबसों बसों का रोडवेज अड्डे तक ना आना व्यापारियों ,छात्रों, महिलाओं और बुजुर्गों के लिए अत्यंत ही कष्प्रद है। क्षेत्रीय जनप्रतिनिधियों को इस पर ध्यान देना चाहिए। क्षेत्रीय जनता की इस बहु प्रतीक्षित मांग को पूरा कराना चाहिए।
-अंकुर गुप्ता व्यापारी बहादुरगंज तिलहर
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तिलहर में रोडवेज बस अड्डे के निर्माण की मांग कई वर्षों से चल रही है। बेसन के अड्डे तक बेसन के संचालन न होने से नगर में व्यापारियों,किसानो, छात्र-छात्राओं और बुजुर्गों सभी को कठिनाई उठानी पड़ती है। शासन को नगर की इस प्रमुख समस्या का निराकरण अति शीघ्र करना चाहिए। वरना जनता कभी-भी माफ नहीं करेगी।
-कामरान अंसारी ,दवा व्यवसायी, मौजमपुर तिलहर
वर्जन
-वर्तमान में बड़ी संख्या में उत्तर प्रदेश परिवहन की बसें कुंभ मेले में जानेक कारण बसों की कमी हो गई है इसलिए रोडवेज पर बसे नहीं आ पा रही हैं। मेले के बाद शाहजहांपुर डिपो की सभी अनुबंधित बसें आनी हो जाएंगी
-ओमकार सक्सेना स्टेशन प्रभारी तिलहर