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ममता कुलकर्णी का किन्नर अखाड़े की महामंडलेश्वर पदवी से Resign, बोलीं, साध्वी हूं, साध्वी रहूंगी...

ममता कुलकर्णी ने सोमवार को दुखी मन से किन्नर अखाड़े की महामंडलेश्वर पदवी से इस्तीफा देने का ऐलान किया और कहा कि मैं 25 साल से साध्वी हूं और आगे भी साध्वी रहूंगी। उन्होंने इस्तीफे देने का ऐलान करते हुए सोशल मीडिया 'एक्स' पर वीडियो भी शेयर किया।

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Mukesh Pandit
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प्रयागराज, वाईबीएन नेटवर्क।

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अभिनेत्री से संन्यासिन बनीं चर्चित और विवादित ममता कुलकर्णी ने सोमवार को दुखी मन से किन्नर अखाड़े की महामंडलेश्वर पदवी से इस्तीफा देने का ऐलान किया और कहा कि मैं 25 साल से साध्वी हूं और आगे भी साध्वी रहूंगी। उन्होंने इस्तीफे देने का ऐलान करते हुए सोशल मीडिया 'एक्स' पर वीडियो शेयर करते हुए लिखा,  "मैं किन्नर अखाड़े की महामंडलेश्वर के पद से इस्तीफा दे रही हूं। मैं 25 साल से साध्वी हूं और आगे भी रहूंगी..."हालांकि किन्‍नर अखाड़े के महंत अजय दास ने खुद को अखाड़े का संस्‍थापक बताते हुए ममता को निष्‍कासन कर दिया था। उसके बाद बाबा रामदेव और बागेश्‍वर धाम सरकार  खुलकर ममता के विरोध में आ गए थे और उनके खिलाफ टिप्पणियां कीं थी। 

24 जनवरी को मिली थी महामंडलेश्वर की पदवी

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ममता कुलकर्णी ने कहा, मेरा किसी भी तरह की राजनीति से कोई ताल्लुक नहीं है। मैं शांति के लिए कुंभ आई और विधिवत नियमों का पालन करते हुए महामंडलेश्वर की पदवी प्राप्त की। उल्लेखनीय है कि अभिनेत्री रहीं ममता कुलकर्णी बसंत पंचमी के मौके पर वापस महाकुंभ पहुंची थीं, यहां उन्‍होंने भभूत स्‍नान किया। किन्‍नर अखाड़े से महामंडलेश्‍वर की पदवी मिलने के बाद वे विवादों में आ गई थीं। 24 जनवरी को मिली उनकी पदवी केवल सात दिन भी टिक नहीं पाई थी। इस बीच ममता कुलकर्णी मुंबई चली गई थीं। इस दौरान अखाड़ा परिषद के अध्‍यक्ष महंत रविंद्र पुरी ने खुलकर ममता कुलकर्णी का समर्थन किया था और उन्‍हें शाही स्‍नान में शामिल करने की भी बात कही थी।

रामदेव ने की थी आलोचना

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पदवी के बाद ममता कुलकर्णी सोशल मीडिया पर खूब वायरल हुईं। उन्‍होंने बाबा रामदेव और बागेश्‍वर धाम सरकार पर भी पलटवार किया, लेकिन महामंडेश्‍वर घोषित होने के बाद मुंबई का मोह न छोड़ पाने के चलते उनकी पैरोकारी कमजोर पड़ने लगी थी। खैर, सोमवार को  ममता कुलकर्णी विवादों के बीच एक बार फिर महाकुंभ में लौट आई हैं। भभूत स्‍नान करते उनकी नई तस्वीरें सामने आई हैं, भभूत स्‍नान के बाद उनका पूरा चेहरा सफेद नजर आया। इस पर ममता प्रतिक्रिया आई कि अपने चेहरे पर भस्म लगाकर शृंगार किया है। इस दौरान ममता कुलकर्णी को किन्नर अखाड़े की आचार्य महामंडलेश्वर डॉ लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी भी आशीर्वाद देतीं नजर आईं। 

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अंडरवर्ल्‍ड से संबंध और ड्रग तस्‍करी के आरोप लगे थे

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ममता कुलकर्णी पर अंडरवर्ल्ड से कनेक्शन होने और विक्की गोस्वामी के साथ मिलकर ड्रग्स तस्करी करने के आरोप लगे थे, हालांकि कोर्ट ने उन्‍हें इन सभी आरोपों से मुक्‍त कर दिया था। उनके व्‍यक्तित्‍व पर लगे यही दाग उनके आध्‍यात्‍मिक सफर पर कई सवाल खड़े कर रहे हैं। एक एक्‍ट्रेस ने भी ममता कुलकर्णी पर हमला बोला था। ममता कुलकर्णी पर 10 करोड़ रुपए देकर महामंडलेश्वर की पदवी हासिल करने के भी आरोप लगे हैं, हालांकि उन्‍होंने गुरु भेंट में उधार लेकर दो लाख रुपये देने की बात कही है।

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ममता कुलकर्णी ने बागेश्वर धाम को कहा

ममता कुलकर्णी ने धीरेंद्र शास्‍त्री बाबा बागेश्‍वर धाम पर पलटवार करते हुए कहा था कि, 'धीरेंद्र शास्त्री की उम्र ही  25 साल है, इससे ज्यादा समय मुझे तप करते हुए हो चुका है, धीरेंद्र शास्त्री शास्‍त्रार्थ में मेरे आगे कहीं नहीं टिक सकते, यह मेरा खुला चेलेंज है। इसके साथ ही मममा ने धीरेंद्र शास्‍त्री को यह सलाह भी दी थी, कि कुछ बोलने से पहले अपने गुरु से मेरे बारे में पूछ लें, उनके पास दिव्‍य दृष्टि है, सब बता देंगे। उलूल-जुलूल बोलने से अच्‍छा है चुपचाप बैठें।

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