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नई दिल्ली, वाईबीएन डेस्क। उत्तर प्रदेश के जनपद शाहजहांपुर स्थित नगर जलालाबाद का नाम अब बदलने की तैयारी पूरी हो चुकी है। ऐतिहासिक और धार्मिक दृष्टि से महत्वपूर्ण इस नगर को जल्द ही 'परशुरामपुरी' के नाम से जाना जाएगा। भगवान परशुराम की जन्मस्थली माने जाने वाले इस क्षेत्र को लेकर लंबे समय से स्थानीय नागरिकों और जनप्रतिनिधियों द्वारा नाम परिवर्तन की मांग की जा रही थी। बता दें यूपी विधानसभा चुनाव से पहले यहां लोगों ने मांग उठाई थी कि नाम परिवतर्न नहीं तो वोट नहीं।
कहां से आई मांग?
यह प्रस्ताव केंद्रीय मंत्री जतिन प्रसाद द्वारा 14 अप्रैल, 2025 को केंद्र सरकार को भेजा गया था। उन्होंने पत्र में लिखा कि जलालाबाद भगवान परशुराम की जन्मस्थली है और यहां उनकी प्राचीन एवं पौराणिक मंदिर भी स्थित है। इसीलिए स्थानीय जनभावनाओं और धार्मिक आस्था को देखते हुए नगर का नाम 'परशुरामपुरी' रखा जाए।
नगर पालिका और जिलाधिकारी का समर्थन
इस मांग को नगर पालिका परिषद जलालाबाद ने भी समर्थन दिया है। बोर्ड की बैठकों में 24 मार्च, 2018 और 4 सितंबर, 2023 को सर्वसम्मति से प्रस्ताव पारित कर नाम परिवर्तन को मंजूरी दी गई। इसके बाद जिलाधिकारी शाहजहांपुर धर्मेंद्र प्रताप सिंह की ओर से भी 16 अप्रैल, 2025 को राज्य सरकार को अपनी सहमति भेजी गई।
राज्य सरकार ने दी सैद्धांतिक मंजूरी
राज्य सरकार ने नगर पालिका के प्रस्ताव पर विचार के बाद अपना अनुमोदन दे दिया है। अक्षय तृतीया के मौके पर 27 जून कोउत्तर प्रदेश के प्रमुख सचिव (शासन) ने गृह मंत्रालय को पत्र भेजकर नाम परिवर्तन की संस्तुति की है। अब केंद्र सरकार से आधिकारिक अनुमति की प्रतीक्षा की जा रही है ताकि नाम परिवर्तन की प्रक्रिया को आगे बढ़ाया जा सके।