शाहजहांपुर, वाईबीएन संवाददाता
जनपद में जिलाधिकारी के निर्देशों के अनुपालन में न्याय पंचायत स्तरीय शैक्षिक संगोष्ठी का सफलतापूर्वक आयोजन किया गया। यह आयोजन संकुलवार किया गया, जिसमें जनपद स्तरीय नामित अधिकारियों की उपस्थिति और पर्यवेक्षण सुनिश्चित किया गया। संगोष्ठी का उद्देश्य शिक्षकों को कक्षा-कक्ष शिक्षण में तकनीकी नवाचारों से अवगत कराना, स्कूल संचालन की गुणवत्ता में सुधार तथा शिक्षण विधियों को और प्रभावी बनाना रहा।संगोष्ठी की शुरुआत परिचय सत्र से हुई, जिसमें प्रतिभागी शिक्षकों ने अपना नाम, स्कूल का नाम तथा उस डिजिटल उपकरण का नाम साझा किया जिसका उपयोग वे अपने शिक्षण कार्य में करते हैं। साथ ही, उन्होंने उस उपकरण की प्रभावशीलता का संक्षिप्त विवरण भी प्रस्तुत किया।
यह भी पढ़ें:- Shahjahanpur News : पहलगाम आतंकी हमले में शहीदों को श्रद्धांजलि, शाहजहांपुर नगर निगम ने किया कैंडल मार्च
यह भी पढ़ें:-Shahjahanpur News : शाहजहांपुर को निपुण एसेसमेंट टेस्ट 2025 में टॉप-10 में लाना लक्ष्य डीएम
‘एक सीख – एक पहल’ के तहत शिक्षकों ने टेक्स्ट और लिंक से QR कोड बनाने की प्रक्रिया सीखी। यह नवाचार कक्षा में शिक्षण को अधिक सुलभ और रोचक बनाने के उद्देश्य से किया गया। इसके अतिरिक्त, प्रतिभागियों को नामांकन एवं उपस्थिति में वृद्धि के उपायों, ‘स्कूल रेडीनेस कार्यक्रम’ के समयबद्ध संचालन, ‘सुनहरी शुरुआत’ तथा ‘बाल बाटिका’ से जुड़ी गतिविधियों और ‘उपचारात्मक शिक्षण’ के प्रभावी संचालन की जानकारी दी गई।मुख्य विकास अधिकारी महोदया ने Peer Learning यानी जोड़ी में कार्य की रणनीति पर विशेष चर्चा की। उन्होंने इसके डेमो के माध्यम से प्रतिभागियों को पीयर लर्निंग की उपयोगिता एवं प्रभावशीलता समझाई। इस दौरान पावरपॉइंट प्रेजेंटेशन और इंटरैक्टिव वीडियो का उपयोग कर प्रशिक्षण को रोचक एवं प्रभावशाली बनाया गया।कार्यक्रम के अंत में नए शैक्षिक सत्र की प्राथमिकताओं पर विस्तृत चर्चा की गई, साथ ही पूरे सत्र के महत्वपूर्ण बिंदुओं की पुनरावृत्ति कर प्रतिभागियों को उनकी भूमिका के प्रति सजग किया गया। राष्ट्रगान के साथ संगोष्ठी का समापन हुआ।
यह भी पढ़ें:- न्याय की देहरी पर उम्मीदें मुस्कराईं, शाहजहांपुर में एक दिन में निपटे 51 मामले
यह भी पढ़ें:- परशुराम जयंतीः शाहजहांपुर में 30 को निकलेगी परशुराम जयंती शोभायात्रा