/young-bharat-news/media/media_files/2025/07/14/6316721888604311464-2025-07-14-15-20-05.jpg)
Photograph: (वाईबीएन netwrk)
शाहजहांपुर वाईबीएन संवाददाता। वार्ड नंबर-15 बाबूजई जिसमें गौहरपुरा जैसे इलाके शामिल हैं कभी गड्ढों अंधे गलियों और सीवर जाम जैसी समस्याओं से जूझता रहा करता था। लेकिन बीते दो साल तीन महीनों में यहां की तस्वीर काफी हद तक बदल चुकी है। जहां पहले जलजमाव और टूटी सड़कों से लोग परेशान रहते थे, वहीं आज सीवर लाइन बिछ चुकी है, पक्की सड़कें बन गई हैं और गली-मोहल्ले स्ट्रीट लाइटों की रोशनी से जगमगाने लगे हैं। इस बदलाव के केंद्र में हैं वार्ड के पार्षद विपिन यादव जिनके नेतृत्व में स्थानीय विकास कार्यों ने गति पकड़ी है। हालांकि अधिकांश बुनियादी सुविधाओं में सुधार हुआ है लेकिन सफाई व्यवस्था अभी भी संसाधनों की कमी से जूझ रही है। उपलब्ध सफाईकर्मी और कूड़ा उठाने वाले संसाधन वार्ड की बढ़ती आबादी के अनुपात में नाकाफी हैं।
सफाई व्यवस्था,सीमित संसाधनों के बावजूद अनुशासित कार्य
/filters:format(webp)/young-bharat-news/media/media_files/2025/07/14/6316721888604311472-2025-07-14-15-22-33.jpg)
सफाई व्यवस्था किसी भी क्षेत्र की रीढ़ होती है और बाबूजई वार्ड में इस ओर ध्यान भी दिया गया है।
वर्तमान में
10 सफाईकर्मी कार्यरत हैं जबकि आवश्यकता 25 की है।
6 कूड़ा ठेलियां उपलब्ध हैं जबकि जनसंख्या अनुपात के अनुसार 12 होनी चाहिए।
1 ई-रिक्शा और 1 छोटी ट्रॉली से कचरा उठाने का कार्य जारी है।
सकारात्मक पहलू यह है कि सफाई का कार्य प्रतिदिन नियमित रूप से कराया जा रहा है, जिससे गंदगी की समस्या सीमित हुई है।
बिजली और स्ट्रीट लाइट ,उजाले से चमका वार्ड
/filters:format(webp)/young-bharat-news/media/media_files/2025/07/14/6316721888604311498-2025-07-14-15-37-24.jpg)
वार्ड में बिजली व्यवस्था को मजबूती देने के लिए उठाए कई कदम
52 नए खंभे लगाए गए हैं।
3 पुराने खंभे जो जर्जर हो चुके हैं उन्हें बदला जाना बाकी है।
गौहरपुरा और सुपर ऑटो वाली गली में नई ब्रांच लाइन डलवाने का प्रस्ताव है।
100 स्ट्रीट लाइटें लग चुकी हैं।
50 और लगाई जानी हैं।
5 सोलर लाइटें और 10 हाईमैक्स लाइटें भी लगाई गईं, जबकि 10 और हाईमैक्स लाइटों की आवश्यकता है।
वार्ड के अंधेरे को दूर करने के इस प्रयास को जनता ने सराहा है। सड़कों से मिली राह पहली बार गलियों तक पहुंचा RCC का काम अगर रास्ता अच्छा हो तो हर मंज़िल आसान लगती है।’ इस सोच के साथ वार्ड में प्रमुख सड़क निर्माण कार्य कराए गए:
तीन प्रमुख RCC सड़कें बनीं:
/filters:format(webp)/young-bharat-news/media/media_files/2025/07/14/6316721888604311489-2025-07-14-15-38-16.jpg)
1. सुपर ऑटो से आम बगिया तक – लागत ₹50 लाख
2. गायत्री मंदिर से इस्लाम मोहम्मद के घर तक – लागत ₹90 लाख
3. आशीष पांडे के घर से अल्किया मंदिर तक – लागत ₹30 लाख
12 गलियों में 60-70 मीटर लंबाई की RCC सड़कें बनाई गईं हैं।
प्रस्तावित सड़कें
तकिया कब्रिस्तान से फूलसिंह यादव के मकान तक
सुपर ऑटो से खिलौना फैक्ट्री तक
विजय पाठक से विजय शंकर चौकन्नी मिश्रा तक
इन निर्माण कार्यों से आवाजाही में सुविधा बढ़ी और स्थानीय लोगों की वर्षों पुरानी मांग पूरी हुई।
सौंदर्यीकरण की दिशा में नई शुरुआत, जो पहले केवल सपना था
/filters:format(webp)/young-bharat-news/media/media_files/2025/07/14/6316721888604311492-2025-07-14-15-38-59.jpg)
मिशन फील्ड का सौंदर्यीकरण जल्द किया जाएगा। इसके साथ ही मिशन फील्ड के सामने स्थित मकबरे का भी सौंदर्यीकरण प्रस्तावित है, जिससे वार्ड को एक सांस्कृतिक पहचान मिल सके।
जल संकट पर काबू, हर घर पहुंचा पानी
22 सार्वजनिक नल लगाए गए हैं और सभी सक्रिय रूप से कार्य कर रहे हैं।
मिशन फील्ड में ₹50 लाख की लागत से ट्यूबवेल लगाया गया है।
गौहरपुरा में 1200 मीटर पानी की पाइप लाइन डाली जा रही है, जिसका निरीक्षण हाल ही में किया गया।
दो और ट्यूबवेल प्रस्तावित हैं एक कटा बाग में और दूसरा आशीष पांडे की जिम के पास।
इन सभी कार्यों से जल संकट की समस्या में बड़ी राहत मिली है।
सीवर लाइन की स्थिति
/filters:format(webp)/young-bharat-news/media/media_files/2025/07/14/6316721888604311491-2025-07-14-15-39-44.jpg)
वार्ड में सीवर लाइन लगभग पूरी हो चुकी है। सिर्फ दो गलियों में कार्य शेष है, जिसे जल्द पूरा करने का दावा किया गया है। यह एक बड़ी उपलब्धि मानी जा रही है, क्योंकि सीवर व्यवस्था के कारण पहले जलभराव और गंदगी की गंभीर समस्या थी।
निवासियों ने क्या कहा
/filters:format(webp)/young-bharat-news/media/media_files/2025/07/14/ybn-network-2025-07-14-18-21-33.jpeg)
रोड बहुत अच्छी बनी है, लाइटें लगने से रात में दिक्कत नहीं होती। लेकिन दुकानों के सामने कूड़े की ठेली कभी-कभी देर से आती है, इससे दुर्गंध फैलती है। मोहम्मद अनीश (दुकानदार, बाबूजई )
हमने पहले इतना काम कभी नहीं देखा। पहले गंदगी, कीचड़ और अंधेरा था। अब रोशनी, सीवर और पानी की लाइन आ गई है। पर से और सहयोग मिले तो सफाई व्यवस्था और बेहतर हो सकती है।
/filters:format(webp)/young-bharat-news/media/media_files/2025/07/14/xzdfsftdhk-2025-07-14-18-15-01.jpeg)
रास्ते ठीक हो गए हैं तो चलने में आसानी है। पहले हर जगह उबड़-खाबड़ था। अब मिशन फील्ड और आस-पास की गलियां अच्छी हो गई हैं। बस स्कूलों में पढ़ाई का भी ध्यान दिया जाए। सलीम कुरैशी
/filters:format(webp)/young-bharat-news/media/media_files/2025/07/14/ybn-network-2025-07-14-18-18-58.jpeg)
/filters:format(webp)/young-bharat-news/media/media_files/2025/07/14/reeryu-2025-07-14-18-19-35.jpeg)
मेरे तीन बच्चे हैं, दो स्कूल में पढ़ते हैं। वहां टीचर सिर्फ एक ही हैं, सबको वही पढ़ाते हैं। इतनी भीड़ में बच्चों को कुछ समझ ही नहीं आता। सरकार को स्कूलों में टीचर बढ़ाने चाहिए। रुखसार
/filters:format(webp)/young-bharat-news/media/media_files/2025/07/14/samsara-2025-07-14-18-17-23.jpeg)
पानी की लाइन आई है, अब आसानी से पानी मिल जाता है। सड़कें भी ठीक हो गई हैं। लेकिन अगर आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को सही केंद्र मिल जाएं तो महिलाओं और बच्चों दोनों को फायदा होगा। प्रमोद
/filters:format(webp)/young-bharat-news/media/media_files/2025/07/14/6316721888604311503-2025-07-14-15-45-00.jpg)
पार्षद विपिन यादव का कहना हमने वार्ड-15 में विकास को धरातल पर उतारने का काम किया है। सड़क, सीवर, जलापूर्ति, स्ट्रीट लाइट जैसे कार्य प्राथमिकता में रहे और अधिकांश पूरे हो चुके हैं। सफाई व्यवस्था को और बेहतर बनाने के लिए 15 नए सफाईकर्मियों और अतिरिक्त ठेली व ई-रिक्शा की मांग नगर निगम में रखी गई है। मेरा प्रयास है कि वार्ड को मॉडल वार्ड के रूप में विकसित किया जाए, ताकि जनता को किसी भी मूलभूत सुविधा के लिए भटकना न पड़े।