Advertisment

समस्या: तिलहर वालों के लिए दिवास्वप्न बनी रोडवेज सेवा, बेकार गए आंदोलन

तिलहर निवासियों के लिए रोडवेज बस सेवा दशकों से दिवास्वप्न बनकर रह गई है। धरना प्रदर्शन क बावजूद शासन प्रशासन ने ध्यान नहीं दिया। जनप्रतिनिधि भी उदासीन हैं। नतीजतन दशकों से नगर, निर्बाध रोडवेज बस सेवा के लिए तरस रहा है।

author-image
Narendra Yadav
रोडवेज

बसों के अभाव में सुनसान पड़े तिलहर रोडवेज का फोटो Photograph: (बाईवीएन नेटवर्क)

Listen to this article
0.75x1x1.5x
00:00/ 00:00

शाहजहांपुर, बाईवीएन संवाददाता 

तिलहर क्षेत्रवासियों के लिए रोडवेज बस सेवा दिवास्वप्न बनकर रह गई है। ज्ञापन, धरना- प्रदर्शन के बावजूद चार दशकों बाद भी समस्या दूर न हो सकी। न ही ना तो लॉंग रूट की कोई बस रोडवेज अड्डे तक आती है और न ही परिचालक तिलहर के यात्रियों को बस में बैठाते है। इससे प्रदेश के अन्य शहरों से तिलहर आने वाले यात्रियों को परेशान होना पड़ता है।  

यह तब स्थिति है जबकि तिलहर शाहजहांपुर बरेली के बीच पड़ता है। ना तो लॉन्ग रूट की कोई बस रोडवेज अड्डे तक आती है और ना ही तिलहर के यात्रियों को बस में परिचालकों द्वारा बिठाया जाता है। प्रदेश के अन्य शहरों से तिलहर के लिए आने पर लॉन्ग रूट की बसों के परिचालक यात्रियों को बस से उतार देते हैं। जबकि पर उत्तर प्रदेश परिवहन निगम की सभी बसों का स्टॉपेज तिलहर में वर्षों से परिवहन निगम के द्वारा निश्चित किया गया है।

Advertisment

बाईपास बनने से हुई समस्या की शुरुआत

लगभग चार  दशक पूर्व जब बाईपास का निर्माण हुआ तो नगर के अंदर स्थित रोडवेज बस अड्डे पर बसे आना बंद हो गई। बार-बार धरना प्रदर्शन और आदोलन के बाद भी जब समस्या का समाधान नहीं हुआ तो अस्थाई से बाईपास चौराहे पर बस के स्टॉपेज का बोर्ड लगाया गया। किंतु शाहजहांपुर डिपो की बसों के अलावा अन्य लांग रूट की बसों का रुकना संभव न हो सका। 

यह भी पढ़ें 

Advertisment

Moradabad: कर्मचारी संघ की मांग,डिपो तक चलें रोडवेज की बसें

2015 में फिर शुरू हुआ नगर के अंदर बस अड्डा 

Advertisment

भारतीय कृषक दल के आंदोलन के बाद 2015 में पुराने बस अड्डे से मलवा हटाकर अस्थाई रूप से पुराने बस अड्डे को फिर से चालू किया गया। और सभी बस चालकों को अनिवार्य रूप से बस अड्डे पर आने के लिए निर्देशित किया गया ।तत्कालीन सहायक क्षेत्रीय प्रबंधक राजेश कुमार ने उप जिलाधिकारी भगवानदीन वर्मा को पत्र लिखकर पूर्व की भांति नगर के अंदर से पीडब्ल्यूडी के मार्ग पर बसों के संचालन के अनुमति मांगी ताकि सभी बसों को निगम के बस अड्डे तक लाया जा सके। प्रशासन ने सख्ती से रोड से अतिक्रमण हटवाकर बसों का संचालन शुरू कराया। लेकिन एक माह से ज्यादा यह व्यवस्था नहीं चल सकी और अधिकांश बसें सीधे बाईपास से निकलने लगी। सही मायने में शाहजहांपुर की सबसे बड़ी तहसील तिलहर की रोडवेज की समस्या का समाधान का एकमात्र उपाय तिलहर में भी बरेली और शाहजहांपुर की तर्ज पर सैटलाइट बस अड्डे का निर्माण है ताकि बाईपासस होकर निकलने वाली कम दूरी , लॉन्ग रूट तथा अन्य प्रदेशों के परिवहन निगम की बसों का लाभ व्यापारियों, अन्य प्रदेशों में काम करने वाले नौकरीपेशा लोगों तथा छात्र-छात्राओं को मिल सके।

यह भी पढ़ें 

वार्षिकोत्सव: लीड कान्वेंट स्कूल के वार्षिकोत्सव में बच्चों ने दिखाई प्रतिभा , झटके इनाम

बस अड्डा नगर में होने से डिपो की बसों का संचालन हो रहा प्रभावित 

रोडवेज पर बैठने बाले बुकिंग संविदाकर्मी रवि सक्सेना का कहना है कि लॉन्ग रूट की सारी बसें बाईपास चौराहे और  तिराहे से सवारिया लेकर चली जाती हैं जब तक शाहजहांपुर डिपो की अंडरटेकिंग बसें बाहर पहुंचती है कोई सवारी नहीं मिलती इसलिए यह बसें घाटे में जा रही हैं ना सवारी बाहर मिलती है और ना ही रोडवेज अड्ड पर। यदि रोडवेज बस अड्डा हाईवे किनारे बनाए जाए तो यात्रियों के लिए लोकल और लॉन्ग रोड की सभी बसें उपलब्ध हो सकती हैं।

यह भी पढ़ें 

ममता कुलकर्णी का किन्नर अखाड़े की महामंडलेश्वर पदवी से Resign, बोलीं, साध्वी हूं, साध्वी रहूंगी...

क्या कहते हैं तिलहर वाले 

अभिषेक शर्मा
अभिषेक शर्मा अधिवक्ता तहसील तिलहर Photograph: (स्वयं)

रोडवेज पर स्थानीय व लॉन्ग रूट की बसों का ना आना स्थानीय नागरिकों के लिए एक बहुत बड़ी समस्या है जिसका समाधान न होने से नगर वासियों के साथ बहुत बड़ा अन्याय हो रहा है तिलहर में रोडवेज बस अड्डे का निर्माण हाईवे किनारे चीनी मिल की भूमि पर किया जा सकता है जिससे नागरिकों को इस समस्या से छुटकारा मिल सकता है ।

-अभिषेक शर्मा अधिवक्ता तहसील तिलहर 

प्रमोद कुमार यादव
प्रमोद कुमार यादव राष्ट्रीय महासचिव भारतीय कृषक दल Photograph: (स्वयं)

भारतीय कृषक दल सदैव जनहित के मुद्दे उठाने में अग्रगण्य रहा है। पिछले 40 वर्षों से तिलहर की जनता रोडवेज बस अड्डे के निर्माण और परिवहन निगम की सभी बसों को रोडवेज अड्डे तक लाने की मांग करती रही है। किंतु शासन प्रशासन और जनप्रतिनिधियों की उदासीनता के कारण इस समस्या का समाधान नहीं हो सका है। तिलहर में भी बरेली और शाहजहांपुर की तर्ज पर सैटलाइट बस अड्डे का निर्माण कराया जाए यदि शासन-प्रशासन सरकार और जनप्रतिनिधियों ने अपना रुपया नहीं बदला तो फिर पहले की तरह जनहित की लड़ाई लड़ने के लिए भारतीय कृषक दाल आगे आएगा। 

-प्रमोद कुमार यादव, पूर्व सदस्य जिला पंचायत एवं राष्ट्रीय महासचिव भारतीय कृषक दल

अंकुर गुप्ता
अंकुर गुप्ता व्यापारी बहादुरगंज तिलहर Photograph: (स्वयं)

तिलहर में रोडबसों बसों का रोडवेज अड्डे तक ना आना व्यापारियों ,छात्रों, महिलाओं और बुजुर्गों के लिए अत्यंत ही कष्प्रद है। क्षेत्रीय जनप्रतिनिधियों को इस पर ध्यान देना चाहिए। क्षेत्रीय जनता की इस बहु प्रतीक्षित मांग को पूरा कराना चाहिए।

-अंकुर गुप्ता व्यापारी बहादुरगंज तिलहर

कामरान अंसारी
कामरान अंसारी दवा व्यवसायी मौजमपुर तिलहर Photograph: (स्वयं)

तिलहर में रोडवेज बस अड्डे के निर्माण की मांग कई वर्षों से चल रही है। बेसन के अड्डे तक बेसन के संचालन न होने से नगर में व्यापारियों,किसानो, छात्र-छात्राओं और बुजुर्गों सभी को कठिनाई उठानी पड़ती है। शासन को नगर की इस प्रमुख समस्या का निराकरण अति शीघ्र करना चाहिए। वरना जनता कभी-भी माफ नहीं करेगी। 

-कामरान अंसारी ,दवा व्यवसायी, मौजमपुर तिलहर

 वर्जन 

-वर्तमान  में बड़ी संख्या में उत्तर प्रदेश परिवहन की बसें कुंभ मेले में जानेक कारण बसों की कमी हो गई है इसलिए रोडवेज पर बसे नहीं आ पा रही हैं। मेले के बाद शाहजहांपुर डिपो की सभी अनुबंधित बसें आनी हो जाएंगी

-ओमकार सक्सेना स्टेशन प्रभारी तिलहर

Advertisment
Advertisment